राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए देश के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के विद्यार्थियों को संबोधित किया. जीवन में खुश रहने का संदेश देते हुए उन्होंने छात्रों को सकारात्मकता अपनाने का आह्वान किया.
इस दौरान राजधानी के एमएनआईटी के स्टूडेंट्स और फेकल्टी सदस्य भी इस वीसी में जुड़े. राष्ट्रपति ने बिल्डिंग ए ह्यूमन एंड हैप्पी सोसाइटी पर संबोधन में स्टूडेंट्स को कहा कि जीवन मे धन से ज्यादा खुशी का महत्व है.
उन्होंने छात्रों से कहा कि जब अपना काम ईमानदारी से पूरा करते हैं, तब खुशी का अहसास होता हैं. ऐसे में अपने आस-पास छोटी-छोटी खुशियां तलाशनी चाहिए.
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने अपने जीवन से जुड़े कई अनुभव भी उन्होंने शेयर किए. उन्होंने युवाओं को नकारात्मक ऊर्जा से दूर रहने के लिए मेडिटेशन का सहारा लेने की सलाह दी.
उन्होंने कहा कि नकारात्मकता से दूर रहने के लिए युवाओं को किताबों को अपना सबसे अच्छा दोस्त बनाना चाहिए. सांस्कृतिक गतिविधियों में रुचि लेनी चाहिए.
मुखर्जी ने कहा कि हैप्पी इण्डिया बने, इसे लेकर प्रयास किए जाना चाहिए क्योंकि समाज में युवा खुश हैं तो समाज खुश होगा. राष्ट्रपति ने छात्रों के खुशी को लेकर छात्रों के विचार भी जानें. साथ ही उनके विचारों की सराहना की और उन्होंने मोटिवेट भी किया.
इस दौरान राजधानी के एमएनआईटी के स्टूडेंट्स और फेकल्टी सदस्य भी इस वीसी में जुड़े. राष्ट्रपति ने बिल्डिंग ए ह्यूमन एंड हैप्पी सोसाइटी पर संबोधन में स्टूडेंट्स को कहा कि जीवन मे धन से ज्यादा खुशी का महत्व है.
उन्होंने छात्रों से कहा कि जब अपना काम ईमानदारी से पूरा करते हैं, तब खुशी का अहसास होता हैं. ऐसे में अपने आस-पास छोटी-छोटी खुशियां तलाशनी चाहिए.
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने अपने जीवन से जुड़े कई अनुभव भी उन्होंने शेयर किए. उन्होंने युवाओं को नकारात्मक ऊर्जा से दूर रहने के लिए मेडिटेशन का सहारा लेने की सलाह दी.
उन्होंने कहा कि नकारात्मकता से दूर रहने के लिए युवाओं को किताबों को अपना सबसे अच्छा दोस्त बनाना चाहिए. सांस्कृतिक गतिविधियों में रुचि लेनी चाहिए.
मुखर्जी ने कहा कि हैप्पी इण्डिया बने, इसे लेकर प्रयास किए जाना चाहिए क्योंकि समाज में युवा खुश हैं तो समाज खुश होगा. राष्ट्रपति ने छात्रों के खुशी को लेकर छात्रों के विचार भी जानें. साथ ही उनके विचारों की सराहना की और उन्होंने मोटिवेट भी किया.
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