शिक्षा और कला की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 20 हजार स्कूल बंद कर दिए गए। उनके भवन खाली पड़े हैं। आरटीई में प्रवेश के लिए ढाई लाख रुपए की सीमा में बदलाव पर भी हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में मुंह की खानी पड़ी थी। क्योंकि इस सरकार ने गरीब बच्चों को निजी स्कूल में पढ़ने का हक मारने का काम किया था।
युवा पंजीयन महोत्सव के दौरान हर बीएलओ को 6 फीसदी नाम लाने के टारगेट का विरोध करते हुए डोटासरा ने सरकार पर फर्जी नाम जोडने का आरोप लगाया। उन्होंने एक शिक्षक को थमाए गए नोटिस का हवाला देते हुए कहा कि 6 फीसदी नाम नहीं जोडने पर नोटिस थमाया जा रहा है,जो गलत है। जब बीएलओ के यहां नाम जुड़वाने वाला कोई है ही नहीं तो वह फर्जी कहां से जोड़ेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 20 हजार स्कूल बंद कर दिए गए। उनके भवन खाली पड़े हैं। आरटीई में प्रवेश के लिए ढाई लाख रुपए की सीमा में बदलाव पर भी हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में मुंह की खानी पड़ी थी। क्योंकि इस सरकार ने गरीब बच्चों को निजी स्कूल में पढ़ने का हक मारने का काम किया था।
युवा पंजीयन महोत्सव के दौरान हर बीएलओ को 6 फीसदी नाम लाने के टारगेट का विरोध करते हुए डोटासरा ने सरकार पर फर्जी नाम जोडने का आरोप लगाया। उन्होंने एक शिक्षक को थमाए गए नोटिस का हवाला देते हुए कहा कि 6 फीसदी नाम नहीं जोडने पर नोटिस थमाया जा रहा है,जो गलत है। जब बीएलओ के यहां नाम जुड़वाने वाला कोई है ही नहीं तो वह फर्जी कहां से जोड़ेगा।
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