6डीमें चयनित शिक्षकों में से लेवल 1 टीएसपी और गैर टीएसपी के शिक्षकों का
पदस्थापन माध्यमिक शिक्षा विभाग में करने को लेकर बुधवार को हुई काउंसलिंग
शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के विरोध के कारण कुछ देर बाधित रही।
शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने पदस्थापन को लेकर जारी लिस्ट में भारी अनियमितताओं के आरोप लगाए। राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह सारंगदेवोत ने बताया कि प्रारंभिक शिक्षा विभाग की जारी लिस्ट में काफी गड़बड़ियां थीं। तय हुआ था कि प्रथम नियुक्ति एसटीसी लेवल-1 को इस सूची में शामिल किया जाएगा। लेकिन आधे लोगों को ही शामिल किया गया। इसमें यह भी स्पष्ट नहीं है कि इसके लिए कौन सा आधार तय किया गया। दूसरा- इसमें कई सीनियर शिक्षकों को भी शामिल नहीं किया गया। तीसरी अनियमितता यह है कि गत सत्र में नियुक्त हुए शिक्षक कोर्ट चले गए थे, लेकिन शिक्षा विभाग के डीईओ को यह पता नहीं कि मामला कोर्ट में है या खारिज हो गया है। इनमें से भी सभी को सूची में शामिल नहीं किया गया। कुछ तो काउंसलिंग में भी पहुंच गए। इन सभी अनियमितताओं को लेकर डीईओ मधुसूदन व्यास के सामने शिक्षक नेताओं ने इन मुद्दों को उठाया।
पहले से चल रहा विरोध
प्रारंभिकसे माध्यमिक शिक्षा में सेटअप परिवर्तन की जारी सूची में सामान्य विषय के शिक्षकों के नाम जोड़ने और अन्य त्रुटियों को लेकर लिस्ट जारी होने के साथ ही विरोध शुरू हो गया था। राजस्थान शिक्षक और पंचायतीराज कर्मचारी संघ जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम मधुसूदन व्यास और जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक रश्मि भार्गव से वार्ता की थी।
राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेरसिंह चौहान, जिलाध्यक्ष नवीन व्यास, राजकमल लोहार प्रगतिशील के श्यामलाल आमेटा आदि नेताओं ने आरोप लगाया कि अपने चहेते शिक्षकों को लगाने के चलते जानबूझकर कई वरिष्ठ शिक्षकों के नाम हटा दिए गए हैं। कुछ शिक्षकों ने प्रमाण के साथ अपने नाम प्रस्तुत किए हैं। उसके बाद अधिकारियों और शिक्षक संघों के प्रतिनिधियों के बीच सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि एेसे ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
आरोप : चहेतों के लिए जानबूझकर नाम हटाए गए
उदयपुर। 6डी के तहत हो रही कांउसलिंग में गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए शिक्षक संघ ने प्रदर्शन किया।
शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने पदस्थापन को लेकर जारी लिस्ट में भारी अनियमितताओं के आरोप लगाए। राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह सारंगदेवोत ने बताया कि प्रारंभिक शिक्षा विभाग की जारी लिस्ट में काफी गड़बड़ियां थीं। तय हुआ था कि प्रथम नियुक्ति एसटीसी लेवल-1 को इस सूची में शामिल किया जाएगा। लेकिन आधे लोगों को ही शामिल किया गया। इसमें यह भी स्पष्ट नहीं है कि इसके लिए कौन सा आधार तय किया गया। दूसरा- इसमें कई सीनियर शिक्षकों को भी शामिल नहीं किया गया। तीसरी अनियमितता यह है कि गत सत्र में नियुक्त हुए शिक्षक कोर्ट चले गए थे, लेकिन शिक्षा विभाग के डीईओ को यह पता नहीं कि मामला कोर्ट में है या खारिज हो गया है। इनमें से भी सभी को सूची में शामिल नहीं किया गया। कुछ तो काउंसलिंग में भी पहुंच गए। इन सभी अनियमितताओं को लेकर डीईओ मधुसूदन व्यास के सामने शिक्षक नेताओं ने इन मुद्दों को उठाया।
पहले से चल रहा विरोध
प्रारंभिकसे माध्यमिक शिक्षा में सेटअप परिवर्तन की जारी सूची में सामान्य विषय के शिक्षकों के नाम जोड़ने और अन्य त्रुटियों को लेकर लिस्ट जारी होने के साथ ही विरोध शुरू हो गया था। राजस्थान शिक्षक और पंचायतीराज कर्मचारी संघ जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम मधुसूदन व्यास और जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक रश्मि भार्गव से वार्ता की थी।
राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेरसिंह चौहान, जिलाध्यक्ष नवीन व्यास, राजकमल लोहार प्रगतिशील के श्यामलाल आमेटा आदि नेताओं ने आरोप लगाया कि अपने चहेते शिक्षकों को लगाने के चलते जानबूझकर कई वरिष्ठ शिक्षकों के नाम हटा दिए गए हैं। कुछ शिक्षकों ने प्रमाण के साथ अपने नाम प्रस्तुत किए हैं। उसके बाद अधिकारियों और शिक्षक संघों के प्रतिनिधियों के बीच सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि एेसे ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
आरोप : चहेतों के लिए जानबूझकर नाम हटाए गए
उदयपुर। 6डी के तहत हो रही कांउसलिंग में गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए शिक्षक संघ ने प्रदर्शन किया।
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