राजस्थान के शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रदेश के सभी स्कूलों में नवीं कक्षा की पढ़ाई तत्काल शुरू होगी. 8वीं बोर्ड की परीक्षा के बाद विद्यार्थियों को प्रोविजनल प्रवेश दिया जा रहा है. विद्यालय तुरन्त प्रयास कर कक्षाएं शुरू करें.
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सेकंडरी, सीनियर सेकंडरी और आठवीं बोर्ड के परिणाम के आधार पर शिक्षकों की रैंकिंग तय होगी. राजस्थान देश का शैक्षिक हब बनने जा रहा है. शिक्षक राज्य सरकार के इन प्रयासों में पूरी तरह सहयोग करें.
मंत्री देवनानी ने शनिवार को अजमेर जिले के राजकीय माध्यमिक विद्यालय लोहागल में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान रमसा के तहत 47 लाख की लागत से नवनिर्मित कक्षा कक्षों का लोकार्पण किया. इस स्कूल में अब तक एक करोड़ रूपए की लागत से विकास कार्य करवाए जा चुके हैं.
मंत्री देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने इस वर्ष निर्णय लिया है कि 8वीं और 10वीं बोर्ड की परीक्षाओं के तुरन्त बाद अगली कक्षा की प्रोविजनल कक्षाएं शुरू की जाएंगी. 8वीं बोर्ड परीक्षा के तुरन्त बाद प्रदेश के सभी स्कूलों में 9वीं की पढ़ाई शुरू कराई जाए ताकि विद्यार्थियों का शैक्षिक नुकसान नहीं हो. शिक्षा विभाग इसके लिए पूरी तैयारी करें और तत्काल प्रभाव से कक्षाएं शुरू करें.
उन्होंने कहा कि 8वीं, 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम से स्कूलों और शिक्षकों की रैंकिंग तय होगी, जिस स्कूल और शिक्षक का परिणाम जितना अच्छा होगा उसे उतनी ही ऊंची रैंकिंग मिलेगी. अब सिर्फ शत प्रतिशत परिणाम से काम नहीं चलने वाला बल्कि विद्यार्थियों के अंकों का प्रतिशत भी रैंकिंग में गिना जाएगा.
जिस स्कूल से जितनी अधिक बालिकाएं गार्गी पुरस्कार प्राप्त करेंगी. उस स्कूल की पढ़ाई को उतना ही अच्छा माना जाएगा. स्कूलों में शैक्षिक स्तर बढ़ाने एवं नामांकन वृद्धि के लिए शिक्षक पूरी गम्भीरता से प्रयास करें.
उन्होंने कहा कि राजस्थान शैक्षिक हब के रूप में एक नई पहचान बना रहा है. राज्य सरकार पूरी गम्भीरता से प्रयास कर रही है कि हमारे स्कूल एवं विद्यार्थी सबसे ऊपर हों. मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की प्रेरणा से हम इस लक्ष्य को प्राप्त भी कर रहे हैं. शिक्षक सरकार के इन प्रयासों में सहयोग करें. अजमेर में स्मार्ट कक्षाओं से पढ़ाई के शानदार परिणाम सामने आए हैं.
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सेकंडरी, सीनियर सेकंडरी और आठवीं बोर्ड के परिणाम के आधार पर शिक्षकों की रैंकिंग तय होगी. राजस्थान देश का शैक्षिक हब बनने जा रहा है. शिक्षक राज्य सरकार के इन प्रयासों में पूरी तरह सहयोग करें.
मंत्री देवनानी ने शनिवार को अजमेर जिले के राजकीय माध्यमिक विद्यालय लोहागल में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान रमसा के तहत 47 लाख की लागत से नवनिर्मित कक्षा कक्षों का लोकार्पण किया. इस स्कूल में अब तक एक करोड़ रूपए की लागत से विकास कार्य करवाए जा चुके हैं.
मंत्री देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने इस वर्ष निर्णय लिया है कि 8वीं और 10वीं बोर्ड की परीक्षाओं के तुरन्त बाद अगली कक्षा की प्रोविजनल कक्षाएं शुरू की जाएंगी. 8वीं बोर्ड परीक्षा के तुरन्त बाद प्रदेश के सभी स्कूलों में 9वीं की पढ़ाई शुरू कराई जाए ताकि विद्यार्थियों का शैक्षिक नुकसान नहीं हो. शिक्षा विभाग इसके लिए पूरी तैयारी करें और तत्काल प्रभाव से कक्षाएं शुरू करें.
उन्होंने कहा कि 8वीं, 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम से स्कूलों और शिक्षकों की रैंकिंग तय होगी, जिस स्कूल और शिक्षक का परिणाम जितना अच्छा होगा उसे उतनी ही ऊंची रैंकिंग मिलेगी. अब सिर्फ शत प्रतिशत परिणाम से काम नहीं चलने वाला बल्कि विद्यार्थियों के अंकों का प्रतिशत भी रैंकिंग में गिना जाएगा.
जिस स्कूल से जितनी अधिक बालिकाएं गार्गी पुरस्कार प्राप्त करेंगी. उस स्कूल की पढ़ाई को उतना ही अच्छा माना जाएगा. स्कूलों में शैक्षिक स्तर बढ़ाने एवं नामांकन वृद्धि के लिए शिक्षक पूरी गम्भीरता से प्रयास करें.
उन्होंने कहा कि राजस्थान शैक्षिक हब के रूप में एक नई पहचान बना रहा है. राज्य सरकार पूरी गम्भीरता से प्रयास कर रही है कि हमारे स्कूल एवं विद्यार्थी सबसे ऊपर हों. मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की प्रेरणा से हम इस लक्ष्य को प्राप्त भी कर रहे हैं. शिक्षक सरकार के इन प्रयासों में सहयोग करें. अजमेर में स्मार्ट कक्षाओं से पढ़ाई के शानदार परिणाम सामने आए हैं.
No comments:
Post a Comment