अगस्तक्रांति दिवस पर बुधवार को राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ (रेस्टा) ने
प्रदेश के राज्य के 35000 वरिष्ठ अध्यापकों के वेतन विसंगति को लेकर मोर्चा
खोला।
संघ ने मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अब इस मुद्देन पर सुनवाई नहीं होने पर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने का कदम उठाने की चेतावनी दी।
रेस्टा के प्रवक्ता आशीष उपाध्याय ने बताया कि प्रदेश के वरिष्ठ अध्यापक इसके चलते 3 से साल से परेशान हैंं। भटनागर समिति की रिपोर्टों को लागू करते समय सभी पदों की इंट्री पे स्केल बढ़ाई थी, जबकि वरिष्ठ अध्यापकों के लिए कोई बदलाव नहीं किया गया। छठे वेतन आयोग के अनुसार 4500-7000 एंट्री पे स्केल को 5000-8000, 5500-9000 स्केल को यथावत रखा गया, जबकि व्याख्याताओं की 6500-10500 पे स्केल को 7500-12000 किया गया। इस विसंगति पर संघ की ओर से 7 फरवरी को सभी उपखंड मुख्यालयों से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिए गए, लेकिन सरकार ने ध्यान नहीं दिया। जिलाध्यक्ष गोविंद पाटीदार ने बताया कि इस पर अब वरिष्ठ अध्यापकों ने आर-पार की लड़ाई शुरू करने के लिए अगस्त क्रान्ति दिवस से मिशन 16290 के लिए ज्ञापन दिया। ज्ञापन देने वालों में मसर्रत शेख, रीना पटेल, पुष्पेंद्र चौधरी, सहित जिले के वरिष्ठ शिक्षक शामिल थे।
शिक्षक संघ रेस्टा के पदाधिकारी।
संघ ने मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अब इस मुद्देन पर सुनवाई नहीं होने पर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने का कदम उठाने की चेतावनी दी।
रेस्टा के प्रवक्ता आशीष उपाध्याय ने बताया कि प्रदेश के वरिष्ठ अध्यापक इसके चलते 3 से साल से परेशान हैंं। भटनागर समिति की रिपोर्टों को लागू करते समय सभी पदों की इंट्री पे स्केल बढ़ाई थी, जबकि वरिष्ठ अध्यापकों के लिए कोई बदलाव नहीं किया गया। छठे वेतन आयोग के अनुसार 4500-7000 एंट्री पे स्केल को 5000-8000, 5500-9000 स्केल को यथावत रखा गया, जबकि व्याख्याताओं की 6500-10500 पे स्केल को 7500-12000 किया गया। इस विसंगति पर संघ की ओर से 7 फरवरी को सभी उपखंड मुख्यालयों से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिए गए, लेकिन सरकार ने ध्यान नहीं दिया। जिलाध्यक्ष गोविंद पाटीदार ने बताया कि इस पर अब वरिष्ठ अध्यापकों ने आर-पार की लड़ाई शुरू करने के लिए अगस्त क्रान्ति दिवस से मिशन 16290 के लिए ज्ञापन दिया। ज्ञापन देने वालों में मसर्रत शेख, रीना पटेल, पुष्पेंद्र चौधरी, सहित जिले के वरिष्ठ शिक्षक शामिल थे।
शिक्षक संघ रेस्टा के पदाधिकारी।
No comments:
Post a Comment