सादुलशहर के प्राथमिक स्कूल नंबर 20 में कार्यरत लेवल वन टीचर मंजीत कौर की
पोस्टिंग श्रीगंगानगर में वर्ष 2000 की है। काउंसलिंग में सिर्फ 1995 तक
के शिक्षक ही शामिल होने थे, लेकिन इनका नाम भी लिस्ट में गया।
जब यह काउंसलिंग में शामिल नहीं हुई तो इनकी पोस्टिंग सूरतगढ़ के रामावि भोपालपुरा में कर दी गई। अब वे 10 दिनों से लगातार विभाग के चक्कर काट रही हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही। ऐसा ही मामला सादुलशहर की शिक्षिका राजदीप कौर का था। सेटअप परिवर्तन के दौरान उन्हें राउमावि बीरमाना भेजा गया। लेकिन परिवेदना आने के बाद इनके आदेश तुरंत निरस्त कर दिए गए। राजपुरा पिपेरन में कार्यरत लेवल टू शिक्षक चंद्रेश स्वामी की पोस्टिंग 1997 की है। सेटअप परिवर्तन के लिए इनका नाम सूची में होना चाहिए था, लेकिन इन्हें काउंसलिंग से बाहर कर दिया गया। अब यह लगातार विभाग के चक्कर काट रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर इसी स्कूल में कार्यरत शिक्षक जिनकी नियुक्ति 2011 की है, उन्हें काउंसलिंग लिस्ट में शामिल करके सेटअप परिवर्तन कर दिया गया। बड़ी बात तो यह है कि सुशील ग्रामीण स्वेच्छा सर्विस के शिक्षक हैं और इनका नाम इस सूची में आना ही नहीं चाहिए था। लेवल टू में 6 अक्टूबर 2005 के बाद के किसी शिक्षक को शामिल नहीं करना था। भास्कर संवाददाता|श्रीगंगानगर प्रारंभिकशिक्षा से माध्यमिक में ग्रेड थर्ड शिक्षकों के सेट परिवर्तन के लिए हुई काउंसलिंग में रोज एक नई खामी निकलकर सामने रही है। जिन पात्र शिक्षकों को काउंसलिंग में शामिल किया जाना था, उनका नाम तो विभाग ने लिस्ट में शामिल ही नहीं किया। जो शिक्षक इस काउंसलिंग के लिए पात्र ही नहीं थे, उनके नाम काउंसलिंग में शामिल करके पोस्टिंग दे दी। जब इन शिक्षकों ने सुधार के लिए परिवेदनाएं दी, जो इसमें भी इसके साथ दो तरह का रवैया अपनाया जा रहा है। कुछ की परिवेदनाओं पर कार्रवाई करते हुए उन्हें तुरंत राहत दी जा रही है, जबकि बाकियों को विभाग के चक्कर काटना पड़ रहा है। हमारी पूरी कोशिश है कि सुधार जल्दी से हो जोभी परिवेदनाएं रही हैं, उन्हें कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों के पास भेजा जा रहा है। हमारी पूरी कोशिश है कि सारी गड़बड़ियों में जितना जल्दी हो सुधार किया जाए। -अशोक वधवा, एडीईओ माध्यमिक। केस 2 केस 1 शिक्षकों का सेटअप परिवर्तन
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
जब यह काउंसलिंग में शामिल नहीं हुई तो इनकी पोस्टिंग सूरतगढ़ के रामावि भोपालपुरा में कर दी गई। अब वे 10 दिनों से लगातार विभाग के चक्कर काट रही हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही। ऐसा ही मामला सादुलशहर की शिक्षिका राजदीप कौर का था। सेटअप परिवर्तन के दौरान उन्हें राउमावि बीरमाना भेजा गया। लेकिन परिवेदना आने के बाद इनके आदेश तुरंत निरस्त कर दिए गए। राजपुरा पिपेरन में कार्यरत लेवल टू शिक्षक चंद्रेश स्वामी की पोस्टिंग 1997 की है। सेटअप परिवर्तन के लिए इनका नाम सूची में होना चाहिए था, लेकिन इन्हें काउंसलिंग से बाहर कर दिया गया। अब यह लगातार विभाग के चक्कर काट रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर इसी स्कूल में कार्यरत शिक्षक जिनकी नियुक्ति 2011 की है, उन्हें काउंसलिंग लिस्ट में शामिल करके सेटअप परिवर्तन कर दिया गया। बड़ी बात तो यह है कि सुशील ग्रामीण स्वेच्छा सर्विस के शिक्षक हैं और इनका नाम इस सूची में आना ही नहीं चाहिए था। लेवल टू में 6 अक्टूबर 2005 के बाद के किसी शिक्षक को शामिल नहीं करना था। भास्कर संवाददाता|श्रीगंगानगर प्रारंभिकशिक्षा से माध्यमिक में ग्रेड थर्ड शिक्षकों के सेट परिवर्तन के लिए हुई काउंसलिंग में रोज एक नई खामी निकलकर सामने रही है। जिन पात्र शिक्षकों को काउंसलिंग में शामिल किया जाना था, उनका नाम तो विभाग ने लिस्ट में शामिल ही नहीं किया। जो शिक्षक इस काउंसलिंग के लिए पात्र ही नहीं थे, उनके नाम काउंसलिंग में शामिल करके पोस्टिंग दे दी। जब इन शिक्षकों ने सुधार के लिए परिवेदनाएं दी, जो इसमें भी इसके साथ दो तरह का रवैया अपनाया जा रहा है। कुछ की परिवेदनाओं पर कार्रवाई करते हुए उन्हें तुरंत राहत दी जा रही है, जबकि बाकियों को विभाग के चक्कर काटना पड़ रहा है। हमारी पूरी कोशिश है कि सुधार जल्दी से हो जोभी परिवेदनाएं रही हैं, उन्हें कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों के पास भेजा जा रहा है। हमारी पूरी कोशिश है कि सारी गड़बड़ियों में जितना जल्दी हो सुधार किया जाए। -अशोक वधवा, एडीईओ माध्यमिक। केस 2 केस 1 शिक्षकों का सेटअप परिवर्तन
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