सादुलशहर वार्ड नंबर
18 में करीब 45 साल से चल रहे राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल नंबर दो को मर्ज
करने के आदेश के विरोध में मंगलवार शाम जनप्रतिनिधियों एवं अभिभावकों की
बैठक हुई। इस बीच नागरिकों ने स्कूल के सामने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
बैठक में लोगों ने विरोध जताया कि 160 स्टूडेंट्स अध्ययनरत होने के बावजूद
स्कूल को मर्ज कर दिया गया।
यह स्कूल 1972 से चल रहा है। स्कूल में विशेष आवश्यकता वाले स्टूडेंट्स के लिए संदर्भ केंद्र भी है। बैठक में सर्वसम्मति से बुधवार को सुबह 10 बजे एसडीएम कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया। पार्षद ललित वाल्मीकि की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में वक्ताओं ने आक्रोश जताते हुुए बताया कि स्कूल मेें 80 छात्राएं भी पढ़ रही हैं। अधिकांश स्टूडेंट्स अनुसूचित जाति के हैं। व्यापार मंडल द्वारा बच्चों को साफ एवं ठंडा पानी उपलब्ध करवाने के लिए वाटर कूलर स्थापित किया हुआ है। सभी कमरों में पंखे एवं कूलर के अलावा रसोई घर, पानी की डिग्गी, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय बने हुए हैं। सभी सुविधाओं के बावजूद स्कूल मर्ज कर दिया गया।
बैठकमें पार्षद भी शामिल हुए: बैठकमें पार्षद पृथ्वी सिंह मिस्त्री, ललिक वाल्मीकि, पूजा इंदौरा, सरपंच यूनियन के पूर्व अध्यक्ष पालाराम, घनश्याम वाल्मीकि, भाजपा एससी मोर्चा के सोमेश सोलंकी, रामकुमार वर्मा, प्रदीप मौर्य, विकास बजाज, धान मंडी लेबर यूनियन के अध्यक्ष श्यामलाल खंडा, इंद्राज गोदारा, ओमप्रकाश निरंकारी, हाकम सिंह, जगदीश सिंह, हरी सिंह सिवान, भगवान इंदौरा सहित काफी संख्या में अभिभावक एवं नागरिक मौजूद थे।
सादुलशहर. वार्ड नंबर 18 में मर्ज किए जा रहे स्कूल के समक्ष प्रदर्शन करते नागरिक।
रायसिंहनगर ब्लॉक में 15 स्कूल एकल अध्यापक श्रेणी के हैं। ऐसे स्कूलों मेंं सत्र के शुरू में ही परेशानी होने लगी है। प्रवेशोत्सव के चलते एकल अध्यापक अभिभावकों से संपर्क करने एवं अध्ययन करवाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अभिभावकों का कहना है कि ऐसे स्कूलों में ब्लॉक मुख्यालय पर उपस्थिति दे रहे टीचर अस्थाई तौर पर तो लगाए ही जा सकते हैं।
शिक्षक संघों ने की अध्यापकों को स्कूलों में लगाए जाने की मांग
राजस्थानप्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अवतार सिंह, राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के राजेश भणभैरु, शिक्षक संघ अम्बेडकर के केशव कच्छावा ने शीघ्र काउंसलिंग करवा कर पोस्टिंग देने और अस्थाई रूप से एकल श्रेणी के स्कूलों में शिक्षक लगाने की मांग की है। कच्छावा ने बताया कि जयपुर के डीईओ ने अस्थायी रूप से शिक्षकों को स्कूलों में लगाए जाने के आदेश किए हैं परन्तु जिले के अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे।
भास्कर संवाददाता|रायसिंहनगर
जिलेके स्कूल सोमवार से खुल गए। दूसरे चरण का प्रवेशोत्सव भी शुरू हो गया है। दूसरी ओर 552 शिक्षक ब्लॉक मुख्यालयों पर उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं। प्रारंभिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की अनदेखी एवं लापरवाही के चलते ये सभी शिक्षक स्कूल खुल जाने के बावजूद खाली बैठे हैं। अलग-अलग बीईईओ कार्यालयों में उपस्थिति दे रहे शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा से प्रारंभिक शिक्षा के लिए कार्यमुक्त किया गया था। दूसरी ओर जिले के कई स्कूलों में एकल शिक्षक होने से परेशानी हो रही है एवं प्रवेशोत्सव के तहत बच्चों के स्कूलों में प्रवेश के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
काउंसलिंगकी तिथि आगे खिसकने से बढ़ी परेशानी
माध्यमिकशिक्षा में प्रारंभिक शिक्षा से सेट अप परिवर्तन होने से कई शिक्षक स्कूलों से रिलीव हो चुके हैं उनके स्थान पर माध्यमिक शिक्षा विभाग में लेवल एक दो के नवनियुक्त अध्यापकों को प्रारंभिक शिक्षा में लगाए जाने के लिए कार्यमुक्त किया गया है। जिन्हें स्कूलों के खुलने से पूर्व ही लगाया जाना था परन्तु राज्य सरकार द्वारा काउंसलिंग की तिथि लगातार आगे खिसकाए जाने से स्कूल 20 जून से खुलने के बावजूद भी ये अध्यापक बीईईओ कार्यालय में मात्र उपस्थिति दर्ज करवा कर दो दिन से खाली है। मतलब बिना काम के सरकार इन शिक्षकों को रोजाना के 6 लाख रुपए से अधिक का भुगतान वेतन के रूप में करेगी।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
यह स्कूल 1972 से चल रहा है। स्कूल में विशेष आवश्यकता वाले स्टूडेंट्स के लिए संदर्भ केंद्र भी है। बैठक में सर्वसम्मति से बुधवार को सुबह 10 बजे एसडीएम कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया। पार्षद ललित वाल्मीकि की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में वक्ताओं ने आक्रोश जताते हुुए बताया कि स्कूल मेें 80 छात्राएं भी पढ़ रही हैं। अधिकांश स्टूडेंट्स अनुसूचित जाति के हैं। व्यापार मंडल द्वारा बच्चों को साफ एवं ठंडा पानी उपलब्ध करवाने के लिए वाटर कूलर स्थापित किया हुआ है। सभी कमरों में पंखे एवं कूलर के अलावा रसोई घर, पानी की डिग्गी, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय बने हुए हैं। सभी सुविधाओं के बावजूद स्कूल मर्ज कर दिया गया।
बैठकमें पार्षद भी शामिल हुए: बैठकमें पार्षद पृथ्वी सिंह मिस्त्री, ललिक वाल्मीकि, पूजा इंदौरा, सरपंच यूनियन के पूर्व अध्यक्ष पालाराम, घनश्याम वाल्मीकि, भाजपा एससी मोर्चा के सोमेश सोलंकी, रामकुमार वर्मा, प्रदीप मौर्य, विकास बजाज, धान मंडी लेबर यूनियन के अध्यक्ष श्यामलाल खंडा, इंद्राज गोदारा, ओमप्रकाश निरंकारी, हाकम सिंह, जगदीश सिंह, हरी सिंह सिवान, भगवान इंदौरा सहित काफी संख्या में अभिभावक एवं नागरिक मौजूद थे।
सादुलशहर. वार्ड नंबर 18 में मर्ज किए जा रहे स्कूल के समक्ष प्रदर्शन करते नागरिक।
रायसिंहनगर ब्लॉक में 15 स्कूल एकल अध्यापक श्रेणी के हैं। ऐसे स्कूलों मेंं सत्र के शुरू में ही परेशानी होने लगी है। प्रवेशोत्सव के चलते एकल अध्यापक अभिभावकों से संपर्क करने एवं अध्ययन करवाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अभिभावकों का कहना है कि ऐसे स्कूलों में ब्लॉक मुख्यालय पर उपस्थिति दे रहे टीचर अस्थाई तौर पर तो लगाए ही जा सकते हैं।
शिक्षक संघों ने की अध्यापकों को स्कूलों में लगाए जाने की मांग
राजस्थानप्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अवतार सिंह, राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के राजेश भणभैरु, शिक्षक संघ अम्बेडकर के केशव कच्छावा ने शीघ्र काउंसलिंग करवा कर पोस्टिंग देने और अस्थाई रूप से एकल श्रेणी के स्कूलों में शिक्षक लगाने की मांग की है। कच्छावा ने बताया कि जयपुर के डीईओ ने अस्थायी रूप से शिक्षकों को स्कूलों में लगाए जाने के आदेश किए हैं परन्तु जिले के अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे।
भास्कर संवाददाता|रायसिंहनगर
जिलेके स्कूल सोमवार से खुल गए। दूसरे चरण का प्रवेशोत्सव भी शुरू हो गया है। दूसरी ओर 552 शिक्षक ब्लॉक मुख्यालयों पर उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं। प्रारंभिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की अनदेखी एवं लापरवाही के चलते ये सभी शिक्षक स्कूल खुल जाने के बावजूद खाली बैठे हैं। अलग-अलग बीईईओ कार्यालयों में उपस्थिति दे रहे शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा से प्रारंभिक शिक्षा के लिए कार्यमुक्त किया गया था। दूसरी ओर जिले के कई स्कूलों में एकल शिक्षक होने से परेशानी हो रही है एवं प्रवेशोत्सव के तहत बच्चों के स्कूलों में प्रवेश के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
काउंसलिंगकी तिथि आगे खिसकने से बढ़ी परेशानी
माध्यमिकशिक्षा में प्रारंभिक शिक्षा से सेट अप परिवर्तन होने से कई शिक्षक स्कूलों से रिलीव हो चुके हैं उनके स्थान पर माध्यमिक शिक्षा विभाग में लेवल एक दो के नवनियुक्त अध्यापकों को प्रारंभिक शिक्षा में लगाए जाने के लिए कार्यमुक्त किया गया है। जिन्हें स्कूलों के खुलने से पूर्व ही लगाया जाना था परन्तु राज्य सरकार द्वारा काउंसलिंग की तिथि लगातार आगे खिसकाए जाने से स्कूल 20 जून से खुलने के बावजूद भी ये अध्यापक बीईईओ कार्यालय में मात्र उपस्थिति दर्ज करवा कर दो दिन से खाली है। मतलब बिना काम के सरकार इन शिक्षकों को रोजाना के 6 लाख रुपए से अधिक का भुगतान वेतन के रूप में करेगी।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC