जोधपुर.राजस्थान लोकसेवा आयोग (आरपीएससी) ने यूपीएससी की तर्ज पर आरएएस परीक्षा के साक्षात्कार के दौरान होने वाले ग्रुप डिस्कशन की व्यवस्था को पूर्ण रूप से समाप्त कर दिया है। अब ग्रुप डिस्कशन नहीं होगा। आरपीएससी के चैयरमेन ललित के पंवार ने भी इसकी पुष्टि कर दी है।
उन्होंने यह भी बताया कि साक्षात्कार 10 अगस्त से होंगे और दो माह तक चलेंगे।
आरपीएससी की आरएएस प्री परीक्षा की प्रणाली में लगातार बदलाव हाे रहे हैं। इसी के तहत इस बार आयोग की आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया है कि इस बार के साक्षात्कारों से पहले ग्रुप डिस्कशन नहीं होगा। इससे पहले आरएएस प्री परीक्षा में भी बदलाव किए गए थे। जिसके तहत 400 अंकों के दो पेपर के स्थान पर 28 अगस्त की परीक्षा में 200 अंक का एक ही पेपर होगा। इसी तरह आरएएस की मुख्य में भी इस बार केवल 800 अंक की ही परीक्षा ली गई थी, जबकि इससे पहले यह परीक्षा 1300 की हुआ करती थी।
यूपीएससी की तरह होगा साक्षात्कार का पैटर्न
आरपीएससी की पूर्ण आयोग की बैठक में करीब 15 दिन पूर्व सर्वसम्मति ये यह निर्णय लिया गया कि यूपीएससी की तर्ज पर आरएएस की परीक्षा में ग्रुप डिस्कशन हटा दिया जाए। हम इस बार की ही परीक्षा से यह पैटर्न अपना रहे हैं। अब केवल साक्षात्कार होगा, ग्रुप डिस्कशन नहीं।
- ललित के पंवार, चैयरमेन आरपीएससी
अब कम्युनिकेशन स्किल होगी महत्वपूर्ण निर्मल गहलोत, अारएएस परीक्षा एक्सपर्ट
इंटरव्यू का वेटेज बढ़ गया है, जिसका मेधावी अभ्यर्थियों को विशेष रूप से फायदा मिलेगा। ग्रुप डिस्कशन में समय बर्बाद होने के बजाय एक्सपर्ट लोगों से डिस्कशन होगा। अभ्यर्थियों को इंटरव्यू में कम्यूनिकेशन स्किल का विशेष ध्यान रखना होगा। साथ ही इंटरव्यू में नेतृत्व क्षमता का आंकलन किया जाएगा। मेरा मानना है कि इंटरव्यू में एक्सपर्ट अभ्यर्थी का विश्लेषण करंट अफेयर्स, आसपास के परिवेश की जानकारी, संवेदनशीलता और निर्णय क्षमता के आधार पर करेंगे।
परीक्षा में यह तीन बदलाव - आरएएस प्री
पहले- एक अनिवार्य व एक एेच्छिक पेपर होता था, जिनके कुल अंक 400 थे। इसमें वैकेंसी के 15 गुना अभ्यर्थियों को मैन्स के लिए सलेक्ट किया जाता था।
अब- इस बार से 150 प्रश्नों का केवल एक पेपर होगा, जो 200 अंक का होगा। इसमें वैकेंसी के 15 गुना अभ्यर्थियों को मैन्स के लिए सलेक्ट किया जाता था।
आरएएस मेन्स
पहले- कुल 1300 अंकों के पेपर होते थे। उत्तीर्ण होने वालों को वैकेंसी के तीन गुणा संख्या में साक्षात्कार व ग्रुप डिस्कशन के लिए सलेक्ट किया जाता था।
अब- इस बार कुल 800 अंको का पेपर हुआ। उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों में से वैकेंसी के दोगुने साक्षात्कार के लिए बुलाए गए हैं।
साक्षात्कार
पहले- पूर्व में 1460 में से 160 यानी 10.95% अंक साक्षात्कार व ग्रुप डिस्कशन के आधार पर दिए जाते थे। मेन्स व साक्षात्कारों के अंकों के आधार पर मेरिट बनती थी।
