सीकर. राजस्थान प्रदेश
में आगामी छह महीने में होने वाली एक लाख से अधिक भर्तियों के लिए सरकार ने
अभ्यर्थियों के लिए राहत का फरमान सुनाया है। अभ्यर्थियों को अब हर बार
नया आवेदन फार्म नहीं भरना पड़ेगा। राज्य सरकार के इस निर्णय का शेखावाटी
के युवाओं का स्वागत किया है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि इससे समय और धन
दोनों की बचत होगी। संभावना है कि युवाओं को अलग-अलग भर्तियों के लिए
सिर्फ फीस के लिए टोकन कटाना होगा और पुराने आवेदनों के आधार पर शैक्षिक
योग्यता आदि जानकारी संबंधित विभाग के आवेदन में सबमिट हो जाएगी।
14 से अधिक विभागों में होनी है भर्ती
छह माह में प्रदेश में 14 से अधिक विभागों में भर्ती होनी है। इसमें शिक्षा, स्वायत्त शासन विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, विद्युत निगम, खान, पुलिस, महिला एवं बाल विकास, उद्योग, जिला परिषद सहित अन्य विभागों में भर्ती होनी है। ज्यादा भर्ती शिक्षा विभाग में 54 हजार से अधिक होनी है।
छह माह में प्रदेश में 14 से अधिक विभागों में भर्ती होनी है। इसमें शिक्षा, स्वायत्त शासन विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, विद्युत निगम, खान, पुलिस, महिला एवं बाल विकास, उद्योग, जिला परिषद सहित अन्य विभागों में भर्ती होनी है। ज्यादा भर्ती शिक्षा विभाग में 54 हजार से अधिक होनी है।
चार साल से अटकी थी भर्ती
प्रदेश में चार वर्षो से महकमों में भर्तियों पर एक तरीके से अघोषित रुप से रोक सी लगा थी। लेकिन चुनावी साल में सरकार ने भर्तियों का पिटारा खोल दिया है। सरकार चुनावी साल में भर्ती कराकर युवाओं को जोडऩा चाहती है।
प्रदेश में चार वर्षो से महकमों में भर्तियों पर एक तरीके से अघोषित रुप से रोक सी लगा थी। लेकिन चुनावी साल में सरकार ने भर्तियों का पिटारा खोल दिया है। सरकार चुनावी साल में भर्ती कराकर युवाओं को जोडऩा चाहती है।
भर्तियों का कलैण्डर जारी हो तो मिले राहत
प्रदेश के युवाओं की लंबे समय से मांग हर साल भर्तियों का कलेण्डर जारी होना रही है। लेकिन किसी भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया। हालत यह है कि सरकार ने चुनावी साल या शुरुआत साल में जरुर भर्तियों का कलेण्डर जारी करती है। लेकिन बाद में भर्तियों की मंशा नहीं होती। युवाओं का कहना है कि यदि भर्तियों का कलेण्डर जारी हो तो तैयारी में काफी आसानी रहे।
प्रदेश के युवाओं की लंबे समय से मांग हर साल भर्तियों का कलेण्डर जारी होना रही है। लेकिन किसी भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया। हालत यह है कि सरकार ने चुनावी साल या शुरुआत साल में जरुर भर्तियों का कलेण्डर जारी करती है। लेकिन बाद में भर्तियों की मंशा नहीं होती। युवाओं का कहना है कि यदि भर्तियों का कलेण्डर जारी हो तो तैयारी में काफी आसानी रहे।
पिछली सरकार की भर्तियों का क्या
पिछली कांग्रेस सरकार के समय भी 80 हजार से ज्यादा भर्तियों पर विज्ञप्ति जारी की थी। लेकिन इनमें से 50 हजार से अधिक पद आचार संहिता, आयु सीमा व अनुभव सहित अन्य कारणों से अटक गई थी। बाद में प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के कारण भर्ती अटक गई। युवाओं प्रदर्शन किए तो सरकार ने समीक्षा के नाम पर भर्तियों को एक राज्यस्तरीय कमेटी के सामने रैफर कर दिया। लेकिन सरकार इन भर्तियों की राह नहीं खोल सकी।
पिछली कांग्रेस सरकार के समय भी 80 हजार से ज्यादा भर्तियों पर विज्ञप्ति जारी की थी। लेकिन इनमें से 50 हजार से अधिक पद आचार संहिता, आयु सीमा व अनुभव सहित अन्य कारणों से अटक गई थी। बाद में प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के कारण भर्ती अटक गई। युवाओं प्रदर्शन किए तो सरकार ने समीक्षा के नाम पर भर्तियों को एक राज्यस्तरीय कमेटी के सामने रैफर कर दिया। लेकिन सरकार इन भर्तियों की राह नहीं खोल सकी।
No comments:
Post a Comment