राजस्थान के जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी की शिक्षक भर्ती में आरक्षण रोस्टर
मामले में मंगलवार को राज्यपाल एवं कुलाधिपति कल्याण सिंह ने जानकारी ली.
राज्यपाल सिंह ने यूनिवर्सिटी के कुलपति आरपी सिंह और यूनिवर्सिटी में शिक्षक भर्ती में आरक्षण के लिए बनाई गई रोस्टर समिति के सदस्यों को मंगलवार को जोधपुर से जयपुर राजभवन में बुलाया.
राज्यपाल कल्याण सिंह ने कुलपति से यूनिवर्सिटी में शिक्षकों की चयन प्रक्रिया में आरक्षण रोस्टर प्रकरण की पूरी जानकारी ली. राज्यपाल सिंह ने इस समीक्षा बैठक में कहा कि यूनिवर्सिटी में होने वाली भर्ती के मामले में वे कतई नही चाहते कि निष्पक्षता पर कोई सवाल उठे. उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जानी चाहिए.
कुलाधिपति सिंह ने भर्ती प्रक्रिया को नियमानुसार पूरी करने के निर्देश दिए. इस मौके पर कुलपति आर.पी.सिंह, यूनिवर्सिटी रोस्टर समिति के सदस्य रजत भागवत व रवि सक्सैना, राज्यपाल के सचिव देवाशीष पृष्टि, राज्यपाल के विशेषाधिकारी डॉ. अजय शंकर पाण्डेय, उच्च शिक्षा निदेशक आशुतोष पेडेकर, कार्मिक विभाग में संयुक्त सचिव सुनिल शर्मा, उच्च शिक्षा विभाग में संयुक्त सचिव जे एस सुमन सहित राजभवन के अधिकारीगण मौजूद थे.
भर्ती में घपले की चर्चा के बाद सख्ती
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सिंडिकेट के निर्णय की धज्जियां उड़ाते हुए भर्ती के विज्ञापन में असंवैधानिक रूप से परिवर्तन कर दियाा था. सामान्य श्रेणी के पदों की संख्या 8, ओबीसी की 2, अनुसूचित जाति के 12 और अनुसूचित जनजाति के 9 पद कर दिए. जबकि सिंडिकेट बैठक में इंजीनियरिंग कॉलेज के विभिन्न विभागों के 34 पदों के लिए रोस्टर का निर्धारण किया गया था. जिनमें असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए सामान्य श्रेणी और ओबीसी के 3-3, अनुसूचित जाति के 14 और अनुसूचित जनजाति के 11 पद निर्धारित किए गए थे.
राज्यपाल सिंह ने यूनिवर्सिटी के कुलपति आरपी सिंह और यूनिवर्सिटी में शिक्षक भर्ती में आरक्षण के लिए बनाई गई रोस्टर समिति के सदस्यों को मंगलवार को जोधपुर से जयपुर राजभवन में बुलाया.
राज्यपाल कल्याण सिंह ने कुलपति से यूनिवर्सिटी में शिक्षकों की चयन प्रक्रिया में आरक्षण रोस्टर प्रकरण की पूरी जानकारी ली. राज्यपाल सिंह ने इस समीक्षा बैठक में कहा कि यूनिवर्सिटी में होने वाली भर्ती के मामले में वे कतई नही चाहते कि निष्पक्षता पर कोई सवाल उठे. उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जानी चाहिए.
कुलाधिपति सिंह ने भर्ती प्रक्रिया को नियमानुसार पूरी करने के निर्देश दिए. इस मौके पर कुलपति आर.पी.सिंह, यूनिवर्सिटी रोस्टर समिति के सदस्य रजत भागवत व रवि सक्सैना, राज्यपाल के सचिव देवाशीष पृष्टि, राज्यपाल के विशेषाधिकारी डॉ. अजय शंकर पाण्डेय, उच्च शिक्षा निदेशक आशुतोष पेडेकर, कार्मिक विभाग में संयुक्त सचिव सुनिल शर्मा, उच्च शिक्षा विभाग में संयुक्त सचिव जे एस सुमन सहित राजभवन के अधिकारीगण मौजूद थे.
भर्ती में घपले की चर्चा के बाद सख्ती
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सिंडिकेट के निर्णय की धज्जियां उड़ाते हुए भर्ती के विज्ञापन में असंवैधानिक रूप से परिवर्तन कर दियाा था. सामान्य श्रेणी के पदों की संख्या 8, ओबीसी की 2, अनुसूचित जाति के 12 और अनुसूचित जनजाति के 9 पद कर दिए. जबकि सिंडिकेट बैठक में इंजीनियरिंग कॉलेज के विभिन्न विभागों के 34 पदों के लिए रोस्टर का निर्धारण किया गया था. जिनमें असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए सामान्य श्रेणी और ओबीसी के 3-3, अनुसूचित जाति के 14 और अनुसूचित जनजाति के 11 पद निर्धारित किए गए थे.
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