जैसलमेर. शिक्षा की अलग जगाने के लिए भले ही करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे है, लेकिन शिक्षा पाने के बंदोबस्त नहीं होने से ना तो उच्च शिक्षा पाने का सपना पूरा हो रहा है और ना ही जिम्मेदारों के दावे। हकीकत यह है कि सरहदी जिला होने के बाद भी जैसलमेर जिला उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अब भी पिछड़ा ही माना जाता है।
यहां कॉलेज में शिक्षकों की कमी के साथ महाविद्यालयों में सीटें भी इतनी कम है कि आवेदन करने के बाद भी छोटे से जिले से सैकड़ों विद्यार्थी प्रवेश से वंचित है। जानकारी के अनुसार प्रथम वर्ष में आवेदन करने के बाद भी जिले के करीब 8 44 विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं मिल पाया है। ऐसे में इन विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा को भविष्य पर अनिश्चिता के बाद मंडराने लगे हैं।
जैसलमेर में दो महाविद्यालय
जिले में दो महाविद्यालय ही है, इनमें सीटें बहुत कम है। कला वर्ग में 320 सीटों को छोड़ दिया जाए तो किसी भी संकाय में 8 0 से अधिक सीटें स्वीकृत नहीं है। हालात यह भी है कि कला वर्ग में 320 सीटें स्वीकृत होने के बाद भी 6 50 से अधिक विद्यार्थी प्रवेश से वंचित है। दोनों महाविद्यालयों में करीब साढे आठ सौ विद्यार्थियों के आवेदन के बाद भी प्रवेश को लेकर असंमजंस की स्थिति बनी हुई है।
जमा करवाएं दस्तावेज
जैसलमेर. स्थानीय एसबीके राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीएससी, बीकॉम, बीए. प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए प्रथम मेरिट लिस्ट में स्थान प्राप्त करने वाले अभ्यार्थियों को 15 दिन में में महाविद्यालय में मूल अंकतालिका, टी.सी आदि जमा करवाने को कहा है। अन्यथा उनका प्रवेश निरस्त कर दिया जाएगा। महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य केआर गर्ग ने बताया कि लिस्ट में शामिल विद्यार्थी अपने मूल दस्तावेज महाविद्यालय में कार्य दिवस के दौरान 26 से 29 जून तक सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक जांच करवा सकेंगे। जांच के बाद ही वे अपना निर्धारित प्रवेश शुल्क ई -मित्र पर 30 जून तक जमा करवा सकेंगे।
ज्ञापन सौंपा
जैसलमेर शहर की दोनों महाविद्यालयों में प्रथम वर्ष में सीटों के मुकाबले 50 फीसदी से अधिक आवेदन आए है। ऐसे में अधिकतर विद्यार्थियों को प्रवेश से वंचित रहना पड़ रहा है। इस सबंध में राज्य सरकार को ज्ञापन भेजकर सीटें बढ़ाने की मांग की गई है। सीटें नहीं बढ़ाई जाती है तो आन्दोलन का सहारा लेना पड़ेगा।
- कृष्णपालसिंह सेऊवा पूर्व जिला संयोजक, एबीवीपी, जैसलमेर
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
यहां कॉलेज में शिक्षकों की कमी के साथ महाविद्यालयों में सीटें भी इतनी कम है कि आवेदन करने के बाद भी छोटे से जिले से सैकड़ों विद्यार्थी प्रवेश से वंचित है। जानकारी के अनुसार प्रथम वर्ष में आवेदन करने के बाद भी जिले के करीब 8 44 विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं मिल पाया है। ऐसे में इन विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा को भविष्य पर अनिश्चिता के बाद मंडराने लगे हैं।
जैसलमेर में दो महाविद्यालय
जिले में दो महाविद्यालय ही है, इनमें सीटें बहुत कम है। कला वर्ग में 320 सीटों को छोड़ दिया जाए तो किसी भी संकाय में 8 0 से अधिक सीटें स्वीकृत नहीं है। हालात यह भी है कि कला वर्ग में 320 सीटें स्वीकृत होने के बाद भी 6 50 से अधिक विद्यार्थी प्रवेश से वंचित है। दोनों महाविद्यालयों में करीब साढे आठ सौ विद्यार्थियों के आवेदन के बाद भी प्रवेश को लेकर असंमजंस की स्थिति बनी हुई है।
जमा करवाएं दस्तावेज
जैसलमेर. स्थानीय एसबीके राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीएससी, बीकॉम, बीए. प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए प्रथम मेरिट लिस्ट में स्थान प्राप्त करने वाले अभ्यार्थियों को 15 दिन में में महाविद्यालय में मूल अंकतालिका, टी.सी आदि जमा करवाने को कहा है। अन्यथा उनका प्रवेश निरस्त कर दिया जाएगा। महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य केआर गर्ग ने बताया कि लिस्ट में शामिल विद्यार्थी अपने मूल दस्तावेज महाविद्यालय में कार्य दिवस के दौरान 26 से 29 जून तक सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक जांच करवा सकेंगे। जांच के बाद ही वे अपना निर्धारित प्रवेश शुल्क ई -मित्र पर 30 जून तक जमा करवा सकेंगे।
ज्ञापन सौंपा
जैसलमेर शहर की दोनों महाविद्यालयों में प्रथम वर्ष में सीटों के मुकाबले 50 फीसदी से अधिक आवेदन आए है। ऐसे में अधिकतर विद्यार्थियों को प्रवेश से वंचित रहना पड़ रहा है। इस सबंध में राज्य सरकार को ज्ञापन भेजकर सीटें बढ़ाने की मांग की गई है। सीटें नहीं बढ़ाई जाती है तो आन्दोलन का सहारा लेना पड़ेगा।
- कृष्णपालसिंह सेऊवा पूर्व जिला संयोजक, एबीवीपी, जैसलमेर
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