54 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती न्यायालय में होने के कारण प्राथमिक-उच्च प्राथमिक स्कूलों को अभी तक टीचर्स नहीं मिले है। वहीं हालही में हुए 17 हजार ग्रेड थर्ड शिक्षकों के तबादलों से स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात पूरी तरह से गड़बड़ा गया है। ऊपर दिए गए तीन उदाहरण तो बानगीभर है। गांव-ढाणी की स्कूलों में छात्रों के अनुपात में शिक्षक नहीं है। उधर, ट्रांसफर से शहर और आस-पास के क्षेत्र में शिक्षक-छात्र अनुपात बिगड़ गया है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के अभिभावक सरकारी स्कूलों में अपने बच्चें का दाखिला करने में कतरा रहे हैं। यदि शीघ्र ही प्रारंभिक सेटअप की स्कूलों को शिक्षक नहीं मिले तो छात्र संख्या घटने से कम नामांकन वाले कई स्कूल एकीकरण की परिधि में आने की संभावना है। विदित रहे पिछले चार साल में एकीकरण के नाम पर प्रदेश के 20 हजार स्कूलों को पास की स्कूल में मर्ज कर उनका अस्तित्व समाप्त किया जा चुका है।
केस 1 : श्रीडूंगरगढ़ ब्लॉक के राप्रावि बड़ाबास बिग्गा में 80 बच्चों का नामांकन है, लेकिन शिक्षक सिर्फ एक। स्कूल में कार्यरत शिक्षिका को लेवल-वन की काउंसलिंग में दूसरी स्कूल में लगा दिया गया है।
केस 2 : बीकानेर ब्लॉक की राजकीय प्राथमिक स्कूल 429 आरडी में एक भी छात्र स्कूल नहीं पहुंच रहा है लेकिन इस स्कूल में दो शिक्षक कार्यरत है।
केस 3 : बीकानेर शहरी क्षेत्र के राउप्रावि भूतनाथ मंदिर में 69 बच्चों का नामांकन है और छह टीचर्स कार्यरत है। जबकि आरटीई में 60 बच्चों पर दो शिक्षकों का प्रावधान है।
3167 शिक्षकों का सेटअप बदला
उधर, प्रारंभिक शिक्षा में कार्यरत लेवल-वन के करीब 3167 शिक्षकों को छह डी के तहत माध्यमिक सेटअप की माध्यमिक-उच्च माध्यमिक स्कूलों में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के पदों पर लगाया गया है। लेवल-सैकंड में सेटअप परिवर्तन की प्रक्रिया फिलहाल चल रही है।
प्रारंभिक सेटअप में
पदों की स्थिति
थर्ड ग्रेड टीचर्स
स्वीकृत पद 1.53 लाख
रिक्त 54 हजार
सैकंड ग्रेड टीचर्स
स्वीकृत पद 19100
रिक्त 8500
शारीरिक शिक्षक
स्वीकृत पद 8100
रिक्त 3500
छात्र संख्या के अनुसार स्टाफिंग पैटर्न से शिक्षकों के पद स्वीकृत है। तबादले स्वीकृत पदों पर ही किए गए है। दूर-दराज की स्कूलों में रिक्त हुए पद शीघ्र ही नई नियुक्ति से भर दिए जाएंगे। श्याम सिंह राजपुरोहित, निदेशक, प्रारंभिक शिक्षा
तबादले शिक्षक हित में नहीं छात्र हित में किए जाने चाहिए। चुनावी वर्ष में अधिक स्थानांतरण करने के साथ छात्रों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए। महेंद्र पांडे, महामंत्री, प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ
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