चौमूं . वर्ष 2012 में नियुक्त तृतीय श्रेणी शिक्षकों का नियमित वेतन का इंतजार अब पूरा हुआ। सरकार ने नियमित वेतन देने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। शिक्षक करीब डेढ़ वर्ष से नियमित वेतन देने की मांग कर रहे थे। ऐसे में करीब 39 हजार 938 शिक्षकों को फायदा मिलेगा
तथा उनके मासिक वेतन में भी 18 हजार रुपए तक का इजाफा होगा। इसके अलावा उन्हें 18 माह का एरियर भी मिलेगा। इससे सरकार पर करीब 10 अरब 44 करोड़ 9 लाख रुपए का भार पड़ेगा।
शिक्षकों में खुशी की लहर
गौरतलब है कि वर्ष 2012-13 में तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती पंचायती राज विभाग के अधीन जिला परिषदों के माध्यम से की गई थी। इन शिक्षकों का परिवीक्षा काल सितम्बर 2014 में पूर्ण हो चुका था, लेकिन सरकार इन शिक्षकों को नियमित वेतन का लाभ नहीं दे रही थी। अब सरकार ने इन शिक्षकों को नियमित वेतन देने की घोषणा की है, इससे शिक्षकों में खुशी की लहर है।
यूं समझे एरियर का गणित
12 सितम्बर 2012 से सितम्बर 2014 तक प्रोबेेशन काल पूर्ण
12 सितम्बर से 30 सितम्बर 2014 तक एरियर : 8, 438
अक्टूबर से 31 दिसम्बर तक (तीन माह) : 39,969
1 जनवरी 2015 से 30 जून 2015 तक : 84,114
1 जुलाई 2015 से 31 मार्च 2016 तक : 1,28,907
कुल एरियर : 2,61,428
यूं अटका था मामला
सितम्बर 2012 में राज्य सरकार ने 39 हजार 938 तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती की थी। इसके लिए हुई आरटेट परीक्षा में सरकार ने आरक्षित वर्ग को उत्तीर्ण अंकों में छूट दी थी। ऐसे में नियुक्ति के बाद मामला कोर्ट में चला गया। इसके चलते नियुक्त शिक्षकों का प्रोबेशन काल सितम्बर 2014 में पूरा होने पर भी सरकार ने उनको नियमित वेतन नहीं दिया था।
जयपुर को मिलेंगे 11 करोड़ 76 लाख
वर्ष 2012 में जयपुर जिले में करीब 450 तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती हुई थी। ऐसे में जयपुर जिले के शिक्षकों को करीब 11 करोड़ 76 लाख 42 हजार 600 रुपए की राशि एरियर के रूप में मिलेगी।
लेकिन टैक्स भी चुकाना होगा
यदि शिक्षकों को नियमित वेतन सितम्बर 2014 से मिलता तो उन्हें वित्तीय वर्ष 2013-14 व 14-15 में आयकर विभाग को नियमानुसार वेतन अधिक नहीं होने के कारण आयकर विभाग की ओर से 2 लाख 70 हजार रुपए व 1 लाख 50 हजार रुपए की अतिरिक्त छूट के चलते आयकर भी नहीं देना पड़ता। अब सरकार चालू या आगामी वित्तीय वर्ष में एरियर के रूप में इस राशि का भुगतान करती है तो शिक्षकों को मार्च 2016 से लेकर फरवरी 2017 तकअनुमानित करीब 2 लाख 97 हजार रुपए वेतन व महंगाई भत्ते के रूप में प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही यदि एरियर की राशि का भुगतान भी हो जाता है तो एक वित्तीय वर्ष में एक शिक्षक को सरकार की ओर से मिलने वाली कुल सकल 5 लाख 60 हजार रुपए तक बनेगी। ऐसे में आयकर विभाग के नियमानुसार 2 लाख 70 रुपए की छूट व 1.5 लाख रुपए की अतिरिक्त छूट के बाद शेष बची 1 लाख 40 हजार रुपए की राशि पर करीब 14 हजार रुपए की राशि टैक्स के रूप में देनी पड़ेगी।
आदेश हो चुके, फिर भी संशय बरकरार
सरकार ने शिक्षकों के वेतन नियमितीकरण के आदेश तो जारी कर दिए, लेकिन आदेश में मामले में कोर्ट के अधीन रखने के साथ एरियर भुगतान का कोई हवाला नहीं दिया है। ऐसे में शिक्षकों को मिलने वाले इस एरियर को लेकर भी शिक्षकों में संशय बना हुआ है। साथ ही शिक्षकों में नियमानुसार एरियर देने के आदेश जारी नहीं करने से रोष है।
इनका कहना...
