सीकर सरकारी स्कूलों की व्यवस्था सुधारने और संसाधन बढ़ाने के लिए अब सीकर जिले के विधायक भी आगे आए हैं। राजस्थान पत्रिका के नींव अभियान से जुड़कर जिले के आठ विधायक व जिला प्रमुख ने एक-एक स्कूल गोद लेने की घोषणा की है। इन स्कूलों में विधायक अपने कोटे से पैसा लगाकर सुविधा बढाएंगे।
इसके साथ ही प्रदेश में सीकर एेसा जिला बन गया है जहां विधायकों ने यह खास पहल की है।
फतेहपुर विधायक नंदकिशोर महरिया ने दो स्कूल गोद लेने की घोषणा की है। जबकि सभी विधायक व जिला प्रमुख इस वर्ष एक-एक स्कूल में खास तौर पर सुविधा बढाएंगे।
खंडेला विधायक बंशीधर बाजिया धीरजपुरा और परसरामपुरा राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में से एक स्कूल गोद लेने की घोषणा कर चुके है। जबकि फतेहपुर विधायक नंदकिशोर महरिया ने नींव से प्रेरित हो कर गांग्यिासर व गारिण्डा उच्च माध्यमिक विद्यालय को गोद लेने की पहल की है। जिला प्रमुख अपर्णा रोलण राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय हुकमपुरा में खुद क्लास में पढ़ाने से लेकर संसाधन बढ़ाने की तक की पहल करेंगी।
जिले के अन्य विधायकों ने चयन की कवायद शुरू कर दी है। उनका कहना है कि वे एक दो दिन में गोद लिए जाने वाले स्कूल के नाम घोषित कर देंगे।
तैयारी पूरी: पिछड़े स्कूल पर फोकस
नीमकाथाना विधायक प्रेमसिंह बाजौर, श्रीमाधोपुर विधायक झाबर सिंह खर्रा, धोद विधायक गोरधन वर्मा, सीकर विधायक रतन जलधारी ने भी स्कूल गोद लेने की घोषणाा की है। विधायकों ने बताया कि क्षेत्र के सभी स्कूलों की जानकारी ली जाएगी। सबसे पिछड़े स्कूल को गोद लेने की कवायद की जा रही है।
जहां पढ़ी उसी को लिया गोद
जिला प्रमुख अपर्णा रोलन भी सरकारी स्कूलों को संवारने के लिए आगे आई है। जिला प्रमुख ने राजकीय विद्यालय हुकमपुरा को गोद लिया है। उन्होंने बताया कि वह इस स्कूल में पढ़ाने जाएंगी। बकौल जिला प्रमुख जिस स्कूल ने मुझे सब कुछ दिया। अब मेरी जिम्मेदारी है वहां के युवाओं को आगे बढ़ाने की। वह विभिन्न योजनाओं व भामाशाहों के सहयोग से स्कूल में विकास कार्य कराएंगी। उन्होंने बताया कि इस स्कूल में खेल खेल में पढ़ाई को बढ़ावा देने और बस्ते के बोझ को कम करने की दिशा में भी कवायद की जाएगी।
यह कार्य कराएंगेयह कार्य कराएंगे
विधायकों ने बताया कि गोद लेने वाले स्कूलों में भवन निर्माण, पानी, बिजली, कम्प्यूटर, फर्नीचर, वाटिका विकास, वॉल पेटिंग व खेल सामग्री सहित अन्य सुविधा बढ़ाई जाएगी। खास बात यह है कि वर्ष भर विधायक विधालय प्रबंधन समिति व शिक्षकों के संपर्क में भी रहेंगे, ताकि परिणाम भी शानदार रहे। कई जनप्रतिनिधि यह भी योजना बना रहे है कि हर महीने वह खुद जाकर विद्यार्थियों से पूछेंगे कि कोई परेशानी तो नहीं है।
स्कूल की मिली अर्जी तो तत्काल पैसा
दांतारामगढ़ विधायक नारायण सिंह व लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा का कहना है इस वर्ष एक स्कूल में खास सुविधा बढ़ाई जाएगी। यदि गोद लेने वाली स्कूलों के अलावा भी कोई स्कूल संस्था प्रधान या ग्रामीण समस्या बताते हैं तो तत्काल राशि स्वीकृत कराने का प्रयास किया जाता है। दोनों विधायकों ने पिछले वर्ष भी 40-40 लाख से अधिक रुपए से स्कूलों में विकास कार्य कराए है।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
