राजस्थान में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की रैकिंग स्टूडेंट्स के रिजल्ट से तय की जाएगी।
यह जानकारी शिक्षा राज्यमंत्री प्रो.वासुदेव
देवनानी ने शनिवार को लोहागल में आयोजित एक कार्यक्रम में दी। उन्होंने कहा
कि आने वाले दिनों में सैकण्डरी, सीनियर सैकण्डरी एवं आठवीं बोर्ड के
परिणाम के आधार पर शिक्षकों की रैंकिंग तय होगी।जिस स्कूल एवं शिक्षक का परिणाम जितना अच्छा होगा, उसे उतनी ही ऊंची
रैंकिंग मिलेगी। अब सिर्फ शत प्रतिशत परिणाम से काम नहीं चलने वाला बल्कि
विद्यार्थियों के अंकों का प्रतिशत भी रैंकिंग में गिना जाएगा। जिस स्कूल
से जितनी अधिक बालिकाएं गार्गी पुरस्कार प्राप्त करेंगी। उस स्कूल की पढ़ाई
को उतना ही अच्छा माना जाएगा।
उन्होंने कहा कि आठवीं बोर्ड की परीक्षा के पश्चात विद्यार्थियों को प्रोविजनल प्रवेश दिया जा रहा है। ताकि पढ़ाई शीघ्र शुरु हो सके। इस कार्यक्रम में जिला प्रमुख वंदना नोगिया ने जिला परिषद के कोष से स्कूल की चारदीवारी बनवाने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि आठवीं बोर्ड की परीक्षा के पश्चात विद्यार्थियों को प्रोविजनल प्रवेश दिया जा रहा है। ताकि पढ़ाई शीघ्र शुरु हो सके। इस कार्यक्रम में जिला प्रमुख वंदना नोगिया ने जिला परिषद के कोष से स्कूल की चारदीवारी बनवाने की घोषणा की।
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