भालता।कस्बे से 3 किमी दूर बेहड़ीकलां गांव का राजकीय प्राथमिक विद्यालय
7 के बजाए 10 बजे लग रहा है। इसके चलते बच्चों की पढ़ाई सही तरह से नहीं
हो पा रही है। वहीं ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ रही है।
स्कूल के पास भवन नहीं होने पर एक साल पहले साढे 14 लाख रूपए कि लागत से नवीन भवन बनाया।
यहां 50 बच्चों का नामांकन है। ग्रामीण इंद्रसिह तंवर ने बताया कि अध्यापक केलाश वर्मा स्वतंत्रता दिवस पर ही समय पर आऎ थे। सुबह स्कूल नहीं लगने की सूचना पर जिला परिषद सदस्य फुलचंद ऎरवाल और इकाई अध्यक्ष बालचंद राठौर ने ग्रामीणों से जानकारी ली।
एक पारी में लगता है स्कूल
स्कूल रोजाना एक दोपहर ही लगता है। बच्चो का पढ़ाई का स्तर भी कमजोर है। लालचंद तंवर ने बताया कि शिक्षक ने बच्चों तथा ग्रामीणों को स्कूल का समय 10 से एक बजे तक बता रखा है। स्कूल का आधा समय पौषाहार में बीत जाता है। अनारसिहं, रोशन, फुलसिंह, कालुलाल, सीताराम ने व्यवस्था सुधारने कि मांग की।
खेरदंता और छुवाडिया के स्कूलों के भी यही हाल
उमरिया ग्राम पंचायत के खेरदंता और छुवाडिया के प्राथमिक स्कूलों के भी यही हाल है। खेरदंता में 59 छात्र हैं। ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानाध्यापिका बसंती बाई मेहर समय पर नहीं आ रही हैं। दूसरी और छुवाडिया के प्राथमिक विद्यालय में 27 बच्चों पर दो शिक्षक परमानंद लोधा व दिनेश गुर्जर हैं। एक आता है अगले दिन दूसरा आता है।
छुवाडिया स्कूल का हंैडपम्प भी कई दिनों से खस्ताहाल है। एसएमसी अध्यक्ष ने हैंडपम्प के संदर्भ में सरपंच तथा ग्रामसेवक को भी अवगत करा रखा है।
दो दिन से एसएमसी के प्रशिक्षण में था। स्कूल में अकेला होते हुए भी रोजाना आता हूं। बीएलओ का कार्य भी करना पड़ता है।केलाशचंद वर्मा, शिक्षक
एक माह पूर्व मेरा एक्सीडेंट हो गया था। मेडिकल ले रखा था। 8 दिन पूर्व मां का देहांत हुआ है। इससे स्कूल पहुंचने में देरी हो जाती है।
बसन्ती बाई मेहर. प्रधानाध्यापिका, खेरदन्ता
बेहड़ीकलां के विद्यालय के संदर्भ में जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत कराएंगे।अनिता बाई, सरपंच
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
स्कूल के पास भवन नहीं होने पर एक साल पहले साढे 14 लाख रूपए कि लागत से नवीन भवन बनाया।
यहां 50 बच्चों का नामांकन है। ग्रामीण इंद्रसिह तंवर ने बताया कि अध्यापक केलाश वर्मा स्वतंत्रता दिवस पर ही समय पर आऎ थे। सुबह स्कूल नहीं लगने की सूचना पर जिला परिषद सदस्य फुलचंद ऎरवाल और इकाई अध्यक्ष बालचंद राठौर ने ग्रामीणों से जानकारी ली।
एक पारी में लगता है स्कूल
स्कूल रोजाना एक दोपहर ही लगता है। बच्चो का पढ़ाई का स्तर भी कमजोर है। लालचंद तंवर ने बताया कि शिक्षक ने बच्चों तथा ग्रामीणों को स्कूल का समय 10 से एक बजे तक बता रखा है। स्कूल का आधा समय पौषाहार में बीत जाता है। अनारसिहं, रोशन, फुलसिंह, कालुलाल, सीताराम ने व्यवस्था सुधारने कि मांग की।
खेरदंता और छुवाडिया के स्कूलों के भी यही हाल
उमरिया ग्राम पंचायत के खेरदंता और छुवाडिया के प्राथमिक स्कूलों के भी यही हाल है। खेरदंता में 59 छात्र हैं। ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानाध्यापिका बसंती बाई मेहर समय पर नहीं आ रही हैं। दूसरी और छुवाडिया के प्राथमिक विद्यालय में 27 बच्चों पर दो शिक्षक परमानंद लोधा व दिनेश गुर्जर हैं। एक आता है अगले दिन दूसरा आता है।
छुवाडिया स्कूल का हंैडपम्प भी कई दिनों से खस्ताहाल है। एसएमसी अध्यक्ष ने हैंडपम्प के संदर्भ में सरपंच तथा ग्रामसेवक को भी अवगत करा रखा है।
दो दिन से एसएमसी के प्रशिक्षण में था। स्कूल में अकेला होते हुए भी रोजाना आता हूं। बीएलओ का कार्य भी करना पड़ता है।केलाशचंद वर्मा, शिक्षक
एक माह पूर्व मेरा एक्सीडेंट हो गया था। मेडिकल ले रखा था। 8 दिन पूर्व मां का देहांत हुआ है। इससे स्कूल पहुंचने में देरी हो जाती है।
बसन्ती बाई मेहर. प्रधानाध्यापिका, खेरदन्ता
बेहड़ीकलां के विद्यालय के संदर्भ में जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत कराएंगे।अनिता बाई, सरपंच
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
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