शिक्षा विभाग पहली बार शिक्षकों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करेगा। उत्कृष्ट
कार्य करने वाले शिक्षक सम्मानित होंगे, वहीं दूसरी ओर खराब प्रदर्शन के
लिए जिम्मेदारी तय करके आवश्यक प्रशासनिक कार्रवाई भी की जाएगी।
स्कूलों में जितना ज्यादा नामांकन उतना बड़ा इनाम दिया जाएगा। यानि इनाम का स्तर उसके कार्य के आंकलन के आधार पर तय किया जाएगा। उसके बाद राष्ट्रीय दिवस समारोह में विद्यालय, पंचायत समिति,जिला व राज्य स्तर पर श्रेष्ठ कार्य करने वाले शिक्षक सम्मानित होंगे। राष्ट्रीय स्कूल शिक्षा परिषद ने नामांकन वृद्धि, अनामांकित एवं ड्रॉप आउट बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के लिए 26 अप्रैल से 9 मई तक प्रवेशोत्सव कार्यक्रम की गाइड लाइन जारी की थी। इसके तहत 18 साल तक के सभी बालक-बालिकाओं को चिह्नित कर आंगनबाड़ी एवं विद्यालयों से जोड़ा जा रहा है। शिक्षकों को स्कूल क्षेत्र के सभी मोहल्लों में घर-घर दस्तक देकर रिपोर्ट तैयार करनी होगी। इसके बाद विभाग प्रत्येक शिक्षक का रिपोर्ट कार्ड तैयार करेगा। शिक्षकों के रिपोर्ट कार्ड को शाला दर्पण से लिंक किया जाएगा। सर्वे रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए जिला एवं ब्लॉक स्तर पर एक कमेटी गठित की जाएगी। कमेटी प्रत्येक शिक्षक के सर्वे का सत्यापन भी करेगी, कहीं किसी शिक्षक ने अपने अंक बनाने के लिए प्राइवेट स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों का नामांकन तो नहीं कर लिया है या फिर स्कूल नहीं आने वाले बच्चों के भी फर्जी नामांकन तो नहीं दिखा दिए हैं। यदि सर्वे रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा मिलता है तो उस शिक्षक के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा विभाग ने नामांकन संख्या को इस बार स्कूलों को मिलने वाले बजट से भी जोड़ दिया है। जिस स्कूल में बच्चों की संख्या अधिक होगी, उस स्कूल को उतना ही अधिक बजट दिया जाएगा। प्रत्येक ब्लॉक के सर्वाधिक नामांकन वाले 2 उच्च माध्यमिक विद्यालयों, एक माध्यमिक विद्यालय, एक उच्च प्राथमिक विद्यालय एवं एक प्राथमिक विद्यालय को अतिरिक्त अनुदान दिया जाएगा।
इसी प्रकार प्रत्येक ब्लॉक में वर्तमान सत्र में सर्वाधिक नामांकन वृद्धि करने वाले 2 उच्च माध्यमिक विद्यालयों, एक माध्यमिक विद्यालय, एक उच्च प्राथमिक विद्यालय एवं एक प्राथमिक विद्यालय को अतिरिक्त अनुदान प्रदान किया जाएगा।
स्कूलों में जितना ज्यादा नामांकन उतना बड़ा इनाम दिया जाएगा। यानि इनाम का स्तर उसके कार्य के आंकलन के आधार पर तय किया जाएगा। उसके बाद राष्ट्रीय दिवस समारोह में विद्यालय, पंचायत समिति,जिला व राज्य स्तर पर श्रेष्ठ कार्य करने वाले शिक्षक सम्मानित होंगे। राष्ट्रीय स्कूल शिक्षा परिषद ने नामांकन वृद्धि, अनामांकित एवं ड्रॉप आउट बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के लिए 26 अप्रैल से 9 मई तक प्रवेशोत्सव कार्यक्रम की गाइड लाइन जारी की थी। इसके तहत 18 साल तक के सभी बालक-बालिकाओं को चिह्नित कर आंगनबाड़ी एवं विद्यालयों से जोड़ा जा रहा है। शिक्षकों को स्कूल क्षेत्र के सभी मोहल्लों में घर-घर दस्तक देकर रिपोर्ट तैयार करनी होगी। इसके बाद विभाग प्रत्येक शिक्षक का रिपोर्ट कार्ड तैयार करेगा। शिक्षकों के रिपोर्ट कार्ड को शाला दर्पण से लिंक किया जाएगा। सर्वे रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए जिला एवं ब्लॉक स्तर पर एक कमेटी गठित की जाएगी। कमेटी प्रत्येक शिक्षक के सर्वे का सत्यापन भी करेगी, कहीं किसी शिक्षक ने अपने अंक बनाने के लिए प्राइवेट स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों का नामांकन तो नहीं कर लिया है या फिर स्कूल नहीं आने वाले बच्चों के भी फर्जी नामांकन तो नहीं दिखा दिए हैं। यदि सर्वे रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा मिलता है तो उस शिक्षक के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा विभाग ने नामांकन संख्या को इस बार स्कूलों को मिलने वाले बजट से भी जोड़ दिया है। जिस स्कूल में बच्चों की संख्या अधिक होगी, उस स्कूल को उतना ही अधिक बजट दिया जाएगा। प्रत्येक ब्लॉक के सर्वाधिक नामांकन वाले 2 उच्च माध्यमिक विद्यालयों, एक माध्यमिक विद्यालय, एक उच्च प्राथमिक विद्यालय एवं एक प्राथमिक विद्यालय को अतिरिक्त अनुदान दिया जाएगा।
इसी प्रकार प्रत्येक ब्लॉक में वर्तमान सत्र में सर्वाधिक नामांकन वृद्धि करने वाले 2 उच्च माध्यमिक विद्यालयों, एक माध्यमिक विद्यालय, एक उच्च प्राथमिक विद्यालय एवं एक प्राथमिक विद्यालय को अतिरिक्त अनुदान प्रदान किया जाएगा।
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