अजमेर. अध्यापक
पात्रता एवं भर्ती परीक्षा (रीट) का आयोजन राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
संविदा कार्मिकों के भरोसे ही कराएगा। इस बात की पुष्टि इससे भी होती है
कि बोर्ड ने इस परीक्षा का विशेषाधिकारी बोर्ड के एक रिटायर्ड अफसर को ही
बनाया है और अन्य कार्मिक भी संविदा पर लगे हैं। ऐसे में अब इस परीक्षा के
आयोजन से पूर्व ही इसकी गोपनीयता को लेकर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं।मौजूदा भाजपा सरकार के कार्यकाल की बोर्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली यह
पहली और महत्वपूर्ण पात्रता और भर्ती परीक्षा है। इस परीक्षा को लेकर बोर्ड
की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बोर्ड ने रीट के लिए
विशेषाधिकारी के पद पर बोर्ड से ही सेवानिवृत्त मुख्य परीक्षा नियंत्रक
(सीसीई) आरबी गुप्ता को लगाया है। कहा जा रहा है कि गुप्ता ने पूर्व में
टेट आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई है, ऐसे में उन्हें इस परीक्षा के आयोजन
का अच्छा अनुभव है। गुप्ता के अधीनस्थ ही कुछ कार्मिक और लगाए गए हैं। ये
सभी संविदा कार्मिक हैं।
एक दिन पूर्व ही कन्हैया दुलानी को भी रीट में लगाया गया है। यह
परीक्षा द्वितीय शाखा से रिटायर्ड हुआ है। बोर्ड सूत्रों के मुताबिक यहां
लगे करीब आधा दर्जन स्टाफ में से एक भी अधिकारी कर्मचारी स्थाई नहीं हैं।
ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि यदि रीट आयोजन में किसी भी प्रकार की कोई
गड़बड़ी होती है, तो बोर्ड किस पर जिम्मेदारी डालेगा। माना जा रहा है कि
निकट भविष्य में होने वाली रीट परीक्षा में 6 लाख से अधिक ही अभ्यर्थी
बैठेंगे। पूर्व में आयोजित दोनों टेट परीक्षाओं में भी आंकड़ा इतना ही रहा
था।
दावे लगातार हो रहे हैं
पिछले दो सालों से प्रदेश भर के बेरोजगारों को अध्यापक पात्रता एवं भर्ती परीक्षा (रीट) का बेसब्री से इंतजार है। सरकार के साथ ही बोर्ड भी बार-बार दावा कर रहा है कि रीट जल्दी आयोजित की जाएगी। शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी भी लगातार आश्वासन दिए जा रहे हैं। इधर, बोर्ड अध्यक्ष प्रो. बीएल चौधरी भी कई बार दोहरा चुके हैं कि जिस दिन राज्य सरकार की हरी झंडी मिल जाएगी, बोर्ड रीट के लिए प्रक्रिया शुरू कर देगा। लेकिन अब तक यह कहानी बयानबाजी से आगे नहीं बढ़ पाई है।
आज होगी बैठक
अब शुक्रवार को जयपुर में रीट को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में बोर्ड की ओर से ओएसडी प्रिया भार्गव और रीट के प्रभारी आरबी गुप्ता आदि भाग लेंगे। बोर्ड अध्यक्ष प्रो. बीएल चौधरी ने बताया कि बैठक में प्रारंभिक शिक्षा समेत विभिन्न विभाग शामिल हो रहे हैं। बोर्ड सूत्रों के मुताबिक यह बैठक रीट विज्ञप्ति जारी करने को लेकर नहीं है। माना जा रहा है कि अब तक सरकार रीट के दिशा-निर्देश पूरी तरह से तैयार नहीं कर सकी है।
शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने की थी 22 सितंबर को एक पखवाड़े में रीट की विज्ञप्ति जारी करने की घोषणा
बोर्ड सूत्रों का कहना है कि बोर्ड में विशेषाधिकारी परीक्षा (ओएसडी) के रूप में आरएएस अफसर प्रिया भार्गव मौजूद हैं। इसके बावजूद रीट जैसी महत्वपूर्ण भर्ती परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी बोर्ड ने संविदा कार्मिक अफसर के भरोसे सौंपी है। बोर्ड में चर्चा यह भी है कि यदि बोर्ड के पास अफसरों की कमी है तो बोर्ड प्रतिनियुक्ति पर अन्य विभाग से अफसर बुला सकता है। प्रतिनियुक्ति पर यदि कोई अफसर आएगा तो उसकी जवाबदेही तय होगी। संविदा कार्मिक पर क्या जवाबदेही तय होगी।
अफसरों की कमी है, डीपीसी नहीं हो रही
