आचार संहिता लगने से पहले शनिवार को कॉलेज शिक्षा में सहायक और सह आचार्य
की दो ट्रांसफर लिस्ट जारी हुई। इसमें करीब 110 टीचर्स के तबादले हुए है।
इस सूची में सभी लेक्चरर्स का स्थानांतरण प्रशासनिक आधार पर लिखा गया है।
जबकि इस सूची में आधे से अधिक शिक्षकों को उनके इच्छित स्थान पर ट्रांसफर
किया गया है
। ऐसा होने से शिक्षकों को इच्छा अनुसार तबादले पर 70 से 80 हजार रुपए का फायदा होगा। इस सूची के जारी होते ही शनिवार को शिक्षकों के बीच इस बात की हलचल बढ़ गई कि डिपार्टमेंट में ये बड़ी गलती कैसे हो गई। उधर कॉलेज - यूनिवर्सिटी शिक्षकों का सबसे बड़ा संगठन रूक्टा (राष्ट्रीय) इस गड़बड़ी के विरोध में उतर आया।
ऐसे समझें प्रति तबादले पर 80 हजार रुपए के सरकारी नुकसान की गणित - प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरण करने पर 10 उपार्जित अवकाश का लाभ तथा यात्रा ट्रांसपोर्ट भत्ता देना होता है, वर्तमान सैलरी के हिसाब से प्रति शिक्षक लगभग 70 से 80 हजार होता है। इच्छित स्थान पर स्थानांतरण के लिए कोई लाभ देय नहीं होता है । इस प्रकार लापरवाही से लाखों रुपए का राजकोष पर पड़ेगा।
सूची में गड़बड़, रात तक 5 संशोधन सूचियां जारी
गत 6 मार्च को जारी 222 लेक्चरर्स की तबादला सूची और शनिवार को जारी सूची में काफी गलतियां रही। गोविंद शरण शर्मा की जगह गोविंद चरण कर दिया। आज की सूची में प्रदीप वैष्णव नाम का कोई शिक्षक बांसवाड़ा में नहीं है। मनीष रंजन का नाम सूची में दो बार है। रुक्टा राष्ट्रीय के पदाधिकारियों हरसुख राम को नागौर से डूंगरपुर व राजेश जोशी को बांसवाड़ा से कोलायत भेजा गया।
। ऐसा होने से शिक्षकों को इच्छा अनुसार तबादले पर 70 से 80 हजार रुपए का फायदा होगा। इस सूची के जारी होते ही शनिवार को शिक्षकों के बीच इस बात की हलचल बढ़ गई कि डिपार्टमेंट में ये बड़ी गलती कैसे हो गई। उधर कॉलेज - यूनिवर्सिटी शिक्षकों का सबसे बड़ा संगठन रूक्टा (राष्ट्रीय) इस गड़बड़ी के विरोध में उतर आया।
ऐसे समझें प्रति तबादले पर 80 हजार रुपए के सरकारी नुकसान की गणित - प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरण करने पर 10 उपार्जित अवकाश का लाभ तथा यात्रा ट्रांसपोर्ट भत्ता देना होता है, वर्तमान सैलरी के हिसाब से प्रति शिक्षक लगभग 70 से 80 हजार होता है। इच्छित स्थान पर स्थानांतरण के लिए कोई लाभ देय नहीं होता है । इस प्रकार लापरवाही से लाखों रुपए का राजकोष पर पड़ेगा।
सूची में गड़बड़, रात तक 5 संशोधन सूचियां जारी
गत 6 मार्च को जारी 222 लेक्चरर्स की तबादला सूची और शनिवार को जारी सूची में काफी गलतियां रही। गोविंद शरण शर्मा की जगह गोविंद चरण कर दिया। आज की सूची में प्रदीप वैष्णव नाम का कोई शिक्षक बांसवाड़ा में नहीं है। मनीष रंजन का नाम सूची में दो बार है। रुक्टा राष्ट्रीय के पदाधिकारियों हरसुख राम को नागौर से डूंगरपुर व राजेश जोशी को बांसवाड़ा से कोलायत भेजा गया।
No comments:
Post a Comment