आजादी का पर्व नजदीक आते ही इन दिनाें उपखंड मुख्यालयों पर कार्यक्रमों की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। भास्कर ने जिले के सात उपखंड मुख्यालयों पर देश के नौनिहालों से जिन परिस्थितियों में अभ्यास करवाया जा रहा है, उसकी हकीकत जानी। इसमें बेहद चौंकाने वाला सच सामने आया। सच यह था कि कहीं पर भी बच्चों के लिए नाश्ते के इंतजाम नजर नहीं आए और कहीं भी मेडिकल सुविधा नहीं थी।
इतना ही नहीं बच्चों को पीने के लिए पानी की बोतलें भी घर से लानी पड़ती हैं। मैदान में कंकर-पत्थर कंटीली झाड़ियों के बीच अभ्यास करते बच्चों की पीड़ा जानी तो यह भी सामने आया कि अभ्यास करने वाले बच्चों के लिए नाश्ते की कोई व्यवस्था नहीं होती है, जबकि प्रति बच्चे रोजना चार रुपए खर्च करने का प्रावधान है। चौंकाने वाली बात यह भी है कि सात में से नवलगढ़ चिड़ावा में तो अभी तक अभ्यास शुरू भी नहीं कराया गया।
मलसीसर | उपखंडस्तर का मुख्य समारोह की तैयारी बिसाऊ रोड स्थित खेल मैदान में चल रही है। करीब 350 बच्चें रोज सुबह पीटी परेड का अभ्यास करते है, लेकिन प्रशासन की ओर से सुविधा के नाम पर कोई इंतजाम नहीं है। स्टेडियम में छाया नहीं है। ना पीने के पानी की व्यवस्था है और ना ही मेडिकल की। यदि किसी बच्चें की तबीयत खराब हो जाए तो उसे एक किलोमीटर दूर सीएचसी में ले जाना पड़ता है। तहसीलदार जीतूसिंह मीणा का कहना है कि बच्चों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था संस्था प्रधानों को करनी है।
^स्वतंत्रता दिवस के अभ्यास में लगे बच्चों को लिए पीएचईडी के टैंकर से पानी की व्यवस्था कर रखी है। कलेक्टर साहब ने सीएमएचओ को बोल रखा है कि कोई बात हो तो ऑन कॉल डॉक्टर भिजवा दें। बीमार बच्चों को पीटी में शामिल नहीं किया जाता है। -इजहार अहमद, डीईओ, झुंझुनूं
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