बोर्ड सूत्रों के मुताबिक बोर्ड में लंबे समय से डीपीसी नहीं होने से अफसरों की पदोन्नति अटकी हुई है। इधर, किसी भी स्तर के कार्मिक की भर्ती भी नहीं हो रही है। ऐसे में बोर्ड में नए अफसरों की कमी है। डीपीसी का प्रकरण एक्स कैडर विवाद को लेकर कोर्ट में लंबित है।
मुख्य परिसर में नहीं है रीट का दफ्तर
इधर,रीट का दफ्तर भी बोर्ड ने सिविल लाइंस स्थित बोर्ड के आवासीय परिसर में बना रखा है। बोर्ड सूत्रों का कहना है कि जबकि बोर्ड के मुख्य परिसर में ही स्थित राजीव गांधी भवन में कई कक्ष खाली पड़े हैं। यदि यहीं पर रीट का दफ्तर भी जाए, तो बोर्ड सीधे भी रीट की प्रक्रिया पर निगरानी रख सकता है।
गुप्ता ही बनाए गए हैं प्रभारी
रीट का प्रभारी फिलहाल आरबी गुप्ता को ही बनाया गया है। गुप्ता ने ही आरटेट का कार्य बड़ी कुशलता से किया था। -प्रो.बीएल चौधरी, अध्यक्ष,राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर
दावे लगातार हो रहे हैं
पिछले दो सालों से प्रदेश भर के बेरोजगारों को अध्यापक पात्रता एवं भर्ती परीक्षा (रीट) का बेसब्री से इंतजार है। सरकार के साथ ही बोर्ड भी बार-बार दावा कर रहा है कि रीट जल्दी आयोजित की जाएगी। शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी भी लगातार आश्वासन दिए जा रहे हैं। इधर, बोर्ड अध्यक्ष प्रो. बीएल चौधरी भी कई बार दोहरा चुके हैं कि जिस दिन राज्य सरकार की हरी झंडी मिल जाएगी, बोर्ड रीट के लिए प्रक्रिया शुरू कर देगा। लेकिन अब तक यह कहानी बयानबाजी से आगे नहीं बढ़ पाई है।
आज होगी बैठक
अब शुक्रवार को जयपुर में रीट को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में बोर्ड की ओर से ओएसडी प्रिया भार्गव और रीट के प्रभारी आरबी गुप्ता आदि भाग लेंगे। बोर्ड अध्यक्ष प्रो. बीएल चौधरी ने बताया कि बैठक में प्रारंभिक शिक्षा समेत विभिन्न विभाग शामिल हो रहे हैं। बोर्ड सूत्रों के मुताबिक यह बैठक रीट विज्ञप्ति जारी करने को लेकर नहीं है। माना जा रहा है कि अब तक सरकार रीट के दिशा-निर्देश पूरी तरह से तैयार नहीं कर सकी है।
शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने की थी 22 सितंबर को एक पखवाड़े में रीट की विज्ञप्ति जारी करने की घोषणा
बोर्ड सूत्रों का कहना है कि बोर्ड में विशेषाधिकारी परीक्षा (ओएसडी) के रूप में आरएएस अफसर प्रिया भार्गव मौजूद हैं। इसके बावजूद रीट जैसी महत्वपूर्ण भर्ती परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी बोर्ड ने संविदा कार्मिक अफसर के भरोसे सौंपी है। बोर्ड में चर्चा यह भी है कि यदि बोर्ड के पास अफसरों की कमी है तो बोर्ड प्रतिनियुक्ति पर अन्य विभाग से अफसर बुला सकता है। प्रतिनियुक्ति पर यदि कोई अफसर आएगा तो उसकी जवाबदेही तय होगी। संविदा कार्मिक पर क्या जवाबदेही तय होगी।
अफसरों की कमी है, डीपीसी नहीं हो रही
बोर्ड सूत्रों के मुताबिक बोर्ड में लंबे समय से डीपीसी नहीं होने से अफसरों की पदोन्नति अटकी हुई है। इधर, किसी भी स्तर के कार्मिक की भर्ती भी नहीं हो रही है। ऐसे में बोर्ड में नए अफसरों की कमी है। डीपीसी का प्रकरण एक्स कैडर विवाद को लेकर कोर्ट में लंबित है।
मुख्य परिसर में नहीं है रीट का दफ्तर
इधर,रीट का दफ्तर भी बोर्ड ने सिविल लाइंस स्थित बोर्ड के आवासीय परिसर में बना रखा है। बोर्ड सूत्रों का कहना है कि जबकि बोर्ड के मुख्य परिसर में ही स्थित राजीव गांधी भवन में कई कक्ष खाली पड़े हैं। यदि यहीं पर रीट का दफ्तर भी जाए, तो बोर्ड सीधे भी रीट की प्रक्रिया पर निगरानी रख सकता है।
गुप्ता ही बनाए गए हैं प्रभारी
रीट का प्रभारी फिलहाल आरबी गुप्ता को ही बनाया गया है। गुप्ता ने ही आरटेट का कार्य बड़ी कुशलता से किया था। -प्रो.बीएल चौधरी, अध्यक्ष,राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर
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