झुंझुनूं. शिक्षा विभाग की
ओर से अंचल की सभी सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए बेहतर सुविधाओं
का दावे बेमानी साबित हो रहे हैं। दर्जनों स्कूलों के जर्जर भवनों के चलते
हजारों विद्यार्थियों पर मौत का साया मंडरा रहा है।
इस मौत के साये को टालने के लिए प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है, जिसके चलते प्रस्ताव भिजवाने के बाद इन भवनों की मरम्मत नहीं की जा रही है। इन स्कूलों के भवन की छतों से पानी टपक रहा है और कई कक्षा कक्षों की पट्टियां टूटी हुई हैं।
किसी की दीवारों में दरारें आ गई हैं और कभी भी बरसात के कारण यहां पर हादसा हो सकता है। जबकि माध्यमिक शिक्षा बीकानेर ने आदेश जारी कर जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दे रखे हैं कि जर्जर कमरों में छात्रों को नहीं बिठाया जाए।
यदि कमरों में करंट आ रहा है तो उसे तुरंत ठीक कराया जाए। इसके अलावा यदि बरसात के दिन विद्यालय परिसर में कमरों तक पानी भर जाए तो पानी निकासी की तुरंत व्यवस्था की जाए। अगर किसी स्कूल का पूरा भवन ही जर्जर हैं तो बरसात के दौरान विद्यार्थियों की छुट्टी कर दी जाए। लेकिन अंचल के इन जर्जर स्कूलों में अभी तक ऐसा नहीं किया गया है।
किराए पर दिए जा रहे हैं भवन
अब तक राज्य सरकार की ओर से स्कूलों को मर्ज किए जाने के कारण 221 भवन खाली हुए थे। इनमें 178 पहले और 43 भवन हाल ही में खाली हुए हैं। इनमें कलक्टर के आदेश पर पांच भवनों में सरकारी कार्यालय शिफ्ट कर दिए गए हैं। लेकिन प्रशासन को 24 जर्जर भवन दिखाई नहीं दे रहे हैं।
इन 24 स्कूलों के भवन जर्जर
विभाग के अनुसार राउमावि भूदे का बास, राउमावि दिलोई दक्षिण, रामावि कलवा, रामावि बालिका आदर्श नगर बगड़, रामावि नंगली सलेदी सिंह, राउमावि लालपुर, रामावि पोषाना, राबामावि कुलोठ कलां, राउमावि जोधपुरा, रामावि देवता, राउमावि गोठड़ा, राउमावि भोजासर, राबाउमावि धत्तरवाला जर्जर हो चुके हैं। इसके अलावा राउमावि तिगियास, राउमावि भोड़की, राबामावि पचेरी बड़ी,राउमावि बिरमी, राउमावि मानोता कला, राउमावि पातूसरी, राउमावि लोटिया, राउमावि निराधनू, राबाउमावि पंचलगी, रामावि बदनगढ़, कर्नल जेपी जानू राउमावि झुंझुनूं के जर्जर भवनों में पानी टपकता है।
बजट मिला न खाली भवनों में शिफ्टिंग
शिक्षा विभाग की ओर से इन जर्जर स्कूलों को ठीक करने के लिए बजट प्रस्ताव बनाकर बीकानेर भेज दिए गए हैं। लेकिन सभी के लिए बजट नहीं मिला है। जबकि सरकार की ओर से स्कूलों को मर्ज करने के बाद खाली हुए भवनों में इन जर्जर स्कूलों को शिफ्ट नहीं किया जा रहा है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक बीकानेर को 24 जर्जर स्कूल भवनों को ठीक करने के लिए प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं। बजट का अभाव है। पर्याप्त बजट मिलते ही मर?मत करा दी जाएगी। मर्ज के बाद खाली पड़े भवनों में शि?ट करने के लिए कलक्टर अधिकृत हैं।
गुलझारीलाल जानू, उप जिला शिक्षा अधिकारी (मा.), झुंझुनूं
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
इस मौत के साये को टालने के लिए प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है, जिसके चलते प्रस्ताव भिजवाने के बाद इन भवनों की मरम्मत नहीं की जा रही है। इन स्कूलों के भवन की छतों से पानी टपक रहा है और कई कक्षा कक्षों की पट्टियां टूटी हुई हैं।
किसी की दीवारों में दरारें आ गई हैं और कभी भी बरसात के कारण यहां पर हादसा हो सकता है। जबकि माध्यमिक शिक्षा बीकानेर ने आदेश जारी कर जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दे रखे हैं कि जर्जर कमरों में छात्रों को नहीं बिठाया जाए।
यदि कमरों में करंट आ रहा है तो उसे तुरंत ठीक कराया जाए। इसके अलावा यदि बरसात के दिन विद्यालय परिसर में कमरों तक पानी भर जाए तो पानी निकासी की तुरंत व्यवस्था की जाए। अगर किसी स्कूल का पूरा भवन ही जर्जर हैं तो बरसात के दौरान विद्यार्थियों की छुट्टी कर दी जाए। लेकिन अंचल के इन जर्जर स्कूलों में अभी तक ऐसा नहीं किया गया है।
किराए पर दिए जा रहे हैं भवन
अब तक राज्य सरकार की ओर से स्कूलों को मर्ज किए जाने के कारण 221 भवन खाली हुए थे। इनमें 178 पहले और 43 भवन हाल ही में खाली हुए हैं। इनमें कलक्टर के आदेश पर पांच भवनों में सरकारी कार्यालय शिफ्ट कर दिए गए हैं। लेकिन प्रशासन को 24 जर्जर भवन दिखाई नहीं दे रहे हैं।
इन 24 स्कूलों के भवन जर्जर
विभाग के अनुसार राउमावि भूदे का बास, राउमावि दिलोई दक्षिण, रामावि कलवा, रामावि बालिका आदर्श नगर बगड़, रामावि नंगली सलेदी सिंह, राउमावि लालपुर, रामावि पोषाना, राबामावि कुलोठ कलां, राउमावि जोधपुरा, रामावि देवता, राउमावि गोठड़ा, राउमावि भोजासर, राबाउमावि धत्तरवाला जर्जर हो चुके हैं। इसके अलावा राउमावि तिगियास, राउमावि भोड़की, राबामावि पचेरी बड़ी,राउमावि बिरमी, राउमावि मानोता कला, राउमावि पातूसरी, राउमावि लोटिया, राउमावि निराधनू, राबाउमावि पंचलगी, रामावि बदनगढ़, कर्नल जेपी जानू राउमावि झुंझुनूं के जर्जर भवनों में पानी टपकता है।
बजट मिला न खाली भवनों में शिफ्टिंग
शिक्षा विभाग की ओर से इन जर्जर स्कूलों को ठीक करने के लिए बजट प्रस्ताव बनाकर बीकानेर भेज दिए गए हैं। लेकिन सभी के लिए बजट नहीं मिला है। जबकि सरकार की ओर से स्कूलों को मर्ज करने के बाद खाली हुए भवनों में इन जर्जर स्कूलों को शिफ्ट नहीं किया जा रहा है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक बीकानेर को 24 जर्जर स्कूल भवनों को ठीक करने के लिए प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं। बजट का अभाव है। पर्याप्त बजट मिलते ही मर?मत करा दी जाएगी। मर्ज के बाद खाली पड़े भवनों में शि?ट करने के लिए कलक्टर अधिकृत हैं।
गुलझारीलाल जानू, उप जिला शिक्षा अधिकारी (मा.), झुंझुनूं
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
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