स्वाधीनता दिवस-2016 -- स्वाधीनता दिवस पर माननीया मुख्यमंत्री का अविकल संदेश
माननीया मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे बदलाव के सन्दर्भ में दी गयी जानकारी के महत्वपूर्ण अंश :मुझे आज भी याद है, सुराज संकल्प यात्रा के दौरान अनेकों माता-पिता के चेहरे, जिन्होंने शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की।
हमने उन चेहरों को याद रखा और पिछले ढाई वर्षों में शिक्षा की गुणवत्ता में निरन्तर सुधार किया। इसी का परिणाम रहा कि -
2013 के मुकाबले 2016 में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत 56 से बढ़कर 70 प्रतिशत हुआ है।
12वीं विज्ञान के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम 34 से बढ़कर 47 प्रतिशत हुआ है।
प्रदेश में 9 लाख बच्चों का नामांकन बढ़ा है जो कि एक Record है।
शिक्षा के क्षेत्र में उठाए गये सकारात्मक और सुधारात्मक कार्यक्रमों को जारी रखते हुए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अन्तर्गत 204 करोड़ 24 लाख रूपये की लागत से 350 विद्यालयों में 2 हजार से अधिक कार्य कराये जाएंगे। जिनमें विज्ञान प्रयोगषाला,कंप्यूटर रूम ,आर्ट & क्राफ्ट रूम , पुस्तकालय, अतिरिक्त कक्षा-कक्ष एवं पेयजल सुविधाओं में सुधार के कार्य शामिल होंगे।
विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ यह आवश्यक है कि अध्यापकों की शैक्षणिक क्षमताओं में निरन्तर विकास हो और वो शिक्षा की आधुनिक तकनीक से रूबरू हों।
शिक्षकों के आधुनिक प्रशिक्षण के लिए 9 शैक्षणिक संभाग मुख्यालय + तीन अतिरिक्त स्थान यानि कुल 12 स्थानों पर स्थित "SIEMAT" में अति आधुनिक IT सुविधाओं से युक्त केन्द्रो का निर्माण कराया जाएगा, जिससे कि अध्यापकों को आधुनिक प्रशिक्षण दिया जा सके।
स्कूलों में अध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए हमने अब तक 36 हजार अध्यापकों को नियुक्ति दे दी है। 13 हजार 98 व्याख्याताओं की परीक्षा हो चुकी है तथा शीघ्र परिणाम घोषित होने वाला है और अक्टूबर तक ये व्याख्याता उपलब्ध हो जाएंगे। इसके साथ ही करीब 23 हजार तृतीय श्रेणी अध्यापकों, 6 हजार 468 वरिष्ठ अध्यापकों तथा करीब 2278 पुस्तकालय अध्यक्ष एवं लैब Assistant की भर्ती प्रक्रियाधीन है। विरासत में मिली शिक्षकों की कमी को आने वाले समय में हम काफी हद तक पूरा कर लेंगे।
हमने इस दिशा में भी कारगर कदम उठाए और उनका हाथ थामा। राजस्थान मिशन न लाइवलीहुड का पुनर्गठन किया और उसे पुनः जीवित किया, RSLDC को सक्रिय किया और रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा दिया। आज सैकण्डरी स्कूल में भी व्यावसायिक शिक्षा प्रदान की जा रही है, जो पहले कभी नहीं हुई। इसका परिणाम रहा कि लगातार दूसरी बार राजस्थान को "Best State in Skill Development" का अवार्ड मिला।
लम्बे समय से विद्यार्थी मित्र की समस्या के समाधान करने की मांग की जा रही है। हमने इसके समाधान का प्रयास भी किया परन्तु समस्त प्रक्रिया न्यायालय में विचाराधीन होने से लंबित है। अब नए सिरे से इसके समाधान का प्रयास किया जा रहा है। मैं आशा करती हूं कि आगामी एक-दो माह में हम इस दिशा में सार्थक पहल कर सकेंगे।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
माननीया मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे बदलाव के सन्दर्भ में दी गयी जानकारी के महत्वपूर्ण अंश :मुझे आज भी याद है, सुराज संकल्प यात्रा के दौरान अनेकों माता-पिता के चेहरे, जिन्होंने शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की।
हमने उन चेहरों को याद रखा और पिछले ढाई वर्षों में शिक्षा की गुणवत्ता में निरन्तर सुधार किया। इसी का परिणाम रहा कि -
2013 के मुकाबले 2016 में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत 56 से बढ़कर 70 प्रतिशत हुआ है।
12वीं विज्ञान के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम 34 से बढ़कर 47 प्रतिशत हुआ है।
प्रदेश में 9 लाख बच्चों का नामांकन बढ़ा है जो कि एक Record है।
शिक्षा के क्षेत्र में उठाए गये सकारात्मक और सुधारात्मक कार्यक्रमों को जारी रखते हुए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अन्तर्गत 204 करोड़ 24 लाख रूपये की लागत से 350 विद्यालयों में 2 हजार से अधिक कार्य कराये जाएंगे। जिनमें विज्ञान प्रयोगषाला,कंप्यूटर रूम ,आर्ट & क्राफ्ट रूम , पुस्तकालय, अतिरिक्त कक्षा-कक्ष एवं पेयजल सुविधाओं में सुधार के कार्य शामिल होंगे।
विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ यह आवश्यक है कि अध्यापकों की शैक्षणिक क्षमताओं में निरन्तर विकास हो और वो शिक्षा की आधुनिक तकनीक से रूबरू हों।
शिक्षकों के आधुनिक प्रशिक्षण के लिए 9 शैक्षणिक संभाग मुख्यालय + तीन अतिरिक्त स्थान यानि कुल 12 स्थानों पर स्थित "SIEMAT" में अति आधुनिक IT सुविधाओं से युक्त केन्द्रो का निर्माण कराया जाएगा, जिससे कि अध्यापकों को आधुनिक प्रशिक्षण दिया जा सके।
स्कूलों में अध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए हमने अब तक 36 हजार अध्यापकों को नियुक्ति दे दी है। 13 हजार 98 व्याख्याताओं की परीक्षा हो चुकी है तथा शीघ्र परिणाम घोषित होने वाला है और अक्टूबर तक ये व्याख्याता उपलब्ध हो जाएंगे। इसके साथ ही करीब 23 हजार तृतीय श्रेणी अध्यापकों, 6 हजार 468 वरिष्ठ अध्यापकों तथा करीब 2278 पुस्तकालय अध्यक्ष एवं लैब Assistant की भर्ती प्रक्रियाधीन है। विरासत में मिली शिक्षकों की कमी को आने वाले समय में हम काफी हद तक पूरा कर लेंगे।
हमने इस दिशा में भी कारगर कदम उठाए और उनका हाथ थामा। राजस्थान मिशन न लाइवलीहुड का पुनर्गठन किया और उसे पुनः जीवित किया, RSLDC को सक्रिय किया और रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा दिया। आज सैकण्डरी स्कूल में भी व्यावसायिक शिक्षा प्रदान की जा रही है, जो पहले कभी नहीं हुई। इसका परिणाम रहा कि लगातार दूसरी बार राजस्थान को "Best State in Skill Development" का अवार्ड मिला।
लम्बे समय से विद्यार्थी मित्र की समस्या के समाधान करने की मांग की जा रही है। हमने इसके समाधान का प्रयास भी किया परन्तु समस्त प्रक्रिया न्यायालय में विचाराधीन होने से लंबित है। अब नए सिरे से इसके समाधान का प्रयास किया जा रहा है। मैं आशा करती हूं कि आगामी एक-दो माह में हम इस दिशा में सार्थक पहल कर सकेंगे।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
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