अजमेर.राजस्थान
लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के नाम का गलत इस्तेमाल कर बनाए गए आरपीएससी
न्यूज स्टूडेंट ब्लाॅग में अश्लील टिप्पणियां लिखी गई हैं। छात्र-छात्राओं
के अलावा भर्ती की कतार में लगे बेरोजगार युवक-युवतियां इन्हें पढ़कर
शर्मसार होते रहे। यह ब्लॉग इन दिनों पूरे प्रदेश में खास चर्चा में हैं।
इसमें अश्लील भाषा का इस्तेमाल कर आरपीएससी की छवि को तार-तार किया जा रहा
है। छद्म नामों से इस ब्लॉग पर आरपीएससी व आपस में ही ऐसे-एेसे कमेंट किए
जा रहे हैं, जिन्हें पढ़कर आयोग की विश्वसनीयता शर्मसार हो रही है। ब्लॉगर
कौन हैं आैर वह क्यों इस तरह से अश्लील भाषा का उपयोग कर आरपीएससी को बदनाम
कर रहा है? इससे आरपीएससी अफसर अनजान हैं। अफसरों को जब इस ब्लाॅग को लेकर
सवाल किया गया तो उनका कहना था कि आरपीएससी ने ऐसा कोई ब्लाॅग नहीं बना
रखा है, किसी प्राइवेट व्यक्ति ने एेसी ब्लाॅग बना रखा है, तो इसमें क्या
किया जा सकता है? ब्लाॅग में अगर आरपीएससी का मोनो लगाया गया हुआ होता, तो
बात अलग थी। रात होते-होते आरपीएससी न्यूज स्टूडेंट ब्लाॅग को ही ब्लाॅक कर
दिया गया। अब उस ब्लाॅग को खोलने पर लिखा आ रहा है, नो रिजल्ट फाउंड।
ब्लॉग पर वाद-विवाद, अभद्र शब्दों का इस्तेमाल
आरपीएससी
की वेबसाइट से मिलती-जुलती टर्मिनोलॉजी आैर चिह्नों का इस्तेमाल कर बनाए
गए इस फर्जी ब्लॉग में फर्जी आईडी से ब्लॉगर इतनी गंदी व अश्लील भाषा में
आरपीएससी के खिलाफ कमेंट कर रहा है, जिसे पढ़कर आप चौंक जाएंगे। सवालों आैर
उनके जवाबों में बहुत ही अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है, ब्लॉग पर
मानो ऐसा प्रतीत हो रहा है, जैसे कोई वाद-विवाद प्रतियोगिता चल रही हो। इस
ब्लाॅग में राजस्थान लोक सेवा आयोग से रिलेटेड ही बातें, परीक्षा परिणाम व
भर्तियों को लेकर सवाल-जवाब हैं।
भद्दी भाषा इस्तेमाल करने में गर्ल्स भी नहीं पीछे
आरपीएससी
के इस फर्जी ब्लॉग में ऐसे ऐसे हैं, जिसमें आरपीएससी अधिकारी......हैं,
भर्तियां क्या ...... के लिए की गई हैं। सब में घपला है ......., इन्होंने
अपनी ........ के लिए ऐसा किया है। यहां आपको बता दें कि जहां-जहां खाली
स्थान छोड़ा गया है वहां गालियां ब्लॉग में लिखी गई हैं, जिसे पढ़कर आप
शर्मिंदगी महसूस करने लगेंगे। लड़कियां भी इस ब्लाॅग को पढ़ रही है और
विभिन्न मुद्दों पर वह पूछताछ भी कर रही है।
हो सकती है गिरफ्तारी...सजा का है प्रावधान
ई-मेल,
ट्वीट, ब्लॉग, वाट्स अप आैर इंस्टाग्राम पर यदि कोई भी यूजर किसी
संवैधानिक संस्था, कंपनी, व्यक्ति या फिर राष्ट्र के खिलाफ कोई आपत्तिजनक
टिप्पणी करता है तो वह आईटी एक्ट में आईपीसी की धारा 499 के तहत आरोपी है।
इसमें गिरफ्तारी आैर सजा का प्रावधान है। आईटी एक्ट में इ-मेल के माध्यम से
धमकी भरे संदेश भेजना पर आईपीसी की धारा 503 के तहत कार्रवाई का प्रावधान
है। जबकि फर्जी इलेक्ट्रॉनिक रिकाडॅ्र्स का इस्तेमाल करने पर आईपीसी की
धारा 463, फर्जी वेबसाइट्स या साइबर फ्रॉड पर आईपीसी की धारा 420,
चोरी-छिपे किसी के ईमेल पर निगरानी रखना आईपीसी की धारा 463, वेब जैकिंग
में आईपीसी की धारा 383 आैर ईमेल का गलत इस्तेमाल करने पर आईपीसी की धारा
500 के तहत सजा का प्रावधान है।
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