वर्ष 2012 में शिक्षकों के नियमितीकरण के आदेश प्राप्त होना शिक्षकों के संघर्घ की जीत है। सरकार को अब जल्द ही इन शिक्षकों के एरियर का भुगतान करने की व्यवस्था करना चाहिए।
अशोक दायमा, अध्यक्ष शिक्षक संघ (सियाराम) चौमूं
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
तथा उनके मासिक वेतन में भी 18 हजार रुपए तक का इजाफा होगा। इसके अलावा उन्हें 18 माह का एरियर भी मिलेगा। इससे सरकार पर करीब 10 अरब 44 करोड़ 9 लाख रुपए का भार पड़ेगा।
शिक्षकों में खुशी की लहर
गौरतलब है कि वर्ष 2012-13 में तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती पंचायती राज विभाग के अधीन जिला परिषदों के माध्यम से की गई थी। इन शिक्षकों का परिवीक्षा काल सितम्बर 2014 में पूर्ण हो चुका था, लेकिन सरकार इन शिक्षकों को नियमित वेतन का लाभ नहीं दे रही थी। अब सरकार ने इन शिक्षकों को नियमित वेतन देने की घोषणा की है, इससे शिक्षकों में खुशी की लहर है।
यूं समझे एरियर का गणित
12 सितम्बर 2012 से सितम्बर 2014 तक प्रोबेेशन काल पूर्ण
12 सितम्बर से 30 सितम्बर 2014 तक एरियर : 8, 438
अक्टूबर से 31 दिसम्बर तक (तीन माह) : 39,969
1 जनवरी 2015 से 30 जून 2015 तक : 84,114
1 जुलाई 2015 से 31 मार्च 2016 तक : 1,28,907
कुल एरियर : 2,61,428
यूं अटका था मामला
सितम्बर 2012 में राज्य सरकार ने 39 हजार 938 तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती की थी। इसके लिए हुई आरटेट परीक्षा में सरकार ने आरक्षित वर्ग को उत्तीर्ण अंकों में छूट दी थी। ऐसे में नियुक्ति के बाद मामला कोर्ट में चला गया। इसके चलते नियुक्त शिक्षकों का प्रोबेशन काल सितम्बर 2014 में पूरा होने पर भी सरकार ने उनको नियमित वेतन नहीं दिया था।
जयपुर को मिलेंगे 11 करोड़ 76 लाख
वर्ष 2012 में जयपुर जिले में करीब 450 तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती हुई थी। ऐसे में जयपुर जिले के शिक्षकों को करीब 11 करोड़ 76 लाख 42 हजार 600 रुपए की राशि एरियर के रूप में मिलेगी।
लेकिन टैक्स भी चुकाना होगा
यदि शिक्षकों को नियमित वेतन सितम्बर 2014 से मिलता तो उन्हें वित्तीय वर्ष 2013-14 व 14-15 में आयकर विभाग को नियमानुसार वेतन अधिक नहीं होने के कारण आयकर विभाग की ओर से 2 लाख 70 हजार रुपए व 1 लाख 50 हजार रुपए की अतिरिक्त छूट के चलते आयकर भी नहीं देना पड़ता। अब सरकार चालू या आगामी वित्तीय वर्ष में एरियर के रूप में इस राशि का भुगतान करती है तो शिक्षकों को मार्च 2016 से लेकर फरवरी 2017 तकअनुमानित करीब 2 लाख 97 हजार रुपए वेतन व महंगाई भत्ते के रूप में प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही यदि एरियर की राशि का भुगतान भी हो जाता है तो एक वित्तीय वर्ष में एक शिक्षक को सरकार की ओर से मिलने वाली कुल सकल 5 लाख 60 हजार रुपए तक बनेगी। ऐसे में आयकर विभाग के नियमानुसार 2 लाख 70 रुपए की छूट व 1.5 लाख रुपए की अतिरिक्त छूट के बाद शेष बची 1 लाख 40 हजार रुपए की राशि पर करीब 14 हजार रुपए की राशि टैक्स के रूप में देनी पड़ेगी।
आदेश हो चुके, फिर भी संशय बरकरार
सरकार ने शिक्षकों के वेतन नियमितीकरण के आदेश तो जारी कर दिए, लेकिन आदेश में मामले में कोर्ट के अधीन रखने के साथ एरियर भुगतान का कोई हवाला नहीं दिया है। ऐसे में शिक्षकों को मिलने वाले इस एरियर को लेकर भी शिक्षकों में संशय बना हुआ है। साथ ही शिक्षकों में नियमानुसार एरियर देने के आदेश जारी नहीं करने से रोष है।
इनका कहना...
वर्ष 2012 में शिक्षकों के नियमितीकरण के आदेश प्राप्त होना शिक्षकों के संघर्घ की जीत है। सरकार को अब जल्द ही इन शिक्षकों के एरियर का भुगतान करने की व्यवस्था करना चाहिए।
अशोक दायमा, अध्यक्ष शिक्षक संघ (सियाराम) चौमूं
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC