भास्कर संवाददाता | भीलवाड़ा प्रबोधक एवं पैराटीचर की काउंसलिंग में विसंगतियों अनियमितताओं की
शिकायत की जांच के लिए सोमवार सुबह टीम यहां पहुंची। कुचामन सिटी डाइट
प्राचार्य सुरेश चंद्र व्यास के नेतृत्व में आई जांच टीम ने एडीईओ, बीईईओ,
प्रबोधक के साथ कर्मचारी संगठनों के साथ चर्चा की।
प्रबोधकों ने जांच टीम को बताया कि अधिशेष प्रबोधकों एवं पैराटीचर्स के पदस्थापन में अनियमितता के कारण बहुत से प्रबोधक एवं पैराटीचर्स को ब्लॉक में दूर-दराज की पंचायत में पदस्थापन कर दिया गया। जहां दिव्यांग महिलाएं जाने में असमर्थ है। प्रबोधक संघ के जिलाध्यक्ष किशन सिंह राठौड़ महासचिव मोहम्मद सलीम छीपा ने जांच अधिकारियों को बताया कि विभागीय आदेश ‘प्रबोधक पैराटीचर का पद नहीं होने पर लेवल-1 के रिक्त पद पर पदस्थापन किया जाए’ की भी पालना नहीं की।
शारीरिकशिक्षक प्रबोधकों की काउंसलिंग की जाए
प्रबोधकसंघ ने कहा कि पैरा शारीरिक शिक्षक प्रबोधक शारीरिक शिक्षक की नियुक्ति चयन के समय शारीरिक शिक्षक के डिप्लोमाधारी को अधिशेष नहीं किया गया। ही 16 जुलाई की काउंसलिंग में शामिल किया गया। ऐसे शारीरिक शिक्षक प्रबोधकों की काउंसलिंग कराने की मांग भी जांच टीम से की।
दिव्यांगोंको राहत देने की मांग
अखिलराजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष ने भी जांच टीम ज्ञापन देकर दिव्यांगों गंभीर बीमारी से ग्रस्त शिक्षकों को निकट के स्कूलों में लगाकर राहत दिलाने की मांग की।
यहहै प्रकरण
प्रारंभिकशिक्षा के अधिशेष प्रबोधकों की पदस्थापन काउंसलिंग 8 जुलाई को हुई थी। जिसमें प्रबोधकों, पैराटीचर शिक्षाकर्मियों ने शिकायत की थी कि अधिकारियों ने अपने चेहते शिक्षकों को पास की स्कूलों में तथा अन्य को दूर-दराज की स्कूलों में पदस्थापित कर दिया। यह मुद्दा समाचार पत्रों में भी छाया रहा। अजमेर मंडल के उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा जीवराज ने संज्ञान लेते हुए कुचामन सिटी डाइट प्राचार्य को जांच सौंपी। उपनिदेशक के निर्देश पर सोमवार को जांच टीम यहां पहुंची।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
प्रबोधकों ने जांच टीम को बताया कि अधिशेष प्रबोधकों एवं पैराटीचर्स के पदस्थापन में अनियमितता के कारण बहुत से प्रबोधक एवं पैराटीचर्स को ब्लॉक में दूर-दराज की पंचायत में पदस्थापन कर दिया गया। जहां दिव्यांग महिलाएं जाने में असमर्थ है। प्रबोधक संघ के जिलाध्यक्ष किशन सिंह राठौड़ महासचिव मोहम्मद सलीम छीपा ने जांच अधिकारियों को बताया कि विभागीय आदेश ‘प्रबोधक पैराटीचर का पद नहीं होने पर लेवल-1 के रिक्त पद पर पदस्थापन किया जाए’ की भी पालना नहीं की।
शारीरिकशिक्षक प्रबोधकों की काउंसलिंग की जाए
प्रबोधकसंघ ने कहा कि पैरा शारीरिक शिक्षक प्रबोधक शारीरिक शिक्षक की नियुक्ति चयन के समय शारीरिक शिक्षक के डिप्लोमाधारी को अधिशेष नहीं किया गया। ही 16 जुलाई की काउंसलिंग में शामिल किया गया। ऐसे शारीरिक शिक्षक प्रबोधकों की काउंसलिंग कराने की मांग भी जांच टीम से की।
दिव्यांगोंको राहत देने की मांग
अखिलराजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष ने भी जांच टीम ज्ञापन देकर दिव्यांगों गंभीर बीमारी से ग्रस्त शिक्षकों को निकट के स्कूलों में लगाकर राहत दिलाने की मांग की।
यहहै प्रकरण
प्रारंभिकशिक्षा के अधिशेष प्रबोधकों की पदस्थापन काउंसलिंग 8 जुलाई को हुई थी। जिसमें प्रबोधकों, पैराटीचर शिक्षाकर्मियों ने शिकायत की थी कि अधिकारियों ने अपने चेहते शिक्षकों को पास की स्कूलों में तथा अन्य को दूर-दराज की स्कूलों में पदस्थापित कर दिया। यह मुद्दा समाचार पत्रों में भी छाया रहा। अजमेर मंडल के उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा जीवराज ने संज्ञान लेते हुए कुचामन सिटी डाइट प्राचार्य को जांच सौंपी। उपनिदेशक के निर्देश पर सोमवार को जांच टीम यहां पहुंची।
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