पंचायतीराज विभाग ने प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों में सहायकों को लगाने की भर्ती प्रक्रिया में बदलाव करने के संकेत दिए हैं। सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायकों की भर्ती 28 को होने वाले
ग्रामसभा में होनी थी। लेकिन सरकार ने बुधवार को इसको अपरिहार्य कारणों से
इसे स्थगित कर दिया है।
विभाग ने ग्राम पंचायतों को कोई भी आवेदन नहीं लेने के निर्देश दिए हैं। जबकि तकरीबन सभी ग्राम पंचायतों ने भर्ती के लिए आवेदन प्राप्त करने को लेकर समाचार पत्रों में विज्ञापन निकाल रखे हैं। माना जा रहा है कि सरकार इसकी भर्ती प्रक्रिया में बदलाव करने के बाद नए सिरे से आवेदन प्राप्त करने के निर्देश देगी।
गौरतलब है कि सरकार ने बिना परीक्षा और बिना इंटरव्यू के ग्राम पंचायतों में 27,635 पंचायत सहायकों के पदों पर भर्ती के लिए आदेश जारी किए। इसमें सीनियर सेकंडरी के अंकों के आधार पर भर्ती की प्रक्रिया को ग्राम सभा की बैठक में आम सहमति से करने का प्रावधान शामिल किया गया था। इसके तहत हर ग्राम पंचायत में दो से चार अभ्यर्थियों को लगाया जाना प्रस्तावित किया गया।
भर्ती में केवल विद्यार्थी मित्रों को ही ले सरकार
^ग्राम पंचायत स्तर पर पहले तो बगैर चयन के आधार तय किए ही किए ही पंचायत सहायक की भर्ती निकाली गई। अब प्रदेशभर में विरोध के बाद स्थगित कर दी। सरकार को इस भर्ती में या किसी नई भर्ती में सबसे पहले उन्हीं लोगों को स्थाई के तौर पर लेना चाहिए जो जिन्होंने 8 से 10 साल तक सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए विद्यार्थी मित्रों के रूप सेवा दी। अर्जुनराम लोमरोड़, जिलाध्यक्ष, शिक्षक संघ शेखावत नागौर।
विभाग ने ग्राम पंचायतों को कोई भी आवेदन नहीं लेने के निर्देश दिए हैं। जबकि तकरीबन सभी ग्राम पंचायतों ने भर्ती के लिए आवेदन प्राप्त करने को लेकर समाचार पत्रों में विज्ञापन निकाल रखे हैं। माना जा रहा है कि सरकार इसकी भर्ती प्रक्रिया में बदलाव करने के बाद नए सिरे से आवेदन प्राप्त करने के निर्देश देगी।
गौरतलब है कि सरकार ने बिना परीक्षा और बिना इंटरव्यू के ग्राम पंचायतों में 27,635 पंचायत सहायकों के पदों पर भर्ती के लिए आदेश जारी किए। इसमें सीनियर सेकंडरी के अंकों के आधार पर भर्ती की प्रक्रिया को ग्राम सभा की बैठक में आम सहमति से करने का प्रावधान शामिल किया गया था। इसके तहत हर ग्राम पंचायत में दो से चार अभ्यर्थियों को लगाया जाना प्रस्तावित किया गया।
भर्ती में केवल विद्यार्थी मित्रों को ही ले सरकार
^ग्राम पंचायत स्तर पर पहले तो बगैर चयन के आधार तय किए ही किए ही पंचायत सहायक की भर्ती निकाली गई। अब प्रदेशभर में विरोध के बाद स्थगित कर दी। सरकार को इस भर्ती में या किसी नई भर्ती में सबसे पहले उन्हीं लोगों को स्थाई के तौर पर लेना चाहिए जो जिन्होंने 8 से 10 साल तक सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए विद्यार्थी मित्रों के रूप सेवा दी। अर्जुनराम लोमरोड़, जिलाध्यक्ष, शिक्षक संघ शेखावत नागौर।
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