कोटा |कोटा यूनिवर्सिटी से एफिलिएशन लेने वाले कॉलेजों को अब बार-बार यूनिवर्सिटी के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। कोटा यूनिवर्सिटी की वीसी प्राे. नीलिमा सिंह की ओर से लिए गए इनीशिएटिव के बाद अब यूनिवर्सिटी कॉलेज एफिलिएशन को भी ऑनलाइन करने जा रही है।
इसके तहत कोटा यूनिवर्सिटी से जुड़े करीब 160 कॉलेजों के 300 से अधिक प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण राजस्थान सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी व कोटा यूनिवर्सिटी की आईटी सेल की ओर से दिया गया।
आईटी सेल के डायरेक्टर डॉ. ओपी ऋषि ने बताया कि इस प्रशिक्षण में सभी को ऑनलाइन एफिलिएशन की बारीकियों को समझाया गया है। जल्द ही ऑनलाइन एफिलिएशन की लिंक व पोर्टल को यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर एक्टिवेट कर दिया जाएगा। अभी तक एग्जाम के फाॅर्म फिलिंग का काम ही ऑनलाइन हो रहा था। अब तक नया एफिलिएशन लेने वाले व फिर से आवेदन करने वाले कॉलेज संचालकों को सभी दस्तावेज हार्ड कॉपी के रूप में लगाने पड़ते थे। इस कारण डॉक्यूमेंट्स के यहां वहां होने की आशंका रहती है। ऑनलाइन एफिलिएशन होने से संचालकों को संबंधित दस्तावेज यूनिवर्सिटी की साइट पर अपलोड करने होंगे।
ऐसा होने से जरूरत पड़ने पर दस्तावेजों को ढूंढने में दिक्कत नहीं आएगी। दूसरी बात, यह है कि कॉलेज संचालक किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं छिपा पाएंगे। एक कॉलेज की डिटेल को दूसरे कॉलेज की डिटेल से क्रॉस चैक भी कर सकेंगे। एफिलिएशन के साथ साथ एफिलिएशन फीस भी ऑनलाइन भर पाएंगे।
*हैल्प डेस्क करेगी गाइड*
अगर कॉलेज संचालकों को ऑनलाइन फाॅर्म फिलिंग के दौरान कोई दिक्कत आती है ताे कोटा यूनिवर्सिटी की आईटी सेल की ओर से हैल्प डेस्क भी बनाई गई है। जो कि निर्धारित समय में में आने वाली समस्याओं को दूर करेगी। इस डेस्क से यह भी पता चल पाएगा कि ऑनलाइन एफिलिएशन में किस प्रकार की दिक्कत आ रही है और आने वाले समय उसको कैसे दूर किया जा सकता है
इसके तहत कोटा यूनिवर्सिटी से जुड़े करीब 160 कॉलेजों के 300 से अधिक प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण राजस्थान सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी व कोटा यूनिवर्सिटी की आईटी सेल की ओर से दिया गया।
आईटी सेल के डायरेक्टर डॉ. ओपी ऋषि ने बताया कि इस प्रशिक्षण में सभी को ऑनलाइन एफिलिएशन की बारीकियों को समझाया गया है। जल्द ही ऑनलाइन एफिलिएशन की लिंक व पोर्टल को यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर एक्टिवेट कर दिया जाएगा। अभी तक एग्जाम के फाॅर्म फिलिंग का काम ही ऑनलाइन हो रहा था। अब तक नया एफिलिएशन लेने वाले व फिर से आवेदन करने वाले कॉलेज संचालकों को सभी दस्तावेज हार्ड कॉपी के रूप में लगाने पड़ते थे। इस कारण डॉक्यूमेंट्स के यहां वहां होने की आशंका रहती है। ऑनलाइन एफिलिएशन होने से संचालकों को संबंधित दस्तावेज यूनिवर्सिटी की साइट पर अपलोड करने होंगे।
ऐसा होने से जरूरत पड़ने पर दस्तावेजों को ढूंढने में दिक्कत नहीं आएगी। दूसरी बात, यह है कि कॉलेज संचालक किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं छिपा पाएंगे। एक कॉलेज की डिटेल को दूसरे कॉलेज की डिटेल से क्रॉस चैक भी कर सकेंगे। एफिलिएशन के साथ साथ एफिलिएशन फीस भी ऑनलाइन भर पाएंगे।
*हैल्प डेस्क करेगी गाइड*
अगर कॉलेज संचालकों को ऑनलाइन फाॅर्म फिलिंग के दौरान कोई दिक्कत आती है ताे कोटा यूनिवर्सिटी की आईटी सेल की ओर से हैल्प डेस्क भी बनाई गई है। जो कि निर्धारित समय में में आने वाली समस्याओं को दूर करेगी। इस डेस्क से यह भी पता चल पाएगा कि ऑनलाइन एफिलिएशन में किस प्रकार की दिक्कत आ रही है और आने वाले समय उसको कैसे दूर किया जा सकता है
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