बांसवाड़ा. सरकारी स्कूलों में शिक्षकों का ध्यान पढ़ाई से ज्यादा स्कूल से जुड़े दूसरे काम धंधों में लगा हुआ है। शिक्षक समय पर स्कूल भी नहीं पहुुंच रहे और इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। मंगलवार को जिले के दो स्कूलों में कुछ ऐसे ही हाल नजर आए।
दस बजे तक शिक्षक नदारद
तलवाड़ा पंचायत समिति की देवगढ़ ग्राम पंचायत में राजकीय प्राथमिक विद्यालय निचली खरवाली में सुबह 10 बजे करीब 4-5 बच्चे एक कमरे में बैठकर खेलने-कूदने में व्यस्त थे तो एक-दो बच्चे बाहर अध्यापकों का इंतजार करते दिखे। पूछने पर बताया कि यहां दो शिक्षक हैं, लेकिन अभी तक कोई नहीं आया। कुछ ही देर बाद शिक्षक कैलाश सिंघवी तेजी से आते हुए दिखाई दिए। कुछ पूछने से पहले ही स्पष्टीकरण देने लगे की वह स्कूल के काम से ही गैस एेजेन्सी पर गए थे। एक अन्य शिक्षिका के बारे में उन्होंने बताया कि वह अभी तक नहीं आई है और क्यों नहीं आई है, इसके बारे में उन्हें नहीं पता।
रंग लेने गई हैं अध्यापिका
इसी तरह बांसवाड़ा पंचायत समिति क्षेत्र के नवागांव ग्राम पंचायत के काली डूंगरी राजकीय प्राथमिक स्कूल में सुबह 10:30 बजे कोई अध्यापक नजर नहीं आया। 7-8 बच्चे बस्ता खोलकर स्वयं ही पढ़ाई करते दिखाई दिए और अध्यापकों के बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी। कुछ देर में एक शिक्षा सहयोगी का प्रवेश हुआ तो उन्होंने भी कुछ पूछने से पहले ही बताया कि वह किसी छात्र को घर से बुलाने गए थे। उससे प्रधानाध्यापिका के बारे में जानकारी ली तो बताया कि स्कूल में रंग-रोगन का काम चल रहा है और वह रंग लेकर आ रही हैं, इसलिए देरी हो गई होगी।