भास्कर संवाददाता|बांसवाड़ा शिक्षकोंकी जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन शुक्रवार को
बांसवाड़ा, बागीदौरा और महिला शिक्षिकाओं की प्रतियोगिताओं का आयोजन
बड़ोदिया में किया जाएगा। जहां हर खेल में कड़े नियम कायदे होते हैं,
खिलाड़ियों के हूनर काे देख उनका चयन किया जाता हैं।
वहीं शिक्षकों की खेल प्रतियोगिता में बच्चों की पढ़ाई को नजर अंदाजकर हर शिक्षक को खेलने की अनुमति है। जिनके चयन के कोई विशेष मापदंड नहीं है। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी शिक्षकों की खेलकूद प्रतियोगिता का आयेाजन राज्य के हर जिले में किया जा रहा है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग के आदेशों के अनुसार इस प्रतियोगिता में हर शिक्षक जो खेल में भाग लेना चाहता है, वह आवेदन कर सकता है। वहीं इसके उलट विद्यार्थियों की प्रतियाेगिता में स्कूल का शारीरिक शिक्षक और संस्थाप्रधान खेलों के लिए विद्यार्थियों का चयन करते हैं। जिन्हें प्रतियाेगिता में जाने की अनुमति प्रदान की जाती है। तहसील स्तर की प्रतियोगिता में शिक्षक खिलाड़ी के चयन की कोई प्रक्रिया नहीं होती है। ऐसे में किसी स्कूल से सभी शिक्षक खेलने की इच्छा जताएं तो उस दिन स्कूल मानों बंद-सी रहती है। इसकी एवज में विभाग की ओर से प्रतिभागी शिक्षकों को ड्यूटी भी प्राप्त होती है।
विभागकी ओर से मिलती है ओडी: विद्यार्थियोंकी खेलकूद प्रतियागिता में उनके लिए हर स्कूल का ड्रेस कोड होता है, लेकिन शिक्षकों की प्रतियोगिता में ऐसी कोई अनिवार्यता नहीं। इस प्रकार एक ही विभाग अपने ही दो समान आयोजन में किसी पर कड़े नियम तो किसी पर बिना किसी नियमों के बगैर प्रतियोगिताएं करवा रहा है। इस संबंध में योग प्रशिक्षक माध्यमिक शिक्षा सोहन कतिजा ने बताया कि तहसील स्तर की प्रतियोगिता में निदेशालय के आदेशानुसार हर शिक्षक जो इच्छुक है, वो खेल सकता है। जहां से सफल होने से उसका चयन जिलास्तर पर होता है। तहसील स्तर पर शिक्षक को महज ओडी प्राप्त होती है। वहीं आगे की प्रतियोगिता में ओडी के साथ टीए डीए भी प्राप्त होते हैं।
ड्रेसकोर्ड की अनिवार्यता नहीं
योगप्रशिक्षक प्रारंभिक शिक्षा भारतेंदू शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता में स्कूलों से शिक्षकों के चयन का कोई मापदंड नहीं है। यदि किसी प्रतियागिता में शिक्षकों की संख्या अधिक हो जाती है तो वहां पर उनमें से बेहतर खेलने वाले शिक्षक को टीम के लिए चुना जाता है। इसके अतिरिक्त विभाग के पास कोई दिशा निर्देश नहीं है। शिक्षक खिलाड़ियों के खेल के दौरान ड्रेस कोड की भी कोई अनिवार्यता नहीं है। इधर, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रेमजी पाटीदार स्वयं को व्यस्त होना बताते हुए इस बारे में अपना पक्ष देने से बचते दिखे। साथ ही अपने विभाग के संबंधित कर्मचारी से बात करने को कहा।
जिलास्तरीयपुरुष वर्ग की प्रतियोगिता: पुरुषवर्ग की बेडमिन्टन, शतरंज, टेबल टेनिस, बास्केटबॉल और एथलेटिक्स प्रतियोगिता 24 और 25 नवंबर को राउमावि नूतन, फुटबॉल, सांस्कृतिक कार्यक्रम, कबड्डी, वालीबॉल की प्रतियोगिताएं राउमावि बागीदौरा में होंगी।
