बाड़मेर पत्रिका. सरकार ने 2012 में लगे शिक्षकों को एरियर का भुगतान करने के आदेश तो दे
दिए लेकिन बजट स्वीकृत नहीं किया। एेसे में इन अध्यापकों को लगभग एक अरब का
भुगतान करना बीईईओ कार्यालय के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।
स्थिति यह है कि यदि ब्लॉक कार्यालय आदेश की पालना करते हैं तो वेतन बजट खत्म हो जाएगा और शिक्षकों को समय पर तनख्वाह भी नहीं मिल पाएगी।
शिक्षा विभाग के प्राथमिक शिक्षा में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 के तहत जिले में सितम्बर-अक्टूबर 2012 में प्रथम लेवल में 1200 व द्वितीय लेवल में 2800 शिक्षक लगे थे। इनको नियमानुसार दो साल तक प्रोबेशनल पीरियड (परिवीक्षा काल ) तक एक निश्चित वेतन देय था। दो साल का परिवीक्षा काल सितम्बर-अक्टूबर 2014 में पूरा हो गया। इसके बाद इन्हें वेतन श्रृंखला के अनुसार पूर्ण वेतन मिलना था, लेकिन यह नहीं मिला। करीब सोलह माह तक उन्हें परिवीक्षा काल में तय वेतन से ही काम चलाना पड़ा। मार्च 2016 तक यह स्थिति रही। इसके बाद उन्हें पूरा वेतन मिलने लगा। नियमानुसार दो साल बाद पूरा वेतन नहीं मिलने पर उन्हें इन सोलह माह का एरियर मिलना था। इसके आदेश सरकार ने 11 सितम्बर 17 को किए, जिसकी पालना करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा ने 20 सितम्बर 17 को एरियर भुगतान के आदेश किए। यह आदेश बीईईओ के लिए गलफांस बन गया है,क्योंकि पूरे जिले में करीब एक अरब रुपए का एरियर बकाया है।
यह है स्थिति- वेतन स्थरीकरण से पूर्व परिवीक्षा काल में शिक्षकों को 13200 रुपए मिलते थे। वेतन स्थरीकरण के बाद यह बढ़ कर करीब 26000 रुपए हो गया। छब्बीस हजार रुपए उन्हें अक्टूबर-नवम्बर 14 से देय थे, लेकिन वेतन स्थरीकरण नहीं होने से उन्हें यह राशि अप्रेल 2016 से मिलनी शुरू हुई। एेसे में बीच के 16 माह के वेतन के अंतर का भुगतान एरियर के रूप में इनका करना है। यह राशि जिले के करीब साढ़े तीन हजार शिक्षकों को एक अरब रुपए देनी है। जानकारों के अनुसार हर शिक्षक को करीब साढ़े तीन लाख रुपए एरियर मिलना है, जिसमें से कटौती वगैरह काट कर ढाई लाख रुपए हर शिक्षक को भुगतान करना है।
अब तक जिले में 2012 शिक्षक भर्ती के शिक्षकों में से मात्र सौ जनों को ही एरियर मिला है।
गड़बड़ा जाएगा बजट- बीईईओ कार्यालय यदि एरियर का भुगतान करते हैं तो उनका शिक्षकों का मासिक वेतन का बजट गड़बड़ हो जाएगा। एेसे में वे अब नया प्रस्ताव बना कर भेजेंगे तो ही एरियर राशि का भुगतान संभव होगा।
दिक्कत हो रही-पहले तो हमें करीब सोलह माह तक आधाा वेतन दिया और अब एरियर का भुगतान भी नहीं होने से दिक्कत होगी। जल्दी ही बजट स्वीकृत हो तो ही फायदा मिलेगा।- अविनाश विश्नोई, प्रभावित शिक्षक
आदेश के साथ बजट भी जरूरी- सरकार ने एरियर भुगतान का आदेश तो कर दिया, लेकिन बजट ही नहीं है तो समय पर भुगतान कैसे होगा। सरकार जल्दी बजट जारी करें।- शेरसिंह भूरटिया, शिक्षक नेता
आदेश जारी- हमने एरियर भुगतान के आदेश जारी किए हैं। जिन ब्लॉक में बजट की कमी है, वे निदेशालय से मांग पत्र भेज अतिरिक्त बजट की मांग कर भुगतान करें।- शंकरलाल खोरवाल, जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा
स्थिति यह है कि यदि ब्लॉक कार्यालय आदेश की पालना करते हैं तो वेतन बजट खत्म हो जाएगा और शिक्षकों को समय पर तनख्वाह भी नहीं मिल पाएगी।
शिक्षा विभाग के प्राथमिक शिक्षा में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2012 के तहत जिले में सितम्बर-अक्टूबर 2012 में प्रथम लेवल में 1200 व द्वितीय लेवल में 2800 शिक्षक लगे थे। इनको नियमानुसार दो साल तक प्रोबेशनल पीरियड (परिवीक्षा काल ) तक एक निश्चित वेतन देय था। दो साल का परिवीक्षा काल सितम्बर-अक्टूबर 2014 में पूरा हो गया। इसके बाद इन्हें वेतन श्रृंखला के अनुसार पूर्ण वेतन मिलना था, लेकिन यह नहीं मिला। करीब सोलह माह तक उन्हें परिवीक्षा काल में तय वेतन से ही काम चलाना पड़ा। मार्च 2016 तक यह स्थिति रही। इसके बाद उन्हें पूरा वेतन मिलने लगा। नियमानुसार दो साल बाद पूरा वेतन नहीं मिलने पर उन्हें इन सोलह माह का एरियर मिलना था। इसके आदेश सरकार ने 11 सितम्बर 17 को किए, जिसकी पालना करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा ने 20 सितम्बर 17 को एरियर भुगतान के आदेश किए। यह आदेश बीईईओ के लिए गलफांस बन गया है,क्योंकि पूरे जिले में करीब एक अरब रुपए का एरियर बकाया है।
यह है स्थिति- वेतन स्थरीकरण से पूर्व परिवीक्षा काल में शिक्षकों को 13200 रुपए मिलते थे। वेतन स्थरीकरण के बाद यह बढ़ कर करीब 26000 रुपए हो गया। छब्बीस हजार रुपए उन्हें अक्टूबर-नवम्बर 14 से देय थे, लेकिन वेतन स्थरीकरण नहीं होने से उन्हें यह राशि अप्रेल 2016 से मिलनी शुरू हुई। एेसे में बीच के 16 माह के वेतन के अंतर का भुगतान एरियर के रूप में इनका करना है। यह राशि जिले के करीब साढ़े तीन हजार शिक्षकों को एक अरब रुपए देनी है। जानकारों के अनुसार हर शिक्षक को करीब साढ़े तीन लाख रुपए एरियर मिलना है, जिसमें से कटौती वगैरह काट कर ढाई लाख रुपए हर शिक्षक को भुगतान करना है।
अब तक जिले में 2012 शिक्षक भर्ती के शिक्षकों में से मात्र सौ जनों को ही एरियर मिला है।
गड़बड़ा जाएगा बजट- बीईईओ कार्यालय यदि एरियर का भुगतान करते हैं तो उनका शिक्षकों का मासिक वेतन का बजट गड़बड़ हो जाएगा। एेसे में वे अब नया प्रस्ताव बना कर भेजेंगे तो ही एरियर राशि का भुगतान संभव होगा।
दिक्कत हो रही-पहले तो हमें करीब सोलह माह तक आधाा वेतन दिया और अब एरियर का भुगतान भी नहीं होने से दिक्कत होगी। जल्दी ही बजट स्वीकृत हो तो ही फायदा मिलेगा।- अविनाश विश्नोई, प्रभावित शिक्षक
आदेश के साथ बजट भी जरूरी- सरकार ने एरियर भुगतान का आदेश तो कर दिया, लेकिन बजट ही नहीं है तो समय पर भुगतान कैसे होगा। सरकार जल्दी बजट जारी करें।- शेरसिंह भूरटिया, शिक्षक नेता
आदेश जारी- हमने एरियर भुगतान के आदेश जारी किए हैं। जिन ब्लॉक में बजट की कमी है, वे निदेशालय से मांग पत्र भेज अतिरिक्त बजट की मांग कर भुगतान करें।- शंकरलाल खोरवाल, जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा
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