अब- कुल 900 में से 100 यानी 11.11% अंक केवल साक्षात्कार के दिए जाएंगे, ग्रुप डिस्कशन नहीं होगा। मेन्स व साक्षात्कार में मिले अंकों पर मेरिट बनेगी।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
उन्होंने यह भी बताया कि साक्षात्कार 10 अगस्त से होंगे और दो माह तक चलेंगे।
आरपीएससी की आरएएस प्री परीक्षा की प्रणाली में लगातार बदलाव हाे रहे हैं। इसी के तहत इस बार आयोग की आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया है कि इस बार के साक्षात्कारों से पहले ग्रुप डिस्कशन नहीं होगा। इससे पहले आरएएस प्री परीक्षा में भी बदलाव किए गए थे। जिसके तहत 400 अंकों के दो पेपर के स्थान पर 28 अगस्त की परीक्षा में 200 अंक का एक ही पेपर होगा। इसी तरह आरएएस की मुख्य में भी इस बार केवल 800 अंक की ही परीक्षा ली गई थी, जबकि इससे पहले यह परीक्षा 1300 की हुआ करती थी।
यूपीएससी की तरह होगा साक्षात्कार का पैटर्न
आरपीएससी की पूर्ण आयोग की बैठक में करीब 15 दिन पूर्व सर्वसम्मति ये यह निर्णय लिया गया कि यूपीएससी की तर्ज पर आरएएस की परीक्षा में ग्रुप डिस्कशन हटा दिया जाए। हम इस बार की ही परीक्षा से यह पैटर्न अपना रहे हैं। अब केवल साक्षात्कार होगा, ग्रुप डिस्कशन नहीं।
- ललित के पंवार, चैयरमेन आरपीएससी
अब कम्युनिकेशन स्किल होगी महत्वपूर्ण निर्मल गहलोत, अारएएस परीक्षा एक्सपर्ट
इंटरव्यू का वेटेज बढ़ गया है, जिसका मेधावी अभ्यर्थियों को विशेष रूप से फायदा मिलेगा। ग्रुप डिस्कशन में समय बर्बाद होने के बजाय एक्सपर्ट लोगों से डिस्कशन होगा। अभ्यर्थियों को इंटरव्यू में कम्यूनिकेशन स्किल का विशेष ध्यान रखना होगा। साथ ही इंटरव्यू में नेतृत्व क्षमता का आंकलन किया जाएगा। मेरा मानना है कि इंटरव्यू में एक्सपर्ट अभ्यर्थी का विश्लेषण करंट अफेयर्स, आसपास के परिवेश की जानकारी, संवेदनशीलता और निर्णय क्षमता के आधार पर करेंगे।
परीक्षा में यह तीन बदलाव - आरएएस प्री
पहले- एक अनिवार्य व एक एेच्छिक पेपर होता था, जिनके कुल अंक 400 थे। इसमें वैकेंसी के 15 गुना अभ्यर्थियों को मैन्स के लिए सलेक्ट किया जाता था।
अब- इस बार से 150 प्रश्नों का केवल एक पेपर होगा, जो 200 अंक का होगा। इसमें वैकेंसी के 15 गुना अभ्यर्थियों को मैन्स के लिए सलेक्ट किया जाता था।
आरएएस मेन्स
पहले- कुल 1300 अंकों के पेपर होते थे। उत्तीर्ण होने वालों को वैकेंसी के तीन गुणा संख्या में साक्षात्कार व ग्रुप डिस्कशन के लिए सलेक्ट किया जाता था।
अब- इस बार कुल 800 अंको का पेपर हुआ। उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों में से वैकेंसी के दोगुने साक्षात्कार के लिए बुलाए गए हैं।
साक्षात्कार
पहले- पूर्व में 1460 में से 160 यानी 10.95% अंक साक्षात्कार व ग्रुप डिस्कशन के आधार पर दिए जाते थे। मेन्स व साक्षात्कारों के अंकों के आधार पर मेरिट बनती थी।
अब- कुल 900 में से 100 यानी 11.11% अंक केवल साक्षात्कार के दिए जाएंगे, ग्रुप डिस्कशन नहीं होगा। मेन्स व साक्षात्कार में मिले अंकों पर मेरिट बनेगी।
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