बीकानेर। शिक्षा विभाग में लागू हुए स्टाफिंग पैटर्न के विरोध में
शिक्षक-कर्मचारी वर्ग लामबंद होना शुरू हो गया है। मंत्रालयिक कर्मचारी
जहां काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज करवा रहे हैं। वहीं शिक्षक आठ
जुलाई के प्रस्तावित धरने को सफल बनाने के लिए स्कूलवार शिक्षकों से संपर्क
करने में जुटे हुए है। शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ के बैनर तले
शुक्रवार को शिक्षा निदेशालय सहित अन्य कार्यालयों में संघ से जुड़े
कार्मिकों ने काली पट्टी बांधकर चरणबद्ध आंदोलन का आगाज किया।
प्रदेशाध्यक्ष राधेश्याम पुरोहित ने बताया कि मंत्रालयिक कार्मिक पांच
जुलाई तक काली पट्टी बांधकर विरोध स्वरूप कार्यालय और शालाओं में कार्य
करेंगे।
छह जुलाई को गेट मीटिंग में आगे की रणनीति बनाई जाएगी। संस्थापक मदनमोहन ने बताया कि स्टाफिंग पैटर्न में संशोधन के लिए सरकार से मांग की गई है। प्रत्येक स्कूल में न्यूनतम तीन सहायक कर्मचारी, दो लिपिक ग्रेड-द्वितीय एवं एक लिपिक ग्रेड-एक के पदों के साथ ही कक्षा एक से दसवीं और 12वीं में छात्र संख्या के आधार पर पदों की संख्या बढ़ाने की मांग की गई है।
उधर, राजस्थान शिक्षा बचाओ आंदोलन समिति के बैनर तले शिक्षक नेताओं ने महारानी, गंगा चिल्ड्रन, इंगांनप, मुक्ता प्रसाद, सर्वोदय बस्ती, सेवगों की बगेची सहित अन्य स्कूलों में संपर्क कर शिक्षकों से अधिक से अधिक संख्या में आठ जुलाई को जिला कलेक्ट्रेट पर प्रस्तावित धरने में शामिल होने का आह्वान किया।
जनसंपर्क में गुरचरण सिंह मान, धूमल भाटी, संजय पुरोहित, अनिल जोशी, भगवानी चौधरी आदि शामिल हुए। राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत, अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ और राजस्थान शिक्षक संघ आंबेडकर के पदाधिकारियों ने भी स्टाफिंग पैटर्न का विरोध किया है।
छह जुलाई को गेट मीटिंग में आगे की रणनीति बनाई जाएगी। संस्थापक मदनमोहन ने बताया कि स्टाफिंग पैटर्न में संशोधन के लिए सरकार से मांग की गई है। प्रत्येक स्कूल में न्यूनतम तीन सहायक कर्मचारी, दो लिपिक ग्रेड-द्वितीय एवं एक लिपिक ग्रेड-एक के पदों के साथ ही कक्षा एक से दसवीं और 12वीं में छात्र संख्या के आधार पर पदों की संख्या बढ़ाने की मांग की गई है।
उधर, राजस्थान शिक्षा बचाओ आंदोलन समिति के बैनर तले शिक्षक नेताओं ने महारानी, गंगा चिल्ड्रन, इंगांनप, मुक्ता प्रसाद, सर्वोदय बस्ती, सेवगों की बगेची सहित अन्य स्कूलों में संपर्क कर शिक्षकों से अधिक से अधिक संख्या में आठ जुलाई को जिला कलेक्ट्रेट पर प्रस्तावित धरने में शामिल होने का आह्वान किया।
जनसंपर्क में गुरचरण सिंह मान, धूमल भाटी, संजय पुरोहित, अनिल जोशी, भगवानी चौधरी आदि शामिल हुए। राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत, अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ और राजस्थान शिक्षक संघ आंबेडकर के पदाधिकारियों ने भी स्टाफिंग पैटर्न का विरोध किया है।