6 अप्रैल 2005 तक की ज्वाइनिंग वाले शिक्षक सेटअप परिवर्तन के दायरे में
अलवर। सेटअप परिर्वतन का काम लगभग पूरा हो चुका है। अब इनके पदस्थापन की प्रक्रिया शुरू होगी। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने देर रात रुककर इन सूचियों को अंतिम रूप दिया। यह सूची माध्यमिक शिक्षा को शुक्रवार को दी जाएगी। इसके बाद पदस्थापन की मशक्कत शुरू होगी। कई बार बनकर बिगड़ी सूचियों के बाद वरिष्ठता में भी परिवर्तन आया है।
अलवर। सेटअप परिर्वतन का काम लगभग पूरा हो चुका है। अब इनके पदस्थापन की प्रक्रिया शुरू होगी। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने देर रात रुककर इन सूचियों को अंतिम रूप दिया। यह सूची माध्यमिक शिक्षा को शुक्रवार को दी जाएगी। इसके बाद पदस्थापन की मशक्कत शुरू होगी। कई बार बनकर बिगड़ी सूचियों के बाद वरिष्ठता में भी परिवर्तन आया है।
शिक्षाधिकारियों के अनुसार यह सूची शिक्षकों के अवलोकन के लिए शुक्रवार
सुबह चस्पा की जाएगी। खास बात यह है कि जो स्वीकृत पद माध्यमिक शिक्षा
द्वारा दिए गए हैं उसके अनुसार 6 अप्रैल 2005 तक की ज्वानिंग वाले शिक्षक
सेटअप परिवर्तन के दायरे में है। सेटअप परिवर्तन की पूरी सूची में जनवरी
2008 तक की ज्वाइनिंग वाले 5316 शिक्षकों को शामिल किया गया है।
बाहरवालों को जिले की वरिष्ठता
सेटअप परिवर्तन की सूची में ऐसे शिक्षक जिन्होंने जिले से बाहर ज्वाइन किया है उन्हें वैकल्पिक वरिष्ठता जारी की गई है। यह वरिष्ठता उनके अलवर में ज्वाइन करने की दिनांक से तय की गई है। अधिकारियों का तर्क है कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों की वरीयता जिले से निर्धारित की जाती है। इसलिए जब भी इनके प्रपत्र 6 मिलेंगे इन्हें स्थाई वरिष्ठता क्रमांक जारी कर दिए जाएंगे। इससे मूल सूची प्रभावित नहीं होगी।
प्रभावित होने वालों की संख्या करीब 1600
सेटअप परिवर्तन से प्रभावित होने वालों की संख्या 1500 से 1600 के बीच ही रहने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि माध्यमिक शिक्षा द्वारा जो पद दिए गए हैं वे स्वीकृत पद हैं। इसके अनुपात में पहले से ही शिक्षक माध्यमिक शिक्षा में कार्यरत भी हैं। सरकार पहले ही प्रारंभिक के पूल मद के शिक्षकों के पदों को समाप्त कर चुकी है।
इसलिए पदस्थापन शेष पदों पर ही होंगे। इधर दूसरी ओर माध्यमिक शिक्षा ने जो तृतीय श्रेणी के रिक्त पदों की संख्या दी है, उतनी ही संख्या में विभाग के खुद के शिक्षक भी पहले से ही कार्यरत हैं। इसलिए अब मामला सिर्फ एकीकृत स्कूलों के शिक्षकों का रह जाता है और ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब 1504 ही है।
इसलिए अनुमान यह भी है कि सेटअप परिवर्तन से सिर्फ 1504 शिक्षक ही प्रभावित हों। शेष शिक्षक पहले की तरह ही प्रारंभिक में काम करते रहेंगे। यदि प्रभावित होने वाले इन 1500 शिक्षकों का गणित लगाएं तो साफ होगा कि करीब 1993 में ज्वाइनिंग करने वाले शिक्षकों को ही स्कूल छोड़ना पड़ेगा।
सूचियों पर पांच दिन चली मशक्कत
सेटअप परिर्वतन के लिए तैयार सूचियों पर 5 दिन तक मशक्कत की गई है। पहले जारी सूचियों में खामियां मिलने के बाद इन्हें दुरुस्त किया गया।
सूची तैयार हो चुकी है, शुक्रवार को इन्हें माध्यमिक शिक्षा को सौंप दिया जाएगा। -रोहिताश मित्तल, डीईओ प्रारंभिक, अलवर।
बाहरवालों को जिले की वरिष्ठता
सेटअप परिवर्तन की सूची में ऐसे शिक्षक जिन्होंने जिले से बाहर ज्वाइन किया है उन्हें वैकल्पिक वरिष्ठता जारी की गई है। यह वरिष्ठता उनके अलवर में ज्वाइन करने की दिनांक से तय की गई है। अधिकारियों का तर्क है कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों की वरीयता जिले से निर्धारित की जाती है। इसलिए जब भी इनके प्रपत्र 6 मिलेंगे इन्हें स्थाई वरिष्ठता क्रमांक जारी कर दिए जाएंगे। इससे मूल सूची प्रभावित नहीं होगी।
प्रभावित होने वालों की संख्या करीब 1600
सेटअप परिवर्तन से प्रभावित होने वालों की संख्या 1500 से 1600 के बीच ही रहने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि माध्यमिक शिक्षा द्वारा जो पद दिए गए हैं वे स्वीकृत पद हैं। इसके अनुपात में पहले से ही शिक्षक माध्यमिक शिक्षा में कार्यरत भी हैं। सरकार पहले ही प्रारंभिक के पूल मद के शिक्षकों के पदों को समाप्त कर चुकी है।
इसलिए पदस्थापन शेष पदों पर ही होंगे। इधर दूसरी ओर माध्यमिक शिक्षा ने जो तृतीय श्रेणी के रिक्त पदों की संख्या दी है, उतनी ही संख्या में विभाग के खुद के शिक्षक भी पहले से ही कार्यरत हैं। इसलिए अब मामला सिर्फ एकीकृत स्कूलों के शिक्षकों का रह जाता है और ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब 1504 ही है।
इसलिए अनुमान यह भी है कि सेटअप परिवर्तन से सिर्फ 1504 शिक्षक ही प्रभावित हों। शेष शिक्षक पहले की तरह ही प्रारंभिक में काम करते रहेंगे। यदि प्रभावित होने वाले इन 1500 शिक्षकों का गणित लगाएं तो साफ होगा कि करीब 1993 में ज्वाइनिंग करने वाले शिक्षकों को ही स्कूल छोड़ना पड़ेगा।
सूचियों पर पांच दिन चली मशक्कत
सेटअप परिर्वतन के लिए तैयार सूचियों पर 5 दिन तक मशक्कत की गई है। पहले जारी सूचियों में खामियां मिलने के बाद इन्हें दुरुस्त किया गया।
सूची तैयार हो चुकी है, शुक्रवार को इन्हें माध्यमिक शिक्षा को सौंप दिया जाएगा। -रोहिताश मित्तल, डीईओ प्रारंभिक, अलवर।
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