अरनोद| अरनोदउपखंड के बीईईओ रमेश चंद्र जैन और शिक्षक संघ राष्ट्रीय की
उपशाखा शिक्षकों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। राजस्थान
शिक्षक संघ ने मंगलवार को बीईईओ पर मिड डे मिल की राशि मांगने और
भष्ट्राचार करने का आरोप लगाकर अनिश्चित कालीन धरने की शुरुआत की।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा अरनोद ने 26 अप्रेल अरनोद को बीईईओ के खिलाफ भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए हटाने की मांग को लेकर कार्यालय पर तालाबंदी कर धरना-प्रदर्शन किया था। इसमें उच्चाधिकारी को धरना स्थल पर बुलाने की मांग रखी थी।
जिला शिक्षा अधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में बीईईओ प्रतापगढ़ उपस्थित हुए और तीन दिवसीय वार्ता कर कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने से शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा अरनोद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुर्गापालसिंह की अगुवाई में ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी रमेशचंद्र जैन के विरुद्ध अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन में हीरालाल कटारा ने बताया कि ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने हर प्राथमिक स्कूल से पांच सौ रुपए और उच्च प्राथमिक स्कूल से एक हजार रुपए मनमानी तरीके से वसूलने का विरोध करते हुए ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जैन को तुरंत प्रभाव से हटाने की मांग की। जिला अध्यक्ष गोपाललाल मीणा ने बताया कि बीईईओ ने राज्य सरकार के आदेशों की अवहेलना कर खुद आदेश से प्रतिनियुक्त शिक्षकों को उसी विद्यालय में स्थायी कर संस्थापन में फेरबदल कर दिया, जिसकी निष्पक्ष जांच करा कर कार्रवाई की जाए। धरना प्रदर्शन के पहले दिन प्रभुलाल मीणा, हेमंत गिरि, दिलीप त्रिवेदी, वरदीचंद मीणा, देवेन्द्र कुमार, भगवानलाल सहाय, मानसिंह देवड़ा, जितेंद्र कुमार, राजेश कटारा, छागनलाल मीणा सहित कई शिक्षक मौजूद थे।
आरोप सिद्ध हुए तो नौकरी छोड़ दूंगा : जैन
इधरबीईईओ रमेश चंद्र जैन ने शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर काम नहीं करने वाले शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग का पत्र लिखा है। पत्र में बीईईओं ने लिखा कि उन पर शिक्षक संघ राष्ट्रीय के कुछ नेता गलत आरोप लगा रहे है। वे हर जांच के लिए तैयार है। जांच में दोषी पाए जाने पर नौकरी से त्याग पत्र देंगे। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जांच के दौरान 12 मे से 8 स्कूल बंद मिले है, जिससे कार्रवाई के डर से शिक्षक इस प्रकार का माहौल तैयार कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा अरनोद ने 26 अप्रेल अरनोद को बीईईओ के खिलाफ भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए हटाने की मांग को लेकर कार्यालय पर तालाबंदी कर धरना-प्रदर्शन किया था। इसमें उच्चाधिकारी को धरना स्थल पर बुलाने की मांग रखी थी।
जिला शिक्षा अधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में बीईईओ प्रतापगढ़ उपस्थित हुए और तीन दिवसीय वार्ता कर कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने से शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा अरनोद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुर्गापालसिंह की अगुवाई में ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी रमेशचंद्र जैन के विरुद्ध अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन में हीरालाल कटारा ने बताया कि ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने हर प्राथमिक स्कूल से पांच सौ रुपए और उच्च प्राथमिक स्कूल से एक हजार रुपए मनमानी तरीके से वसूलने का विरोध करते हुए ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जैन को तुरंत प्रभाव से हटाने की मांग की। जिला अध्यक्ष गोपाललाल मीणा ने बताया कि बीईईओ ने राज्य सरकार के आदेशों की अवहेलना कर खुद आदेश से प्रतिनियुक्त शिक्षकों को उसी विद्यालय में स्थायी कर संस्थापन में फेरबदल कर दिया, जिसकी निष्पक्ष जांच करा कर कार्रवाई की जाए। धरना प्रदर्शन के पहले दिन प्रभुलाल मीणा, हेमंत गिरि, दिलीप त्रिवेदी, वरदीचंद मीणा, देवेन्द्र कुमार, भगवानलाल सहाय, मानसिंह देवड़ा, जितेंद्र कुमार, राजेश कटारा, छागनलाल मीणा सहित कई शिक्षक मौजूद थे।
आरोप सिद्ध हुए तो नौकरी छोड़ दूंगा : जैन
इधरबीईईओ रमेश चंद्र जैन ने शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर काम नहीं करने वाले शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग का पत्र लिखा है। पत्र में बीईईओं ने लिखा कि उन पर शिक्षक संघ राष्ट्रीय के कुछ नेता गलत आरोप लगा रहे है। वे हर जांच के लिए तैयार है। जांच में दोषी पाए जाने पर नौकरी से त्याग पत्र देंगे। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जांच के दौरान 12 मे से 8 स्कूल बंद मिले है, जिससे कार्रवाई के डर से शिक्षक इस प्रकार का माहौल तैयार कर रहे हैं।
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