अजमेर। प्रदेश अध्यापक
पात्रता परीक्षा (रीट) का परिणाम जारी होने के एक दिन बाद अभ्यर्थियों की
प्रतिशत के आधार पर सूची भी जारी हो गई। हालांकि यह सूची माध्यमिक शिक्षा
बोर्ड ने जारी नहीं की । अलबत्ता सोशल मीडिया पर वायरल इस सूची को लेकर
पूरे प्रदेश में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। बोर्ड प्रशासन ने इस तरह की
किसी भी सूची को बनाने अथवा जारी करने से इंकार किया है।
प्रदेश में 15 हजार अध्यापकों की भर्ती के लिए रीट का आयोजन किया गया था। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इसका परिणाम घोषित किया। बोर्ड की ओर से इस परीक्षा में 60 प्रतिशत अथवा अधिक अंक लाने वाले अभ्यर्थियों को पात्र मानते हुए उनके रोल नंबर जारी किए थे, लेकिन बोर्ड द्वारा मीडिया को जारी अधिकृत आंकड़ों के साथ प्रतिशत वार अभ्यर्थियों की संख्या की सूची सोशल मीडिया पर आ गई।
आंकड़ों में फर्क से संशय
रीट की प्रतिशत के आधार पर जो सूची जारी हुई, उसमें और पात्र अभ्यर्थियों की संख्या में फर्क आने की वजह से संशय की स्थिति बन गई। दरअसल सोशल मीडिया पर दो तरह की सूची जारी हुई। इन दोनों सूचियों में भी दर्शाए आंकड़े एक-दूसरे से मेल नहीं खा रहे थे। अलबत्ता सार्वजनिक हुई एक सूची में 60 से 70 प्रतिशत अंक लाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या और इसी प्रकार 70 से 80 प्रतिशत, 80 से 90 प्रतिशत और 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या शामिल थी।
दूसरी सूची बाकायदा माशिबो के नाम से जारी हुई। इसके नीचे परीक्षा नियंत्रक अशोक द्विवेदी का नाम और हस्ताक्षर भी हैं। यह अलग बात है कि बोर्ड में परीक्षा नियंत्रक के पद पर इस नाम का कोई अधिकारी नहीं है। अलबत्ता सूची के आधार पर अध्यापक भर्ती के पद को देखते हुए 80 से 90 प्रतिशत वाले अभ्यर्थियों को भी नियुक्ति मिलना तय नहीं था।
बोर्ड ने प्रतिशत के आधार पर कोई सूची जारी नहीं की है। केवल 60 फीसदी और उससे अधिक अंक लाने वाले अभ्यर्थियों के रोल नंबर जारी किए हैं। अभ्यर्थियों को इस तरह की सूची से भ्रमित नहीं होना चाहिए।
मेघना चौधरी, सचिव माशिबो
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
प्रदेश में 15 हजार अध्यापकों की भर्ती के लिए रीट का आयोजन किया गया था। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इसका परिणाम घोषित किया। बोर्ड की ओर से इस परीक्षा में 60 प्रतिशत अथवा अधिक अंक लाने वाले अभ्यर्थियों को पात्र मानते हुए उनके रोल नंबर जारी किए थे, लेकिन बोर्ड द्वारा मीडिया को जारी अधिकृत आंकड़ों के साथ प्रतिशत वार अभ्यर्थियों की संख्या की सूची सोशल मीडिया पर आ गई।
आंकड़ों में फर्क से संशय
रीट की प्रतिशत के आधार पर जो सूची जारी हुई, उसमें और पात्र अभ्यर्थियों की संख्या में फर्क आने की वजह से संशय की स्थिति बन गई। दरअसल सोशल मीडिया पर दो तरह की सूची जारी हुई। इन दोनों सूचियों में भी दर्शाए आंकड़े एक-दूसरे से मेल नहीं खा रहे थे। अलबत्ता सार्वजनिक हुई एक सूची में 60 से 70 प्रतिशत अंक लाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या और इसी प्रकार 70 से 80 प्रतिशत, 80 से 90 प्रतिशत और 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या शामिल थी।
दूसरी सूची बाकायदा माशिबो के नाम से जारी हुई। इसके नीचे परीक्षा नियंत्रक अशोक द्विवेदी का नाम और हस्ताक्षर भी हैं। यह अलग बात है कि बोर्ड में परीक्षा नियंत्रक के पद पर इस नाम का कोई अधिकारी नहीं है। अलबत्ता सूची के आधार पर अध्यापक भर्ती के पद को देखते हुए 80 से 90 प्रतिशत वाले अभ्यर्थियों को भी नियुक्ति मिलना तय नहीं था।
बोर्ड ने प्रतिशत के आधार पर कोई सूची जारी नहीं की है। केवल 60 फीसदी और उससे अधिक अंक लाने वाले अभ्यर्थियों के रोल नंबर जारी किए हैं। अभ्यर्थियों को इस तरह की सूची से भ्रमित नहीं होना चाहिए।
मेघना चौधरी, सचिव माशिबो
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC