डूंगरपुर. जिले
के राजकीय माध्यमिक विद्यालय, वसीपाल में शिक्षक विभागीय लापरवाही का
खमियाजा भुगत रहे हैं। यहां स्थानांतरित होकर गए शिक्षकों को कभी शिक्षण
व्यवस्था तो कभी परिवेदना निस्तारण के नाम पर मनमर्जी से अलग-अलग स्कूलों
में भेजा जा रहा है। आदेशों की उलझन में फंसे इन शिक्षकों को जून माह से
वेतन भी नहीं मिला है।
ग्राम पंचायत मुख्यालय पर माध्यमिक स्कूल की प्रदेश सरकार की घोषणा के तहत जिले के 11 स्कूलों की क्रमोन्नति के आदेश निकले। सूची में वसीपाल राउप्रावि भी शामिल था, लेकिन, ग्रामीण निकट ही स्थित डगोणा राउप्रावि को क्रमोन्नत कराना चाहते थे। नव क्रमोन्नत विद्यालयों के लिए सरकार के आदेश पर वसीपाल में चार शिक्षक एवं एक शारीरिक शिक्षक स्थानांतरित होकर आए, लेकिन वहां माध्यमिक कक्षाएं संचालित नहीं होने से उनकी ज्वाइनिंग नहीं ली गई। ऐसे में डीईओ कार्यालय ने विद्यालय बदले जाने संबंधी संशोधन आदेश आने का हवाला देकर मौखिक आदेशों पर शिक्षकों को डगोणा उप्रावि में भेज दिया। कुछ माह बाद हाल में इन शिक्षकों को वसीपाल से अधिशेष बताकर शिक्षण व्यवस्था के नाम पर ओडवाडिय़ा स्कूल भेज दिया है। लगातार विभागीय आदेशों से पांचों शिक्षक परेशान हैं। आईडी स्पष्ट नहीं होने से वेतन भी नहीं मिला है। एक अन्य आदेश में वसीपाल स्थानांतरित होकर आए एक संस्थाप्रधान भी अलग-अलग स्कूलों में भटक रहे हैं।
पदस्थापन ही नहीं, तो अधिशेष कैसे...
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 18 सितम्बर, 2015 को शिक्षण व्यवस्था के तहत अन्य विद्यालयों में पदस्थापन के लिए 247 शिक्षकों की सूची निकाली। इसमें स्थानांतरित शिक्षकों को वापस वसीपाल में अधिशेष बताकर ओडवाडिय़ा स्कूल भेज दिया। जबकि, वसीपाल नवक्रमोन्नत स्कूल था। वहां शिक्षकों का पदस्थापन लिया ही नहीं है।
कार्रवाई होनी चाहिए
मामले में राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के महामंत्री ऋषिन चौबीसा ने कहा कि विभाग की लापरवाही के चलते मामला उलझा है। संगठन स्तर पर भी यह मामला सामने आया है। डीडी से दूरभाष पर बात कर दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
उप निदेशक ने दिया नोटिस
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से द्वारा चयनित नवनियुक्त एक वरिष्ठ अध्यापक की प्रथम नियुक्ति भी वसीपाल हुई, तो यहां भी शिक्षा विभाग से मिले मौखिक निर्देश पर शिक्षक ने डगोणा स्कूल में ज्वाइनिंग दी। बाद में उसका चयन मॉडल स्कूल सागवाड़ा में हुआ और ज्वाइनिंग पत्र डीडी कार्यालय भेजा, तो वहां से वसीपाल के संस्थाप्रधान को नोटिस भेजा गया है। इसमें बताया कि नियुक्ति वसीपाल के लिए की थी, तो शिक्षक को किन आदेशों के तहत डगोणा उच्च प्राथमिक विद्यालय भेजा गया।
जल्द समस्या होगी हल
