जोधपुर .
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की ओर से सामान्य संकाय (कला, वाणिज्य, विधि
एवं विज्ञान) के ६२ पदों पर शिक्षकों की निकाली गई संशोधित भर्ती पर एक बार
फिर से सवालिया निशान लग गया है।
विवि की ओर से सरकार के कार्मिक विभाग के जिस पत्र का हवाला देकर दुबारा विज्ञापन जारी किया गया था, वह पत्र ही कार्मिक विभाग के पास उपलब्ध नहीं है। सूचना के अधिकार के अंतर्गत कार्मिक विभाग से इस संबंध में जानकारी मांगने पर यह सच्चाई सामने आई। जेएनवीयू की ओर से ५ जुलाई को सामान्य संकाय भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था। विज्ञापन में पदों के रोस्टर में गड़बड़ी के चलते विवि की रोस्टर कमेटी को कुलाधिपति व राज्यपाल कल्याण सिंह ने राजभवन तलब कर कार्मिक विभाग से रोस्टर का परीक्षण करवाने के निर्देश दिए थे।
इसके बाद विवि ने १० अक्टूबर को कार्मिक विभाग के ५ अक्टूबर के पत्र का हवाला देकर फिर से संशोधित विज्ञापन निकाला। आरटीआई कार्यकर्ता ओमप्रकाश भाटी द्वारा इस संबंध में कार्मिक (क-२) विभाग में आरटीआई लगाकर सूचना मांगी गई। जवाब में कार्मिक विभाग ने आरटीआई को धारा ६ (३) में उच्च शिक्षा (ग्रुप-४) विभाग को भेजकर कहा कि उक्त सूचना उनके विभाग से संबंधित है। उधर, उच्च शिक्षा विभाग का यह कहना है कि रोस्टर संबंधित किसी भी प्रक्रिया के मामले में उनकी दखलंदाजी नहीं है, न ही यह सूचना उनसे संबंधित है।
भर्ती पर एक बार फिर से संशय
संशोधित विज्ञापन के बाद सामान्य संकाय में भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि १४ नवम्बर थी। विवि अब आवेदकों की २६ नवम्बर को लिखित परीक्षा लेगा। एेसे में कार्मिक विभाग के पास विवि के रोस्टर संबंधित पत्र नहीं मिलने से लिखित परीक्षा व भर्ती प्रक्रिया एक बार फिर से संशय के दायरे में आ गई है।
इनका कहना
हमारा विभाग रोस्टर से संबंधित मामले नहीं देखता है। वैसे कार्मिक विभाग की ओर से फॉरवर्ड होकर आई आरटीआई को हमने देखा नहीं है। यह आरटीआई हमारे विभाग से संबंधित नहीं हुई तो हम उसे वापस कार्मिक विभाग को लौटा देंगे।
डॉ. राजेंद्र जोशी, संयुक्त सचिव, उच्च शिक्षा विभाग
विवि की ओर से सरकार के कार्मिक विभाग के जिस पत्र का हवाला देकर दुबारा विज्ञापन जारी किया गया था, वह पत्र ही कार्मिक विभाग के पास उपलब्ध नहीं है। सूचना के अधिकार के अंतर्गत कार्मिक विभाग से इस संबंध में जानकारी मांगने पर यह सच्चाई सामने आई। जेएनवीयू की ओर से ५ जुलाई को सामान्य संकाय भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था। विज्ञापन में पदों के रोस्टर में गड़बड़ी के चलते विवि की रोस्टर कमेटी को कुलाधिपति व राज्यपाल कल्याण सिंह ने राजभवन तलब कर कार्मिक विभाग से रोस्टर का परीक्षण करवाने के निर्देश दिए थे।
इसके बाद विवि ने १० अक्टूबर को कार्मिक विभाग के ५ अक्टूबर के पत्र का हवाला देकर फिर से संशोधित विज्ञापन निकाला। आरटीआई कार्यकर्ता ओमप्रकाश भाटी द्वारा इस संबंध में कार्मिक (क-२) विभाग में आरटीआई लगाकर सूचना मांगी गई। जवाब में कार्मिक विभाग ने आरटीआई को धारा ६ (३) में उच्च शिक्षा (ग्रुप-४) विभाग को भेजकर कहा कि उक्त सूचना उनके विभाग से संबंधित है। उधर, उच्च शिक्षा विभाग का यह कहना है कि रोस्टर संबंधित किसी भी प्रक्रिया के मामले में उनकी दखलंदाजी नहीं है, न ही यह सूचना उनसे संबंधित है।
भर्ती पर एक बार फिर से संशय
संशोधित विज्ञापन के बाद सामान्य संकाय में भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि १४ नवम्बर थी। विवि अब आवेदकों की २६ नवम्बर को लिखित परीक्षा लेगा। एेसे में कार्मिक विभाग के पास विवि के रोस्टर संबंधित पत्र नहीं मिलने से लिखित परीक्षा व भर्ती प्रक्रिया एक बार फिर से संशय के दायरे में आ गई है।
इनका कहना
हमारा विभाग रोस्टर से संबंधित मामले नहीं देखता है। वैसे कार्मिक विभाग की ओर से फॉरवर्ड होकर आई आरटीआई को हमने देखा नहीं है। यह आरटीआई हमारे विभाग से संबंधित नहीं हुई तो हम उसे वापस कार्मिक विभाग को लौटा देंगे।
डॉ. राजेंद्र जोशी, संयुक्त सचिव, उच्च शिक्षा विभाग
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