इसके साथ ही प्रदेश में सीकर एेसा जिला बन गया है जहां विधायकों ने यह खास पहल की है।
फतेहपुर विधायक नंदकिशोर महरिया ने दो स्कूल गोद लेने की घोषणा की है। जबकि सभी विधायक व जिला प्रमुख इस वर्ष एक-एक स्कूल में खास तौर पर सुविधा बढाएंगे।
खंडेला विधायक बंशीधर बाजिया धीरजपुरा और परसरामपुरा राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में से एक स्कूल गोद लेने की घोषणा कर चुके है। जबकि फतेहपुर विधायक नंदकिशोर महरिया ने नींव से प्रेरित हो कर गांग्यिासर व गारिण्डा उच्च माध्यमिक विद्यालय को गोद लेने की पहल की है। जिला प्रमुख अपर्णा रोलण राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय हुकमपुरा में खुद क्लास में पढ़ाने से लेकर संसाधन बढ़ाने की तक की पहल करेंगी।
जिले के अन्य विधायकों ने चयन की कवायद शुरू कर दी है। उनका कहना है कि वे एक दो दिन में गोद लिए जाने वाले स्कूल के नाम घोषित कर देंगे।
तैयारी पूरी: पिछड़े स्कूल पर फोकस
नीमकाथाना विधायक प्रेमसिंह बाजौर, श्रीमाधोपुर विधायक झाबर सिंह खर्रा, धोद विधायक गोरधन वर्मा, सीकर विधायक रतन जलधारी ने भी स्कूल गोद लेने की घोषणाा की है। विधायकों ने बताया कि क्षेत्र के सभी स्कूलों की जानकारी ली जाएगी। सबसे पिछड़े स्कूल को गोद लेने की कवायद की जा रही है।
जहां पढ़ी उसी को लिया गोद
जिला प्रमुख अपर्णा रोलन भी सरकारी स्कूलों को संवारने के लिए आगे आई है। जिला प्रमुख ने राजकीय विद्यालय हुकमपुरा को गोद लिया है। उन्होंने बताया कि वह इस स्कूल में पढ़ाने जाएंगी। बकौल जिला प्रमुख जिस स्कूल ने मुझे सब कुछ दिया। अब मेरी जिम्मेदारी है वहां के युवाओं को आगे बढ़ाने की। वह विभिन्न योजनाओं व भामाशाहों के सहयोग से स्कूल में विकास कार्य कराएंगी। उन्होंने बताया कि इस स्कूल में खेल खेल में पढ़ाई को बढ़ावा देने और बस्ते के बोझ को कम करने की दिशा में भी कवायद की जाएगी।
यह कार्य कराएंगेयह कार्य कराएंगे
विधायकों ने बताया कि गोद लेने वाले स्कूलों में भवन निर्माण, पानी, बिजली, कम्प्यूटर, फर्नीचर, वाटिका विकास, वॉल पेटिंग व खेल सामग्री सहित अन्य सुविधा बढ़ाई जाएगी। खास बात यह है कि वर्ष भर विधायक विधालय प्रबंधन समिति व शिक्षकों के संपर्क में भी रहेंगे, ताकि परिणाम भी शानदार रहे। कई जनप्रतिनिधि यह भी योजना बना रहे है कि हर महीने वह खुद जाकर विद्यार्थियों से पूछेंगे कि कोई परेशानी तो नहीं है।
स्कूल की मिली अर्जी तो तत्काल पैसा
दांतारामगढ़ विधायक नारायण सिंह व लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा का कहना है इस वर्ष एक स्कूल में खास सुविधा बढ़ाई जाएगी। यदि गोद लेने वाली स्कूलों के अलावा भी कोई स्कूल संस्था प्रधान या ग्रामीण समस्या बताते हैं तो तत्काल राशि स्वीकृत कराने का प्रयास किया जाता है। दोनों विधायकों ने पिछले वर्ष भी 40-40 लाख से अधिक रुपए से स्कूलों में विकास कार्य कराए है।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC