अजमेर। राजस्थान
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा कल जारी अध्यापक पात्रता परीक्षा 2015 (रीट)
के परिणामों के बाद उसके प्रमाण पत्र पर बोर्ड द्वारा स्थिति स्पष्ट की
गयी है। बोर्ड के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार रीट
प्रमाण पत्र की वैद्यता केवल तीन वर्ष 2019 तक ही मानी जायेगी।
सूत्रों ने
बताया कि रीट परीक्षा से नौकरी का अधिकार नहीं बन जाता, बल्कि यह भर्ती
प्रक्रिया का न्यूनतम मापदंड मात्र है।गौरतलब है कि बोर्ड द्वारा कल घोषित परीक्षा परिणाम से 15 हजार शिक्षकों की भर्ती का रास्ता साफ हुआ है। बोर्ड प्रशासन सरकार के निर्देश पर इसके अगले चरण की घोषणा करेगा। यह रीट परीक्षा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की घोषणा का हिस्सा है। परिणामों में 1़ 97 लाख अभ्यर्थी शिक्षक बनने योग्य पाये गये है।