चुनावी वादा ही साबित हुए REET परीक्षा में RTET के छात्रों का नहीं शामिल करना
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए आयोजित होने वाली रीट परीक्षा में
आरटेट के छात्रों को शामिल करने के विरोध में सूरतगढ में सोमवार को सैकडों
रीट अभ्यार्थियों ने सरकार के विरूध जोरदार प्रदर्शन किया.
वसुधरा राजे ने किया था वादा
उपखण्ड कार्यालय पर आयोजित विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या
में महिला अभ्यार्थी भी शामिल हुई. अभ्यार्थियों ने सरकार के विरूध जमकर
नारेबाजी की. रीट अभ्यार्थियों ने आरोप लगाया कि चुनाव से पूर्व वसुंधरा
राजे नें आरटेट परीक्षा समाप्त करने का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के
दो साल बाद शिक्षकों की भर्ती हो रही है वह भी तीस हजार के स्थान पर
पन्द्रह हजार पदों पर. यही नहीं सरकार रीट परीक्षा में पूर्व में आरटेट
उत्तीर्ण कर चुके छात्रों को भी शामिल कर रही है.
धांधली का आरोप
छात्रों का कहना है कि वर्ष 2012 में आयोजित आरटेट परीक्षा
में बड़े पैमाने पर धांधली हुई थी. जिसके चलते हजारों छात्रों नें 75 से
लेकर 90 प्रतिशत तक अंक हासिल कर लिए थे ऐसे में रीट में शामिल हो रहे नए
अभ्यार्थियों के पास होने की गुजाईश समाप्त सी हो रही है. छात्रों ने
चेतावनी दी है कि सरकार नें यदि उनकी मांग नहीं मानी तो छात्र प्रदेश स्तर
पर बड़ा आंदोलन करेंगे.