सीकर. आज के दौर के विवाह-समारोहों में दूल्हों को उपहार स्वरूप
महंगी बाइक-लग्जरी गाड़ियां देने की होड़ छोड़कर शहर के महेश पारीक ने अनूठी
पहल की है।
नरहड़ के सीनियर सैकंडरी स्कूल के प्रधानाध्यापक पारीक ने अपनी इकलौती बेटी खुशी की शादी में पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन में व्याख्याता पद पर सेवारत दूल्हे सुशील कुमार को भेंट में गाय और बछड़ा दिया।
- चिड़ावा शहर के वार्ड 12 में अग्रसेन भवन के पास मंगलवार रात हुए इस विवाह समारोह में फेरों की रस्म से पहले पंडित घनश्याम शर्मा ने दुल्हन के पिता से गोदान और दूल्हे से गोधन की सार-संभाल करने का संकल्प करवाया।
- दुल्हन के चचेरे भाई गोरक्षा दल चिड़ावा के वरिष्ठ कार्यकर्ता अभिषेक पारीक बिट्टू मोलीसर गांव से गाय लेकर आए। शादी में बेटी-दामाद को उपहार स्वरूप देने के लिए प्रधानाध्यापक महेश पारीक ने पहले स्विफ्ट वीडीआई कार बुक करवाई थी। उसके लिए एजेंसी में पांच हजार रुपए भी जमा करवा दिए थे।
- उनके समधी चूरू के भाडंग स्कूल में शिक्षक हरिकिशन पारीक व दामाद काे यह जानकारी मिली तो उन्होंने कार लेने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वे ग्रामीण पृष्ठभूमि से हैं, इसलिए रीति-रिवाज वाली परंपरा ही निभाएं।
- इस पर महेश ने बेटी को उपहार में देने के लिए रिश्तेदार के यहां से 13 लीटर दूध देने वाली देशी नस्ल की गाय मंगवाई।
- शादी समारोह में शिरकत करने चूरू के साहवा से आए बाराती और दुल्हन पक्ष के नाते-रिश्तेदारों ने गोधन संरक्षण की दिशा में शिक्षक पारीक के प्रयासों को प्रेरक बताया।
ग्रेड सैकंड शिक्षक की परीक्षा पास कर चुकी है खुशी
साइंस मैथ्स में एमए बीएड तक पढ़ी-लिखी दुल्हन खुशी ग्रेड सैकंड शिक्षक भर्ती की परीक्षा पास कर चुकी है, लेकिन उस वक्त तक बीएड का परीक्षा परिणाम नहीं आने के कारण ज्वॉइन नहीं कर सकी। बकौल परिजनों के इस संबंध में लगाई गई याचिका न्यायालय ने खारिज कर दी थी। वह अब भी शिक्षक भर्ती की तैयारी कर रही है। उसकी मम्मी सरिता पारीक शहर के एक निजी शिक्षण संस्था में शिक्षिका रही हैं।
नरहड़ के सीनियर सैकंडरी स्कूल के प्रधानाध्यापक पारीक ने अपनी इकलौती बेटी खुशी की शादी में पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन में व्याख्याता पद पर सेवारत दूल्हे सुशील कुमार को भेंट में गाय और बछड़ा दिया।
- चिड़ावा शहर के वार्ड 12 में अग्रसेन भवन के पास मंगलवार रात हुए इस विवाह समारोह में फेरों की रस्म से पहले पंडित घनश्याम शर्मा ने दुल्हन के पिता से गोदान और दूल्हे से गोधन की सार-संभाल करने का संकल्प करवाया।
- दुल्हन के चचेरे भाई गोरक्षा दल चिड़ावा के वरिष्ठ कार्यकर्ता अभिषेक पारीक बिट्टू मोलीसर गांव से गाय लेकर आए। शादी में बेटी-दामाद को उपहार स्वरूप देने के लिए प्रधानाध्यापक महेश पारीक ने पहले स्विफ्ट वीडीआई कार बुक करवाई थी। उसके लिए एजेंसी में पांच हजार रुपए भी जमा करवा दिए थे।
- उनके समधी चूरू के भाडंग स्कूल में शिक्षक हरिकिशन पारीक व दामाद काे यह जानकारी मिली तो उन्होंने कार लेने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वे ग्रामीण पृष्ठभूमि से हैं, इसलिए रीति-रिवाज वाली परंपरा ही निभाएं।
- इस पर महेश ने बेटी को उपहार में देने के लिए रिश्तेदार के यहां से 13 लीटर दूध देने वाली देशी नस्ल की गाय मंगवाई।
- शादी समारोह में शिरकत करने चूरू के साहवा से आए बाराती और दुल्हन पक्ष के नाते-रिश्तेदारों ने गोधन संरक्षण की दिशा में शिक्षक पारीक के प्रयासों को प्रेरक बताया।
ग्रेड सैकंड शिक्षक की परीक्षा पास कर चुकी है खुशी
साइंस मैथ्स में एमए बीएड तक पढ़ी-लिखी दुल्हन खुशी ग्रेड सैकंड शिक्षक भर्ती की परीक्षा पास कर चुकी है, लेकिन उस वक्त तक बीएड का परीक्षा परिणाम नहीं आने के कारण ज्वॉइन नहीं कर सकी। बकौल परिजनों के इस संबंध में लगाई गई याचिका न्यायालय ने खारिज कर दी थी। वह अब भी शिक्षक भर्ती की तैयारी कर रही है। उसकी मम्मी सरिता पारीक शहर के एक निजी शिक्षण संस्था में शिक्षिका रही हैं।
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