जोधपुर.शहर में आए शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी से मिलने सर्किट हाउस में मंगलवार शाम एक सरकारी शिक्षिका पहुंचीं। महिला ने स्वयं को अविवाहित एवं बीमार माता-पिता का एकमात्र सहारा बताते हुए मंत्री से काउंसिलिंग के दैारान पोस्टिंग नहीं करने की गुहार की।
मंत्री ने कहा तुम लाइफ नहीं करोगी शादी इसकी क्या गारंटी...
इस पर मंत्री ने कहा कि इस बात की क्या गारंटी है कि एकल महिला या विधवा बाद में शादी नहीं कर सकती? इस पर महिला ने आव देखा न ताव और तत्काल लिखकर दिया कि-वो जिंदगी भर शादी नहीं करने की गारंटी दे रही हैं। शिक्षिका ने जब यह पत्र मंत्री को थमाया तो वे भी ऐसी गारंटी देखकर अचरज में पड़ गए। बाद में उन्होंने प्रार्थना-पत्र पर विचार करने का आश्वासन देकर शिक्षिका को भेजा।
ऐसी गारंटी देख भौंचक रह गए मंत्री, आश्वासन देकर रवाना किया
मामले के अनुसार बीकॉम-बीएड योग्यताधारी सरकारी शिक्षकों को लेवल प्रथम से निकालकर लेवल सैकंड में लेने की काउंसलिंग बुधवार को शुरू हुई। इसके अंतर्गत पदस्थापित अधिकांश शिक्षकों की ट्रांसफर भी इधर-उधर होगी। इन शिक्षकों को काउंसलिंग में शामिल नहीं करने की मांग को लेकर मंगलवार शाम शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल मंत्री से मिलने पहुंचा। इस दौरान राउप्रावि सजाड़ा की शिक्षिका सुखी बिदौया ने देवनानी से कहा कि वो एकल महिला है, और बीमार माता-पिता की सारी जिम्मेदारी उन पर ही है। इस कारण उन्हें काउंसलिंग से बाहर रखकर पोस्टिंग नहीं की जाए। इस पर शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि एकल महिला और विधवा भी आगे जाकर विवाह कर लेती हैं। ऐसे में इस बात की क्या गारंटी की आप शादी नहीं करेंगी? शिक्षिका ने जवाब दिया कि- सर मैं 45 साल की हो चुकी हूं। इसके बाद सुखी बिदौया ने हाथों-हाथ पत्र लिखा कि वे गारंटी देती हैं कि शादी नहीं करेंगी। यह पत्र मंत्री के हाथ में पकड़ाते ही वे भी हक्के-बक्के हो गए। बाद में देवनानी प्रार्थना पत्र पर विचार करने का आश्वासन देकर आगे बढ़ गए।
मंत्री ने कहा तुम लाइफ नहीं करोगी शादी इसकी क्या गारंटी...
इस पर मंत्री ने कहा कि इस बात की क्या गारंटी है कि एकल महिला या विधवा बाद में शादी नहीं कर सकती? इस पर महिला ने आव देखा न ताव और तत्काल लिखकर दिया कि-वो जिंदगी भर शादी नहीं करने की गारंटी दे रही हैं। शिक्षिका ने जब यह पत्र मंत्री को थमाया तो वे भी ऐसी गारंटी देखकर अचरज में पड़ गए। बाद में उन्होंने प्रार्थना-पत्र पर विचार करने का आश्वासन देकर शिक्षिका को भेजा।
ऐसी गारंटी देख भौंचक रह गए मंत्री, आश्वासन देकर रवाना किया
मामले के अनुसार बीकॉम-बीएड योग्यताधारी सरकारी शिक्षकों को लेवल प्रथम से निकालकर लेवल सैकंड में लेने की काउंसलिंग बुधवार को शुरू हुई। इसके अंतर्गत पदस्थापित अधिकांश शिक्षकों की ट्रांसफर भी इधर-उधर होगी। इन शिक्षकों को काउंसलिंग में शामिल नहीं करने की मांग को लेकर मंगलवार शाम शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल मंत्री से मिलने पहुंचा। इस दौरान राउप्रावि सजाड़ा की शिक्षिका सुखी बिदौया ने देवनानी से कहा कि वो एकल महिला है, और बीमार माता-पिता की सारी जिम्मेदारी उन पर ही है। इस कारण उन्हें काउंसलिंग से बाहर रखकर पोस्टिंग नहीं की जाए। इस पर शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि एकल महिला और विधवा भी आगे जाकर विवाह कर लेती हैं। ऐसे में इस बात की क्या गारंटी की आप शादी नहीं करेंगी? शिक्षिका ने जवाब दिया कि- सर मैं 45 साल की हो चुकी हूं। इसके बाद सुखी बिदौया ने हाथों-हाथ पत्र लिखा कि वे गारंटी देती हैं कि शादी नहीं करेंगी। यह पत्र मंत्री के हाथ में पकड़ाते ही वे भी हक्के-बक्के हो गए। बाद में देवनानी प्रार्थना पत्र पर विचार करने का आश्वासन देकर आगे बढ़ गए।
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