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रभुलाल मीणा का कहना है कि डगोणा एवं वसीपाल का मामला निदेशालय तक पहुंच गया है। क्रमोन्नति आदेश के संसोधन की वजह से मामला उलझा हुआ है। जल्द ही संशोधित आदेश आने पर शिक्षकों के वेतन सहित सभी समस्याएं हल होगी।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
ग्राम पंचायत मुख्यालय पर माध्यमिक स्कूल की प्रदेश सरकार की घोषणा के तहत जिले के 11 स्कूलों की क्रमोन्नति के आदेश निकले। सूची में वसीपाल राउप्रावि भी शामिल था, लेकिन, ग्रामीण निकट ही स्थित डगोणा राउप्रावि को क्रमोन्नत कराना चाहते थे। नव क्रमोन्नत विद्यालयों के लिए सरकार के आदेश पर वसीपाल में चार शिक्षक एवं एक शारीरिक शिक्षक स्थानांतरित होकर आए, लेकिन वहां माध्यमिक कक्षाएं संचालित नहीं होने से उनकी ज्वाइनिंग नहीं ली गई। ऐसे में डीईओ कार्यालय ने विद्यालय बदले जाने संबंधी संशोधन आदेश आने का हवाला देकर मौखिक आदेशों पर शिक्षकों को डगोणा उप्रावि में भेज दिया। कुछ माह बाद हाल में इन शिक्षकों को वसीपाल से अधिशेष बताकर शिक्षण व्यवस्था के नाम पर ओडवाडिय़ा स्कूल भेज दिया है। लगातार विभागीय आदेशों से पांचों शिक्षक परेशान हैं। आईडी स्पष्ट नहीं होने से वेतन भी नहीं मिला है। एक अन्य आदेश में वसीपाल स्थानांतरित होकर आए एक संस्थाप्रधान भी अलग-अलग स्कूलों में भटक रहे हैं।
पदस्थापन ही नहीं, तो अधिशेष कैसे...
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 18 सितम्बर, 2015 को शिक्षण व्यवस्था के तहत अन्य विद्यालयों में पदस्थापन के लिए 247 शिक्षकों की सूची निकाली। इसमें स्थानांतरित शिक्षकों को वापस वसीपाल में अधिशेष बताकर ओडवाडिय़ा स्कूल भेज दिया। जबकि, वसीपाल नवक्रमोन्नत स्कूल था। वहां शिक्षकों का पदस्थापन लिया ही नहीं है।
कार्रवाई होनी चाहिए
मामले में राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के महामंत्री ऋषिन चौबीसा ने कहा कि विभाग की लापरवाही के चलते मामला उलझा है। संगठन स्तर पर भी यह मामला सामने आया है। डीडी से दूरभाष पर बात कर दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
उप निदेशक ने दिया नोटिस
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से द्वारा चयनित नवनियुक्त एक वरिष्ठ अध्यापक की प्रथम नियुक्ति भी वसीपाल हुई, तो यहां भी शिक्षा विभाग से मिले मौखिक निर्देश पर शिक्षक ने डगोणा स्कूल में ज्वाइनिंग दी। बाद में उसका चयन मॉडल स्कूल सागवाड़ा में हुआ और ज्वाइनिंग पत्र डीडी कार्यालय भेजा, तो वहां से वसीपाल के संस्थाप्रधान को नोटिस भेजा गया है। इसमें बताया कि नियुक्ति वसीपाल के लिए की थी, तो शिक्षक को किन आदेशों के तहत डगोणा उच्च प्राथमिक विद्यालय भेजा गया।
जल्द समस्या होगी हल
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रभुलाल मीणा का कहना है कि डगोणा एवं वसीपाल का मामला निदेशालय तक पहुंच गया है। क्रमोन्नति आदेश के संसोधन की वजह से मामला उलझा हुआ है। जल्द ही संशोधित आदेश आने पर शिक्षकों के वेतन सहित सभी समस्याएं हल होगी।
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