पंचायतीराज से शिक्षा विभाग में आए 2822 शिक्षक
शिक्षाविभाग में एक ओर बड़ा फेरबदल कर 2822 पंचायतीराज मद वाले शिक्षकों को अब शिक्षा विभाग में समायोजित कर दिया गया है। अब इनमें से 1447 शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा में लगाया जाएगा।
शिक्षाविभाग में एक ओर बड़ा फेरबदल कर 2822 पंचायतीराज मद वाले शिक्षकों को अब शिक्षा विभाग में समायोजित कर दिया गया है। अब इनमें से 1447 शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा में लगाया जाएगा।
शिक्षा विभाग में पिछले लंबे समय से माध्यमिक शिक्षा में रिक्त पदों को
भरने का काम चल रहा है। इसके पहले चरण में वरिष्ठ अध्यापकों की डीपीसी कर
व्याख्याता बनाया गया है।
इसके बाद स्टाफिंग पैटर्न लागू कर सरप्लस (जरूरत से ज्यादा) शिक्षकों को आसपास की स्कूलों में लगाया गया है। अब माध्यमिक सेटअप में रिक्त पदों को भरने के लिए पंचायतीराज से शिक्षा विभाग के मद में लिया गया है।
राजस्थान सरकार शिक्षक अधिनियम 6 डी के तहत राज्य सरकार की ओर से वर्ष 1971 में बनाए गए कानून के तहत किसी भी शिक्षक का मद परिवर्तन करने का अधिकार सुरक्षित है। इस अधिनियम में शिक्षा के हित के लिए शिक्षकों के मद को बदला जा सकता है।
वर्तमान में इस अधिनियम के तहत ही यह बदलाव किया गया है। शिक्षा विभाग में आने वाले 2822 शिक्षकों में से करीब 1447 शिक्षकों को माध्यमिक सेटअप में डाला जाएगा। इसके लिए लेवल प्रथम के 610 और लेवल द्वितीय के 637 शिक्षक की आवश्यकता माध्यमिक सेटअप में होगी। वहां पर स्टाफिंग पैटर्न के बाद पद रिक्त चल रहे हैं, जहां पर शिक्षकों को लगाया जाएगा।
पंचायतीराज मद में लगभग एक हजार शिक्षक अभी भी मौजूद हैं। इन शिक्षकों के साथ सरप्लस शिक्षा विभाग के 1375 शिक्षकों को जोड़कर स्टाफिंग पैटर्न तैयार किया जाएगा। जिसमें स्कूलवार डाटा तैयार करके रिक्त पदों की संख्या निकाली जाएगी। इससे जिले के कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी भी दूर होगी। जिस कारण गांवाें में बच्चों को होने वाली शिक्षा संबंधि दिक्कतों ने निजात मिलेगी।
2822 शिक्षकों में से 1447 शिक्षकों को माध्यमिक सेटअप में लगाने का कार्य अगले सप्ताह से शुरु हो जाएगा। इसके लिए माध्यमिक सेटअप में आदर्श स्कूल, उच्च माध्यमिक स्कूल, माध्यमिक स्कूल के रिक्त पदों के आधार पर पदस्थापना की जाएगी। इसके साथ ही स्टाफिंग पैटर्न का भी सहारा लिया जाएगा। एक ही स्कूल में एक विषय के द्वितीय लेवल वाले शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की जाएगी।
^राज्य सरकार के आदेश के अनुसार पंचायतीराज से शिक्षा विभाग में शिक्षक का सेटअप परिवर्तन हुआ है।\'\' -कांतिलालडामोर, डीईओ माध्यमिक डूंगरपुर
इसके बाद स्टाफिंग पैटर्न लागू कर सरप्लस (जरूरत से ज्यादा) शिक्षकों को आसपास की स्कूलों में लगाया गया है। अब माध्यमिक सेटअप में रिक्त पदों को भरने के लिए पंचायतीराज से शिक्षा विभाग के मद में लिया गया है।
राजस्थान सरकार शिक्षक अधिनियम 6 डी के तहत राज्य सरकार की ओर से वर्ष 1971 में बनाए गए कानून के तहत किसी भी शिक्षक का मद परिवर्तन करने का अधिकार सुरक्षित है। इस अधिनियम में शिक्षा के हित के लिए शिक्षकों के मद को बदला जा सकता है।
वर्तमान में इस अधिनियम के तहत ही यह बदलाव किया गया है। शिक्षा विभाग में आने वाले 2822 शिक्षकों में से करीब 1447 शिक्षकों को माध्यमिक सेटअप में डाला जाएगा। इसके लिए लेवल प्रथम के 610 और लेवल द्वितीय के 637 शिक्षक की आवश्यकता माध्यमिक सेटअप में होगी। वहां पर स्टाफिंग पैटर्न के बाद पद रिक्त चल रहे हैं, जहां पर शिक्षकों को लगाया जाएगा।
पंचायतीराज मद में लगभग एक हजार शिक्षक अभी भी मौजूद हैं। इन शिक्षकों के साथ सरप्लस शिक्षा विभाग के 1375 शिक्षकों को जोड़कर स्टाफिंग पैटर्न तैयार किया जाएगा। जिसमें स्कूलवार डाटा तैयार करके रिक्त पदों की संख्या निकाली जाएगी। इससे जिले के कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी भी दूर होगी। जिस कारण गांवाें में बच्चों को होने वाली शिक्षा संबंधि दिक्कतों ने निजात मिलेगी।
2822 शिक्षकों में से 1447 शिक्षकों को माध्यमिक सेटअप में लगाने का कार्य अगले सप्ताह से शुरु हो जाएगा। इसके लिए माध्यमिक सेटअप में आदर्श स्कूल, उच्च माध्यमिक स्कूल, माध्यमिक स्कूल के रिक्त पदों के आधार पर पदस्थापना की जाएगी। इसके साथ ही स्टाफिंग पैटर्न का भी सहारा लिया जाएगा। एक ही स्कूल में एक विषय के द्वितीय लेवल वाले शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की जाएगी।
^राज्य सरकार के आदेश के अनुसार पंचायतीराज से शिक्षा विभाग में शिक्षक का सेटअप परिवर्तन हुआ है।\'\' -कांतिलालडामोर, डीईओ माध्यमिक डूंगरपुर
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