शिवगंज। राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशिल के शिक्षक नेता धर्मन्द्र गहलोत ने राज्य की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे एवं शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी को ज्ञापन भेजकर बैक डेट में राज्य में चल रहे तबादला उद्योग में सेवानिवृति में मात्र 25 दिन शेष वाले एवं कोर्ट स्थगन, व्याख्याता पद के विरुद्ध वरिष्ठ अध्यापकों को लगाना, सीनियर-जूनियर का कहीं भी नियमों का पालन नहीं कर नियम विरुद्ध सैकडों शिक्षकों के स्थानान्तरण से जिले सहित राज्य में हाहाकार मचने को लेकर अविलम्ब पीडितों को राहत दिलवाने की मांग की है।
उन्होंने भेजे ज्ञापन में आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने तबादला उद्योगों के बहाने पदों के स्टफिंग पैटर्न चलाकर नियम विरुद्ध पदों को तोड़कर शिक्षकों को इधर-उधर करने की कार्यवाही पर कड़ी आपत्ति जताई है।
गहलोत ने चेतावनी दी है कि नियम विरुद्ध तबादले की परिवेदनाओं का निस्तारण नहीं किया तो संगठन आन्दोलन करेगा। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के पदाधिकारियों ने संगठन के जिलाध्यक्ष कुशल देवडा के नेतृत्व में उपखण्ड अधिकारी शक्तिसिंह भाटी को ज्ञापन सौंपा। एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में बताया कि कॉलेज में व्याख्याताओं के कई पद रिक्त होने से विद्यार्थियों को अध्यन में कठिनाईया आती है। करीब दो वर्ष पहले पूर्व विधायक संयम लोढा के सहयोग से 13 व्याख्याताओं की नियुक्ति हुई थी लेकिन वर्तमान में अधिकांश व्याख्याताओं का तबादला हो जाने से कई संकायों में पद रिक्त पड़े हैं।
छात्र नेता नरेश कुमावत ने बताया कि कॉलेज में व्याख्याताओं की नियुक्ति करवाने की मांग को लेकर कई बार क्षेत्रिय विधायक व जिला प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी को अवगत भी करवाया लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है कॉलेज में अभी नया शिक्षा सत्र शुरू हुआ है और छात्रों के हित में व्याख्याताओं की नियुक्ति नहीं होती है तो एनएसयुआई संगठन को आन्दोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष सुरेश सिंह राव, छात्र संध अध्यक्ष मुकेश मीणा, संगठन के नगर अध्यक्ष विपुल सुथार, कुणाल परिहार, कमलेश आर्य, विवेक गहलोत, सुमित सिंह, तेजपाल गर्ग सहित कई छात्र नेता मौजूद थे।
रिक्त पद
स्थानीय महाविद्यालय में दो हजार से भी अधिक विद्यार्थी अध्यनरत है लेकिन कॉलेज में 8 व्याख्याताओं की ही नियुक्ति है जिससे अध्यन नहीं हो पाने से विद्याथियों का भविष्य खराब होने की संभावना बनी हुई है। महाविद्यालय में कला संकाय में हिन्दी में 2, अंग्रेजी में 1 व राजनितिक विज्ञान में 1 पद, वाणिज्य संकाय में एबीएसटी का 1, ईएएफएम का 1 पद इसी प्रकार विज्ञान संकाय में रसायन शास्त्र का 1, गणित का 1 व भौतिक शास़्त्र का 1 एवं प्राणी शास्त्र का एक पद रिक्त है। साथ ही पुस्तकालय अध्यक्ष, प्रयोगशाला सहायक, कार्यालय सहायक, वरिष्ठ लिपिक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, सहायक लेखाधिकारी व उपाचार्य का भी पद रिक्त है।

उन्होंने भेजे ज्ञापन में आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने तबादला उद्योगों के बहाने पदों के स्टफिंग पैटर्न चलाकर नियम विरुद्ध पदों को तोड़कर शिक्षकों को इधर-उधर करने की कार्यवाही पर कड़ी आपत्ति जताई है।
गहलोत ने चेतावनी दी है कि नियम विरुद्ध तबादले की परिवेदनाओं का निस्तारण नहीं किया तो संगठन आन्दोलन करेगा। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के पदाधिकारियों ने संगठन के जिलाध्यक्ष कुशल देवडा के नेतृत्व में उपखण्ड अधिकारी शक्तिसिंह भाटी को ज्ञापन सौंपा। एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में बताया कि कॉलेज में व्याख्याताओं के कई पद रिक्त होने से विद्यार्थियों को अध्यन में कठिनाईया आती है। करीब दो वर्ष पहले पूर्व विधायक संयम लोढा के सहयोग से 13 व्याख्याताओं की नियुक्ति हुई थी लेकिन वर्तमान में अधिकांश व्याख्याताओं का तबादला हो जाने से कई संकायों में पद रिक्त पड़े हैं।
छात्र नेता नरेश कुमावत ने बताया कि कॉलेज में व्याख्याताओं की नियुक्ति करवाने की मांग को लेकर कई बार क्षेत्रिय विधायक व जिला प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी को अवगत भी करवाया लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है कॉलेज में अभी नया शिक्षा सत्र शुरू हुआ है और छात्रों के हित में व्याख्याताओं की नियुक्ति नहीं होती है तो एनएसयुआई संगठन को आन्दोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष सुरेश सिंह राव, छात्र संध अध्यक्ष मुकेश मीणा, संगठन के नगर अध्यक्ष विपुल सुथार, कुणाल परिहार, कमलेश आर्य, विवेक गहलोत, सुमित सिंह, तेजपाल गर्ग सहित कई छात्र नेता मौजूद थे।
रिक्त पद
स्थानीय महाविद्यालय में दो हजार से भी अधिक विद्यार्थी अध्यनरत है लेकिन कॉलेज में 8 व्याख्याताओं की ही नियुक्ति है जिससे अध्यन नहीं हो पाने से विद्याथियों का भविष्य खराब होने की संभावना बनी हुई है। महाविद्यालय में कला संकाय में हिन्दी में 2, अंग्रेजी में 1 व राजनितिक विज्ञान में 1 पद, वाणिज्य संकाय में एबीएसटी का 1, ईएएफएम का 1 पद इसी प्रकार विज्ञान संकाय में रसायन शास्त्र का 1, गणित का 1 व भौतिक शास़्त्र का 1 एवं प्राणी शास्त्र का एक पद रिक्त है। साथ ही पुस्तकालय अध्यक्ष, प्रयोगशाला सहायक, कार्यालय सहायक, वरिष्ठ लिपिक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, सहायक लेखाधिकारी व उपाचार्य का भी पद रिक्त है।