प्राइमरी के रिक्त पदों की सूची जारी किए बिना ही करा दी काउंसिलिंग
- माध्यमिक शालाओं के शिक्षकों ने कहा, प्राइमरी शालाओं में रिक्त पदों की सूची नहीं की गई जारी।
- नियम के मुताबिक, माध्यमिक शाला का शिक्षक चुन सकता है प्राइमरी स्कूल को।
सागर। नवदुनिया न्यूज
जिले के स्कूल शिक्षा विभाग में चल रही युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में लगातार कमियां सामने आ रही हैं। युक्तियुक्तकरण के तहत मंगलवार को माध्यमिक, हाई और हायर सेकंडरी स्कूल के अतिशेष शिक्षकों की काउंसिलिंग हुई। काउंसिलिंग प्रक्रिया के दौरान नोटिस बोर्ड पर जिले में जिन प्राथमिक शालाओं में पद रिक्त हैं, उनकी सूची चस्पा नहीं की गई। शिक्षकों का कहना है कि माध्यमिक शालाओं में रिक्त पदों की सूची तो चस्पा की गई है, लेकिन प्राथमिक शालाओं में रिक्त पदों की कोई सूची चस्पा नहीं है। इससे शिक्षकों को स्कूलों के चयन में खासी दिक्कत हुई। कुछ शिक्षकों ने आरोप लगाए कि प्राथमिक शालाओं में रिक्त पदों की सूची शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जान-बूझकर चस्पा नहीं की है।
काउंसिलिंग प्रक्रिया के दौरान एक शिक्षक ने बताया कि नियम के मुताबिक, सहायक शिक्षक को जिले में किसी भी शाला में भेजा जा सकता है, लेकिन सहायक अध्यापक का निकाय नहीं बदल सकता। माध्यमिक शाला का सहायक शिक्षक माध्यमिक स्तर पर जगह रिक्त न होने पर प्राथमिक शाला में भी नियुक्त किया जा सकता है। लेकिन शिक्षा विभाग ने प्राइमरी स्कूलों में रिक्त पदों की सूची ही जारी नहीं की। इससे शिक्षक स्कूलों का चयन नहीं कर पा रहे हैं। कुछ शिक्षकों ने आरोप लगाया कि नगर की शालाओं में पद रिक्त होने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षकों को नगर की शालाओं में पदस्थ नहीं किया जा रहा है।
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मिडिल के हेड मास्टरों की काउंसिलिंग 13 को
मंगलवार को शेष बचे 99 अतिशेष शिक्षकों की काउंसिलिंग की गई। इनमें से 88 शिक्षक काउंसिलिंग प्रक्रिया में उपस्थित हुए। ग्यारह शिक्षक काउंसिलिंग के दौरान अनुपस्थित रहे। डीईओ आरएन शुक्ला ने बताया कि अब केवल मिडिल स्कूलों के हेडमास्टर ही अतिशेष की सूची में रह गए है। इनकी काउंसिलिंग 13 जनवरी को एक्सीलेंस स्कूल की लाइब्रेरी से होगी।
प्राइमरी के रिक्त पदों की सूची भी चस्पा की गई थी
पहले सहायक अध्यापकों की काउंसिलिंग चल रही थीं। लेकिन जैसे ही सहायक शिक्षकों की काउंसिलिंग शुरू हुई तो नोटिस बोर्ड पर प्राइमरी में रिक्त पदों की सूची भी चस्पा कर दी गई। एक सूची काउंसिलिंग कक्ष में टेबल पर भी उपलब्ध रहती है। जिन शिक्षकों ने कहा कि सूची चस्पा नहीं की गई उन्होंने सूची को ठीक तरह से देखा नहीं होगा।
आरएन शुक्ला डीईओ
- माध्यमिक शालाओं के शिक्षकों ने कहा, प्राइमरी शालाओं में रिक्त पदों की सूची नहीं की गई जारी।
- नियम के मुताबिक, माध्यमिक शाला का शिक्षक चुन सकता है प्राइमरी स्कूल को।
सागर। नवदुनिया न्यूज
जिले के स्कूल शिक्षा विभाग में चल रही युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में लगातार कमियां सामने आ रही हैं। युक्तियुक्तकरण के तहत मंगलवार को माध्यमिक, हाई और हायर सेकंडरी स्कूल के अतिशेष शिक्षकों की काउंसिलिंग हुई। काउंसिलिंग प्रक्रिया के दौरान नोटिस बोर्ड पर जिले में जिन प्राथमिक शालाओं में पद रिक्त हैं, उनकी सूची चस्पा नहीं की गई। शिक्षकों का कहना है कि माध्यमिक शालाओं में रिक्त पदों की सूची तो चस्पा की गई है, लेकिन प्राथमिक शालाओं में रिक्त पदों की कोई सूची चस्पा नहीं है। इससे शिक्षकों को स्कूलों के चयन में खासी दिक्कत हुई। कुछ शिक्षकों ने आरोप लगाए कि प्राथमिक शालाओं में रिक्त पदों की सूची शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जान-बूझकर चस्पा नहीं की है।
काउंसिलिंग प्रक्रिया के दौरान एक शिक्षक ने बताया कि नियम के मुताबिक, सहायक शिक्षक को जिले में किसी भी शाला में भेजा जा सकता है, लेकिन सहायक अध्यापक का निकाय नहीं बदल सकता। माध्यमिक शाला का सहायक शिक्षक माध्यमिक स्तर पर जगह रिक्त न होने पर प्राथमिक शाला में भी नियुक्त किया जा सकता है। लेकिन शिक्षा विभाग ने प्राइमरी स्कूलों में रिक्त पदों की सूची ही जारी नहीं की। इससे शिक्षक स्कूलों का चयन नहीं कर पा रहे हैं। कुछ शिक्षकों ने आरोप लगाया कि नगर की शालाओं में पद रिक्त होने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षकों को नगर की शालाओं में पदस्थ नहीं किया जा रहा है।
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मिडिल के हेड मास्टरों की काउंसिलिंग 13 को
मंगलवार को शेष बचे 99 अतिशेष शिक्षकों की काउंसिलिंग की गई। इनमें से 88 शिक्षक काउंसिलिंग प्रक्रिया में उपस्थित हुए। ग्यारह शिक्षक काउंसिलिंग के दौरान अनुपस्थित रहे। डीईओ आरएन शुक्ला ने बताया कि अब केवल मिडिल स्कूलों के हेडमास्टर ही अतिशेष की सूची में रह गए है। इनकी काउंसिलिंग 13 जनवरी को एक्सीलेंस स्कूल की लाइब्रेरी से होगी।
प्राइमरी के रिक्त पदों की सूची भी चस्पा की गई थी
पहले सहायक अध्यापकों की काउंसिलिंग चल रही थीं। लेकिन जैसे ही सहायक शिक्षकों की काउंसिलिंग शुरू हुई तो नोटिस बोर्ड पर प्राइमरी में रिक्त पदों की सूची भी चस्पा कर दी गई। एक सूची काउंसिलिंग कक्ष में टेबल पर भी उपलब्ध रहती है। जिन शिक्षकों ने कहा कि सूची चस्पा नहीं की गई उन्होंने सूची को ठीक तरह से देखा नहीं होगा।
आरएन शुक्ला डीईओ
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