बाड़मेर |एक तरफ सरकार स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के लिए संस्था प्रधानों
पर दबाव डाल रही है। दूसरी तरफ स्कूलों में शिक्षकों की कमी भी है। अभिभावक
छात्र तालाबंदी कर शिक्षकों की मांग कर रहे हैं।
अक्सर स्कूलों पर तालाबंदी की खबरें रही हैं। इन्हें रोकने के लिए सरकार ने अजीब आदेश निकाला है। स्कूल में शिक्षकों की मांग करते हुए कोई भी तालाबंदी या विरोध प्रदर्शन में शामिल हुआ तो उसके खिलाफ राजकार्य में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। आदेश ने शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों के संस्था प्रधानों की नींद उड़ा कर रखी दी है। आदेश में स्कूल में तालाबंदी की घटना होने पर संबंधित संस्था प्रधान को ही जिम्मेदार ठहराने की बात कही गई है। तालाबंदी करने वालों के खिलाफ भी राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने की एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए है। शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों के अभिभावकों को कहना है कि वर्षों से स्कूल में शिक्षक की मांग करते रहे हैं। मगर तो शिक्षा विभाग के अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान देते हैं और ना ही सरकार।
अक्सर स्कूलों पर तालाबंदी की खबरें रही हैं। इन्हें रोकने के लिए सरकार ने अजीब आदेश निकाला है। स्कूल में शिक्षकों की मांग करते हुए कोई भी तालाबंदी या विरोध प्रदर्शन में शामिल हुआ तो उसके खिलाफ राजकार्य में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। आदेश ने शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों के संस्था प्रधानों की नींद उड़ा कर रखी दी है। आदेश में स्कूल में तालाबंदी की घटना होने पर संबंधित संस्था प्रधान को ही जिम्मेदार ठहराने की बात कही गई है। तालाबंदी करने वालों के खिलाफ भी राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने की एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए है। शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों के अभिभावकों को कहना है कि वर्षों से स्कूल में शिक्षक की मांग करते रहे हैं। मगर तो शिक्षा विभाग के अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान देते हैं और ना ही सरकार।
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