राजीव दवे. पाली. निजी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों से मुकाबला करने के
लिए शिक्षा विभाग ने मॉडल स्कूल खोले हैं, जबकि राजकीय उच्च माध्यमिक
विद्यालयों में अंग्रेजी व्याख्याताओं के पद ही स्वीकृत नहीं हंै। पाली
मण्डल के अधीनस्थ पाली, जालोर व सिरोही जिले के कुल 769 उच्च माध्यमिक
विद्यालयों में से 492 में अंग्रेजी व्याख्याताओं के पद ही स्वीकृत नहीं
हंै।
वहां द्वितीय श्रेणी के शिक्षक ही कक्षा ग्यारहवीं व बारहवीं के विद्यार्थियों को अंग्रेजी विषय पढ़ा रहे हैं।
अब स्टाफिंग पैटर्न बना बाधक
विद्यालयों में स्टाफिंग पैटर्न अंग्रेजी व्याख्याताओं के पद स्वीकृत होने में बाधक है। इस पैटर्न के तहत ग्यारहवीं व बारहवीं में 40-40 (कुल 80) विद्यार्थी होने पर ही व्याख्याता का पद दिया जा सकता है। जबकि गांवों के कई विद्यालयों में इससे कम विद्यार्थी हैं। वहां द्वितीय श्रेणी के अध्यापक कक्षा छठी से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं।
द्वितीय श्रेणी के अध्यापक भी नहीं
पाली जिले में द्वितीय श्रेणी के अध्यापकों की भी कमी है। यहां द्वितीय श्रेणी के अध्यापकों के 125 पद ही स्वीकृत हैं। इनमें से 85 ही शिक्षक कार्यरत हैं। 40 शिक्षकों के पद रिक्त हंै, जबकि जिले में 342 उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं। शेष 116 माध्यमिक विद्यालय हैं। एेसे ही हालात जालोर व सिरोही जिले में भी है।
पदोन्नति से भी रह गए वंचित
विद्यालयों में अंग्रेजी व्याख्याताओं के पद सृजित नहीं होने से इस विषय के द्वितीय श्रेणी अध्यापक पदोन्नति से भी वंचित रह गए। राजस्थान शिक्षक संघ राधा कृष्णनन के संभाग अध्यक्ष कानसिंह राजपुरोहित ने बताया कि अन्य विषयों के वर्ष 2012 में नियुक्ति पाने वाले अध्यापकों की व्याख्याता पद पर पदोन्नति हो गई। जबकि अंग्रेजी के पद सृजित नहीं होने से इससे पहले लगे अंग्रेजी अध्यापकों की पदोन्नति नहीं हो रही है।
तीन जिलों की स्थिति
जिला स्वीकृत पद कार्यरत रिक्त पद
पाली 342 134 208
जालोर 263 85 178
सिरोही 164 58 06
हाल ही में हुई डीपीसी
व्याख्याताओं के लिए हाल ही में रिव्यू एण्ड रिजर्व डीपीसी हुई है। इसके आधार पर जिले में भी व्याख्याताओं की नियुक्ति हो सकेगी। वैसे किसी स्कूल में द्वितीय श्रेणी का भी अंग्रेजी विषय का अध्यापक नहीं है तो जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से प्रपोजल आने पर निदेशक को भेजा जाएगा।
भरतकुमार मेहता, उप निदेशक, शिक्षा मण्डल, पाली
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
वहां द्वितीय श्रेणी के शिक्षक ही कक्षा ग्यारहवीं व बारहवीं के विद्यार्थियों को अंग्रेजी विषय पढ़ा रहे हैं।
अब स्टाफिंग पैटर्न बना बाधक
विद्यालयों में स्टाफिंग पैटर्न अंग्रेजी व्याख्याताओं के पद स्वीकृत होने में बाधक है। इस पैटर्न के तहत ग्यारहवीं व बारहवीं में 40-40 (कुल 80) विद्यार्थी होने पर ही व्याख्याता का पद दिया जा सकता है। जबकि गांवों के कई विद्यालयों में इससे कम विद्यार्थी हैं। वहां द्वितीय श्रेणी के अध्यापक कक्षा छठी से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं।
द्वितीय श्रेणी के अध्यापक भी नहीं
पाली जिले में द्वितीय श्रेणी के अध्यापकों की भी कमी है। यहां द्वितीय श्रेणी के अध्यापकों के 125 पद ही स्वीकृत हैं। इनमें से 85 ही शिक्षक कार्यरत हैं। 40 शिक्षकों के पद रिक्त हंै, जबकि जिले में 342 उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं। शेष 116 माध्यमिक विद्यालय हैं। एेसे ही हालात जालोर व सिरोही जिले में भी है।
पदोन्नति से भी रह गए वंचित
विद्यालयों में अंग्रेजी व्याख्याताओं के पद सृजित नहीं होने से इस विषय के द्वितीय श्रेणी अध्यापक पदोन्नति से भी वंचित रह गए। राजस्थान शिक्षक संघ राधा कृष्णनन के संभाग अध्यक्ष कानसिंह राजपुरोहित ने बताया कि अन्य विषयों के वर्ष 2012 में नियुक्ति पाने वाले अध्यापकों की व्याख्याता पद पर पदोन्नति हो गई। जबकि अंग्रेजी के पद सृजित नहीं होने से इससे पहले लगे अंग्रेजी अध्यापकों की पदोन्नति नहीं हो रही है।
तीन जिलों की स्थिति
जिला स्वीकृत पद कार्यरत रिक्त पद
पाली 342 134 208
जालोर 263 85 178
सिरोही 164 58 06
हाल ही में हुई डीपीसी
व्याख्याताओं के लिए हाल ही में रिव्यू एण्ड रिजर्व डीपीसी हुई है। इसके आधार पर जिले में भी व्याख्याताओं की नियुक्ति हो सकेगी। वैसे किसी स्कूल में द्वितीय श्रेणी का भी अंग्रेजी विषय का अध्यापक नहीं है तो जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से प्रपोजल आने पर निदेशक को भेजा जाएगा।
भरतकुमार मेहता, उप निदेशक, शिक्षा मण्डल, पाली
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC