राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से सोमवार को आरएएस की
मुख्य परीक्षा आयोजित की गई। पूर्व में दो बार स्थगित हो चुकी इस परीक्षा
में नकल व पेपर आउट होने से रोकने के लिए आयोग ने कड़े इंतजाम किए थे।
जयपुर सहित प्रदेश के सभी संभाग मुख्यालयों बनाए गए परीक्षा केन्द्रों में
अधिकतर स्थानों पर आयोग ने मोबाइल जैमरों का उपयोग किया। साथ ही
अभ्यर्थियों को कड़ी जांच के बाद ही केन्द्रों में प्रवेश दिया गया। यहां
तक की महिला अभ्यर्थियों को मंगलसूत्र और चूड़ियां तक पहनने की इजाजत नहीं
दी गई।
एक महिला को पकड़ा गया
सभी संभाग मुख्यालयों पर तय समय सुबह करीब नौ बजे परीक्षा आरंभ हो गई थी। आयोग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में केवल कोटा में एक फर्जी अभ्यर्थी पकड़ी गई है। यहां के नयापुरा स्थित एक केन्द्र में यह महिला सविता मीणा के नाम से फर्जी प्रवेश पत्र पर परीक्षा देने आई थी। आयोग ने स्थानीय प्रशासन को कहा है कि इस महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।
80 फीसदी रही उपस्थिति
पहला पेपर में परीक्षार्थियों की उपस्थिति प्रदेशभर में करीब 80 फीसदी रही। गौरतलब है कि आरएएस की मुख्य परीक्षा के लिए 15638 परीक्षार्थी पंजीकृत है। इसके अतिरिक्त आयोग चेयरमैन के ललित के पंवार के अनुसार अजमेर में एक अतिरिक्त परीक्षा केन्द्र भी बनाया गया है। जिसमें कोर्ट के निर्णय के बाद करीब 300 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहें है।
सभी संभाग मुख्यालयों पर तय समय सुबह करीब नौ बजे परीक्षा आरंभ हो गई थी। आयोग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में केवल कोटा में एक फर्जी अभ्यर्थी पकड़ी गई है। यहां के नयापुरा स्थित एक केन्द्र में यह महिला सविता मीणा के नाम से फर्जी प्रवेश पत्र पर परीक्षा देने आई थी। आयोग ने स्थानीय प्रशासन को कहा है कि इस महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।
80 फीसदी रही उपस्थिति
पहला पेपर में परीक्षार्थियों की उपस्थिति प्रदेशभर में करीब 80 फीसदी रही। गौरतलब है कि आरएएस की मुख्य परीक्षा के लिए 15638 परीक्षार्थी पंजीकृत है। इसके अतिरिक्त आयोग चेयरमैन के ललित के पंवार के अनुसार अजमेर में एक अतिरिक्त परीक्षा केन्द्र भी बनाया गया है। जिसमें कोर्ट के निर्णय के बाद करीब 300 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहें है।
No comments:
Post a Comment