जिलास्तरीयमहिला वर्ग की प्रतियोगिता: महिलावर्ग के लिए वालीबॉल, बेडमिन्टन, टीटी, एथलेटिक्स, दौड़, गोलाफेंक, सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रतियोगिताएं राउमावि बड़ोदिया में होंगी।
वहीं शिक्षकों की खेल प्रतियोगिता में बच्चों की पढ़ाई को नजर अंदाजकर हर शिक्षक को खेलने की अनुमति है। जिनके चयन के कोई विशेष मापदंड नहीं है। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी शिक्षकों की खेलकूद प्रतियोगिता का आयेाजन राज्य के हर जिले में किया जा रहा है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग के आदेशों के अनुसार इस प्रतियोगिता में हर शिक्षक जो खेल में भाग लेना चाहता है, वह आवेदन कर सकता है। वहीं इसके उलट विद्यार्थियों की प्रतियाेगिता में स्कूल का शारीरिक शिक्षक और संस्थाप्रधान खेलों के लिए विद्यार्थियों का चयन करते हैं। जिन्हें प्रतियाेगिता में जाने की अनुमति प्रदान की जाती है। तहसील स्तर की प्रतियोगिता में शिक्षक खिलाड़ी के चयन की कोई प्रक्रिया नहीं होती है। ऐसे में किसी स्कूल से सभी शिक्षक खेलने की इच्छा जताएं तो उस दिन स्कूल मानों बंद-सी रहती है। इसकी एवज में विभाग की ओर से प्रतिभागी शिक्षकों को ड्यूटी भी प्राप्त होती है।
विभागकी ओर से मिलती है ओडी: विद्यार्थियोंकी खेलकूद प्रतियागिता में उनके लिए हर स्कूल का ड्रेस कोड होता है, लेकिन शिक्षकों की प्रतियोगिता में ऐसी कोई अनिवार्यता नहीं। इस प्रकार एक ही विभाग अपने ही दो समान आयोजन में किसी पर कड़े नियम तो किसी पर बिना किसी नियमों के बगैर प्रतियोगिताएं करवा रहा है। इस संबंध में योग प्रशिक्षक माध्यमिक शिक्षा सोहन कतिजा ने बताया कि तहसील स्तर की प्रतियोगिता में निदेशालय के आदेशानुसार हर शिक्षक जो इच्छुक है, वो खेल सकता है। जहां से सफल होने से उसका चयन जिलास्तर पर होता है। तहसील स्तर पर शिक्षक को महज ओडी प्राप्त होती है। वहीं आगे की प्रतियोगिता में ओडी के साथ टीए डीए भी प्राप्त होते हैं।
ड्रेसकोर्ड की अनिवार्यता नहीं
योगप्रशिक्षक प्रारंभिक शिक्षा भारतेंदू शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता में स्कूलों से शिक्षकों के चयन का कोई मापदंड नहीं है। यदि किसी प्रतियागिता में शिक्षकों की संख्या अधिक हो जाती है तो वहां पर उनमें से बेहतर खेलने वाले शिक्षक को टीम के लिए चुना जाता है। इसके अतिरिक्त विभाग के पास कोई दिशा निर्देश नहीं है। शिक्षक खिलाड़ियों के खेल के दौरान ड्रेस कोड की भी कोई अनिवार्यता नहीं है। इधर, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रेमजी पाटीदार स्वयं को व्यस्त होना बताते हुए इस बारे में अपना पक्ष देने से बचते दिखे। साथ ही अपने विभाग के संबंधित कर्मचारी से बात करने को कहा।
जिलास्तरीयपुरुष वर्ग की प्रतियोगिता: पुरुषवर्ग की बेडमिन्टन, शतरंज, टेबल टेनिस, बास्केटबॉल और एथलेटिक्स प्रतियोगिता 24 और 25 नवंबर को राउमावि नूतन, फुटबॉल, सांस्कृतिक कार्यक्रम, कबड्डी, वालीबॉल की प्रतियोगिताएं राउमावि बागीदौरा में होंगी।
जिलास्तरीयमहिला वर्ग की प्रतियोगिता: महिलावर्ग के लिए वालीबॉल, बेडमिन्टन, टीटी, एथलेटिक्स, दौड़, गोलाफेंक, सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रतियोगिताएं राउमावि बड़ोदिया में होंगी।
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