2013 की तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में हाईकोर्ट के आदेशों के बाद जिला
परिषद शिक्षा विभाग की ओर से जारी संशोधित परिणाम की वरीयता सूची में जिन
अभ्यर्थियों को डीईओ ऑफिस में काउंसलिंग के माध्यम से स्कूलों का आवंटन
किया गया।
गौरतलब है कि पूरे मामले को लेकर “दैनिक भास्कर’ ने सिलसिलेवार समाचार प्रकाशित किए तो जिला परिषद शिक्षा विभाग को संशोधित कटआफ जारी करनी पड़ी। इसमें उन अभ्यर्थियों को हटाया है, जिन्होंने दस्तावेज सत्यापन नहीं कराए। इसके बाद काउंसलिंग कराने को लेकर शिक्षा विभाग को निर्देश जारी किए थे। अब मंगलवार को इन 63 चयनित शिक्षकों को स्कूलों का आवंटन करने के लिए डीईओ कार्यालय में काउंसलिंग कराई गई। गौरतलब है कि पहले जारी सूची में वर्तमान में स्कूल लेक्चरर से लेकर केंद्रीय विद्यालय में शिक्षक पद के बाद भी उनको वरीयता सूची में शामिल कर दिया था। इतना ही नहीं, दस्तावेज सत्यापन नहीं कराने वाले अभ्यर्थियों को भी एक गुणा मेरिट लिस्ट में शामिल कर दिया था। इसके चलते 100 से अधिक पद खाली रह रहे थे।
11 अक्टूबर को प्रकाशित समाचार।
मामला उजागर होने के बाद हुआ यह
दस्तावेजसत्यापन नहीं कराने वालों को सूची से बाहर कर एक गुणा वरीयता सूची बनाई। इसमें डेढ़ गुणा सूची में शामिल जिन अभ्यर्थियों ने दस्तावेज सत्यापन करा दिए हैं उनको भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने का मौका मिला। साथ ही वर्तमान में कार्यरत शिक्षक जो कटऑफ से बाहर हो रहे थे उनको भी वापस कटऑफ में आने का अवसर मिला।
स्कूलोंका आंवटन कर दिया है
^63लोगों को काउंसलिंग के माध्यम से स्कूलों का आंवटन कर दिया है। दीपावली से पहले इनको पोस्टिंग की सौगात मिल जाएंगी। -गोरधनलालसुथार, डीईओप्रारंभिक
पूरे मामले में जिस शिक्षा विभाग के अधिकारियो जिला परिषद की और से कटऑफ निकालने काउंसलिंग कराने में देरी की जा रही थी। वही दैनिक भास्कर में पूरे मामले को उठाने के बाद मंगलवार को काउंसलिंग के बाद अभ्यर्थियों डीईओ स्टॉफ को मिठाई खिलाई।
गौरतलब है कि पूरे मामले को लेकर “दैनिक भास्कर’ ने सिलसिलेवार समाचार प्रकाशित किए तो जिला परिषद शिक्षा विभाग को संशोधित कटआफ जारी करनी पड़ी। इसमें उन अभ्यर्थियों को हटाया है, जिन्होंने दस्तावेज सत्यापन नहीं कराए। इसके बाद काउंसलिंग कराने को लेकर शिक्षा विभाग को निर्देश जारी किए थे। अब मंगलवार को इन 63 चयनित शिक्षकों को स्कूलों का आवंटन करने के लिए डीईओ कार्यालय में काउंसलिंग कराई गई। गौरतलब है कि पहले जारी सूची में वर्तमान में स्कूल लेक्चरर से लेकर केंद्रीय विद्यालय में शिक्षक पद के बाद भी उनको वरीयता सूची में शामिल कर दिया था। इतना ही नहीं, दस्तावेज सत्यापन नहीं कराने वाले अभ्यर्थियों को भी एक गुणा मेरिट लिस्ट में शामिल कर दिया था। इसके चलते 100 से अधिक पद खाली रह रहे थे।
11 अक्टूबर को प्रकाशित समाचार।
मामला उजागर होने के बाद हुआ यह
दस्तावेजसत्यापन नहीं कराने वालों को सूची से बाहर कर एक गुणा वरीयता सूची बनाई। इसमें डेढ़ गुणा सूची में शामिल जिन अभ्यर्थियों ने दस्तावेज सत्यापन करा दिए हैं उनको भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने का मौका मिला। साथ ही वर्तमान में कार्यरत शिक्षक जो कटऑफ से बाहर हो रहे थे उनको भी वापस कटऑफ में आने का अवसर मिला।
स्कूलोंका आंवटन कर दिया है
^63लोगों को काउंसलिंग के माध्यम से स्कूलों का आंवटन कर दिया है। दीपावली से पहले इनको पोस्टिंग की सौगात मिल जाएंगी। -गोरधनलालसुथार, डीईओप्रारंभिक
पूरे मामले में जिस शिक्षा विभाग के अधिकारियो जिला परिषद की और से कटऑफ निकालने काउंसलिंग कराने में देरी की जा रही थी। वही दैनिक भास्कर में पूरे मामले को उठाने के बाद मंगलवार को काउंसलिंग के बाद अभ्यर्थियों डीईओ स्टॉफ को मिठाई खिलाई।
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