शीघ्र नियुक्त होंगे 13 हजार व्याख्याता
शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने कहा कि 13 हजार नए लेक्चरर की नियुक्तियां जल्दी की जाएंगी। इसके बाद किसी भी स्कूल में व्याख्याताओं की कमी नहीं रहेगी। पहली बार एक साथ 83 हजार शिक्षकों का एक साथ प्रमोशन किया।
{1962 से1974तकयहां बतौर शिक्षक सेवाएं देने वाले पूर्व शिक्षा उपनिदेशक भंवरसिंह चौधरी ने बताया कि आजादी का पहला तिरंगा राजेंद्र मार्ग स्कूल में फहराया था। उस समय वे छठी के छात्र थे। तब हलवा बना था।
{सन1956से58तकराजेंद्र मार्ग स्कूल में नवी-दसवीं के छात्र रहे उपनगर सांगानेर के रिटायर प्रिंसिपल सत्यनारायण भट्ट ने बताया कि सांगानेर से कोठारी नदी पार करके आना पड़ता था। गुलाबचंद मालू प्रिंसिपल थे। मदनमोहन शर्मा अंग्रेजी पढ़ाते थे।
{1955 से59तकयहां पढ़े रामप्रसाद भदादा बताते हैं कि उन्होंने तब कविताओं की किताब लिखी थी। जयपुर में हुई जंबूरी में भी गए थे। वे आजीवन स्काउट सदस्य हैं।
{जून 1995सेजुलाई 1999तकप्रिंसिपल रहे गुमानसिंह पीपाड़ा ने ज्वॉइन किया तब चारों ओर से दीवार टूट रही थी। उन्होंने दीवार बनवाना शुरू करवाया तो रात में लोग तोड़ जाते थे। तब रात में चौकीदार बैठाना पड़ा। बच्चे क्लास छोड़कर चले जाते थे तो मैं बाहर बैठकर उन पर निगरानी रखता।
{सन 1991से97तकगणित अध्यापक रहे अर्जुनलाल झुर्रानी ने बताया कि तब प्रिंसिपल ने कहा था कि रिजल्ट अच्छा रहना चाहिए। तो हमेशा 90 प्रतिशत रिजल्ट दिया।
{सन 1985से97तकवरिष्ठ अध्यापक रहे जगमोहन ओझा बताते हैं कि स्कूल के पीछे राजेंद्र मार्ग रोड की तरफ स्कूल वाटिका उनके कार्यकाल में बनी।
शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने हिंदी व्याख्याता जगदीश खटीक को भी समारोह में सम्मानित किया। जगदीश दिव्यांग हैं तथा देवनानी अजमेर में हुए हादसे में घायल होने से मंच पर बैठे-बैठे ही सम्मानित किया।
भीलवाड़ा.राजेंद्र मार्ग स्कूल में हुए समारोह के दौरान िशक्षा राज्यमंत्री वासूदेव देवनानी से सम्मानित शिक्षक।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने कहा कि 13 हजार नए लेक्चरर की नियुक्तियां जल्दी की जाएंगी। इसके बाद किसी भी स्कूल में व्याख्याताओं की कमी नहीं रहेगी। पहली बार एक साथ 83 हजार शिक्षकों का एक साथ प्रमोशन किया।
{1962 से1974तकयहां बतौर शिक्षक सेवाएं देने वाले पूर्व शिक्षा उपनिदेशक भंवरसिंह चौधरी ने बताया कि आजादी का पहला तिरंगा राजेंद्र मार्ग स्कूल में फहराया था। उस समय वे छठी के छात्र थे। तब हलवा बना था।
{सन1956से58तकराजेंद्र मार्ग स्कूल में नवी-दसवीं के छात्र रहे उपनगर सांगानेर के रिटायर प्रिंसिपल सत्यनारायण भट्ट ने बताया कि सांगानेर से कोठारी नदी पार करके आना पड़ता था। गुलाबचंद मालू प्रिंसिपल थे। मदनमोहन शर्मा अंग्रेजी पढ़ाते थे।
{1955 से59तकयहां पढ़े रामप्रसाद भदादा बताते हैं कि उन्होंने तब कविताओं की किताब लिखी थी। जयपुर में हुई जंबूरी में भी गए थे। वे आजीवन स्काउट सदस्य हैं।
{जून 1995सेजुलाई 1999तकप्रिंसिपल रहे गुमानसिंह पीपाड़ा ने ज्वॉइन किया तब चारों ओर से दीवार टूट रही थी। उन्होंने दीवार बनवाना शुरू करवाया तो रात में लोग तोड़ जाते थे। तब रात में चौकीदार बैठाना पड़ा। बच्चे क्लास छोड़कर चले जाते थे तो मैं बाहर बैठकर उन पर निगरानी रखता।
{सन 1991से97तकगणित अध्यापक रहे अर्जुनलाल झुर्रानी ने बताया कि तब प्रिंसिपल ने कहा था कि रिजल्ट अच्छा रहना चाहिए। तो हमेशा 90 प्रतिशत रिजल्ट दिया।
{सन 1985से97तकवरिष्ठ अध्यापक रहे जगमोहन ओझा बताते हैं कि स्कूल के पीछे राजेंद्र मार्ग रोड की तरफ स्कूल वाटिका उनके कार्यकाल में बनी।
शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने हिंदी व्याख्याता जगदीश खटीक को भी समारोह में सम्मानित किया। जगदीश दिव्यांग हैं तथा देवनानी अजमेर में हुए हादसे में घायल होने से मंच पर बैठे-बैठे ही सम्मानित किया।
भीलवाड़ा.राजेंद्र मार्ग स्कूल में हुए समारोह के दौरान िशक्षा राज्यमंत्री वासूदेव देवनानी से सम्मानित शिक्षक।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
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