उदयपुर|प्रधानमंत्री कार्यालय के आदेश के बावजूद शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने उदयपुर जिले के सहायक कार्यालय अधीक्षक हीरालाल मेघवाल की पीड़ा को नजरअंदाज कर दिया। हीरालाल वर्तमान में गिर्वा तहसील के राउमावि बछार में कार्यरत हैं और पिछले 30 साल से इनकी पोस्टिंग दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में रही है।
शहर में इनकी पोस्टिंग के लिए प्रधानमंत्री ने ही नहीं,बल्कि प्रदेश के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया,सांसद अर्जुनलाल मीणा,विधायक गौतमलाल तक ने लिखित सिफारिश कर दी। इसके बाद भी शिक्षामंत्री ने नहीं सुनी। हीरालाल ने बताया कि वे पिछले दो साल से दिल की बीमारी से पीड़ित हैं और स्वास्थ्य अक्सर ठीक नहीं रहता। ऐसी ही स्थिति प|ी की भी है। जिससे दूर-दराज के क्षेत्र में काम करना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि वे पिछले दिनों शिक्षामंत्री देवनानी से जयपुर जाकर मिले थे,लेकिन मंत्री ने पीड़ा सुनने की बजाय कहा कि मैं तुम्हारी पोस्टिंग कोटड़ा आदिवासी ब्लॉक में कर दूंगा। हीरालाल ने ये भी आराेप लगाया है कि अनुसूचित जाति के सभी कर्मचारियों को पदोन्नति देकर दूर-दराज के स्कूल में लगा दिया। इनमें कुल 30 में से मात्र दो ने ही ज्वाइन किया है।सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
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