चूरू | पंचायतीराज विभाग एवं जिला परिषदों के जरिए 29 जून 2012 को 39544
पदों पर ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा से लेकर पुन: संशोधित परिणामों
में बरती गई अनियमितताओं के विरोध में अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री के नाम
कलेक्टर व सीईओ जिला परिषद को ज्ञापन दिया गया।
ज्ञापन में बताया कि नियमों को ताक पर रखकर परीक्षा परिणाम बार-बार जारी किए। पांच साल बाद हाईकोर्ट के आदेश पर सूचना के अधिकार के तहत प्रश्न पत्र ओएमआरशीट व उत्तर कुंजी दी गई, जिसमें बड़ी खामियां सामने आई थी। आठ फरवरी 2017 को पत्र संख्या 106 जारी कर सभी जिला परिषदों को आदेश जारी कर अभ्यर्थियों से गलत उतर कुंजी पर फिर से आपत्तियां ले ली, जिनका निस्तारण नहीं किया। जिला परिषदों ने 27 मार्च 2017 को परीक्षा एजेंसी को भेज दिया। सात वर्ष से ज्यादा समय गुजर जाने के बाद भी फाइनल रिजल्ट अटका हुआ है। पीड़ित अभ्यर्थी 10 अगस्त से धरना व आमरण अनशन शुरू करेंगे। ज्ञापन देने वालों में राजेंद्र महला, हरिराम भार्गव, राजपालसिंह, राजवीर प्रजापत, बजरंग स्वामी, दारासिंह, रोहिताश जांगिड़, रामनिवास सहू, रामकिशन शास्त्री, सुदर्शन आदि शामिल थे।
ज्ञापन में बताया कि नियमों को ताक पर रखकर परीक्षा परिणाम बार-बार जारी किए। पांच साल बाद हाईकोर्ट के आदेश पर सूचना के अधिकार के तहत प्रश्न पत्र ओएमआरशीट व उत्तर कुंजी दी गई, जिसमें बड़ी खामियां सामने आई थी। आठ फरवरी 2017 को पत्र संख्या 106 जारी कर सभी जिला परिषदों को आदेश जारी कर अभ्यर्थियों से गलत उतर कुंजी पर फिर से आपत्तियां ले ली, जिनका निस्तारण नहीं किया। जिला परिषदों ने 27 मार्च 2017 को परीक्षा एजेंसी को भेज दिया। सात वर्ष से ज्यादा समय गुजर जाने के बाद भी फाइनल रिजल्ट अटका हुआ है। पीड़ित अभ्यर्थी 10 अगस्त से धरना व आमरण अनशन शुरू करेंगे। ज्ञापन देने वालों में राजेंद्र महला, हरिराम भार्गव, राजपालसिंह, राजवीर प्रजापत, बजरंग स्वामी, दारासिंह, रोहिताश जांगिड़, रामनिवास सहू, रामकिशन शास्त्री, सुदर्शन आदि शामिल थे।
No comments:
Post a Comment