मेडिकल संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी कम एन्ट्रेंस टेस्ट (नीट) के नतीजे मंगलवार को घोषित हुए। इसमें ऑल इंडिया लेवल पर पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर कोटा के छात्रों का कब्जा रहा। टॉपर्स ने यहां अगले वर्ष एग्जाम की तैयारी कर रहे अपने जुनियरों को सफलता के मंत्र बताए हैं।
दो साल की पढ़ाई कैसे पूरी हो गई पता नहीं चला
कोटा. जिंदगी की सबसे बड़ी खुशी दी है कोटा ने। खानदान को पहला डॉक्टर मिला है और वह भी ऑल इंडिया टॉपर। नीट में अखिल भारतीय स्तर पर पहला स्थान हासिल करने वाले हेत शाह के पिता संजय शाह ने कहा कि कोटा की जितनी तारीफ की जाए कम है।
एम्स में अखिल भारतीय स्तर पर चौथा स्थान पाने वाले हेत ने अपनी मां स्वाति के साथ कोटा में रहकर पढ़ाई की थी। हेत बताते हैं कि वे दिल्ली एम्स में एडमिशन ले चुके हैं और न्यूरो सर्जन बनना चाहते हैं। नीट टॉप करने की सफलता का श्रेय कोटा को देते हुए व कहते हैं कोटा जैसा कोई नहीं है। दो साल कब निकल गए पता नहीं चला।
तनाव नहीं हावी होने दिया, यही मेरा सक्सेस मंत्र
एम्स प्रवेश परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल करने वाले झुंझनूं के निखिल बाजिया ने नीट में अखिल भारतीय स्तर पर तीसरा स्थान हासिल किया है। एमबीबीएस में एडमिशन ले चुके निखिल ने कहा, एम्स से पढ़ाई करना मेरा सपना था, जो पूरा हो चुका है। चाहता हूं सर्जरी के क्षेत्र में काम करूं। मैंने तीन साल कोटा में कोचिंग की। कोटा की कोचिंग जबरदस्त है। यहां टीचर्स मदद को हमेशा तैयार रहते हैं। मैं रोज 6 घंटे सेल्फ स्टडी करता था। जब भी लगता कि मन नहीं लग रहा तो घूमने निकल जाता, तनाव हावी नहीं होने दिया।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
दो साल की पढ़ाई कैसे पूरी हो गई पता नहीं चला
कोटा. जिंदगी की सबसे बड़ी खुशी दी है कोटा ने। खानदान को पहला डॉक्टर मिला है और वह भी ऑल इंडिया टॉपर। नीट में अखिल भारतीय स्तर पर पहला स्थान हासिल करने वाले हेत शाह के पिता संजय शाह ने कहा कि कोटा की जितनी तारीफ की जाए कम है।
एम्स में अखिल भारतीय स्तर पर चौथा स्थान पाने वाले हेत ने अपनी मां स्वाति के साथ कोटा में रहकर पढ़ाई की थी। हेत बताते हैं कि वे दिल्ली एम्स में एडमिशन ले चुके हैं और न्यूरो सर्जन बनना चाहते हैं। नीट टॉप करने की सफलता का श्रेय कोटा को देते हुए व कहते हैं कोटा जैसा कोई नहीं है। दो साल कब निकल गए पता नहीं चला।
तनाव नहीं हावी होने दिया, यही मेरा सक्सेस मंत्र
एम्स प्रवेश परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल करने वाले झुंझनूं के निखिल बाजिया ने नीट में अखिल भारतीय स्तर पर तीसरा स्थान हासिल किया है। एमबीबीएस में एडमिशन ले चुके निखिल ने कहा, एम्स से पढ़ाई करना मेरा सपना था, जो पूरा हो चुका है। चाहता हूं सर्जरी के क्षेत्र में काम करूं। मैंने तीन साल कोटा में कोचिंग की। कोटा की कोचिंग जबरदस्त है। यहां टीचर्स मदद को हमेशा तैयार रहते हैं। मैं रोज 6 घंटे सेल्फ स्टडी करता था। जब भी लगता कि मन नहीं लग रहा तो घूमने निकल जाता, तनाव हावी नहीं होने दिया।
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